Sunday, December 27, 2009
सबसे स्मार्ट कही जाने वाली पुलिस इन अपराधों पर अंकुश लगाने में इतनी लाचार क्यों नजर आती
इस हफ्ते रिलीज हुई 3 इडियट्स इन्हीं बातों को असरदार ढंग से उठाती हुई फिल्म है
Sunday, December 20, 2009
मिलने वाली सुविधाओं या लाभ (पर्क्स)पर भी कर का बोझ पड़ सकता है।
गौरतलब है कि बजट 2009-10 में फ्रिंज बेनिफिट टैक्स को खत्म कर दिया गया था। एफबीटी के खत्म होने के बाद अब सरकार की निगाह वेतनभोगी वर्ग को मिलने वाले पर्क्स पर टैक्स लगाने की है। एफबीटी में टैक्स का बोझ एंप्लॉयर (नियोक्ता) पर पड़ता था, लेकिन इस टैक्स का बोझ एंप्लॉयीज़ को उठाना पड़ेगा।
Wednesday, December 16, 2009
लोकसभा की कार्यवाही बुधवार को स्थगित कर दी गई।
Sunday, December 13, 2009
युवक ने लड़की के सामने खुद को एम्स का न्यूरो सर्जन बताया था।
ज्योतिषी का दिल बिजनेसमैन की बेटी पर आ गया।
Tuesday, December 8, 2009
बाबरी मस्जिद बीजेपी और संघ परिवार ने गिराई थी।
Monday, December 7, 2009
खून की एक धार निकली जो हवा में उछलकर पास ही में पड़े एक और व्यक्ति के मुंह पर पड़ी
किसी फिल्म का सीन सरीखा लगता है...मैं सोच रहा था कि इस सीन को कई फिल्मों में डाला जा सकता है। कपड़े और थोड़े बहुत बदलाव के साथ इसका इस्तेमाल कई फिल्मों में किया जा सकता है...इन सभी फिल्मों का नाम शहरों के नाम पर होगा...कुरुक्षेत्र, रोम, जेरूसलम, मक्का-मदीना, अमृतसर...अयोध्या।
अजीब बात है ना...ये सभी शहर किसी न किसी धर्म से जुड़े हैं। किसी न किसी की आस्था का प्रतीक हैं। इन सभी शहरों में लोग श्रद्धा से सिर झुकाते हैं...लेकिन सबका अतीत खून-खराबे से भरा पड़ा है...कुछ के प्राचीन इतिहास में इन्सान का खून बहा, तो कुछ के पन्ने मॉडर्न हिस्ट्री में लाल हुए। धर्म और खून में क्या रिश्ता हो सकता है...धर्म तो इन्सान को जोड़ने के लिए है...उसकी सारी शक्ति को जमाकर एक परमशक्ति की ओर ले जाने के लिए है...क्या परमशक्ति की ओर जाने का रास्ता मारकाट से होकर गुजरता है?
अच्छा, यूं सोचिए कि मारकाट न भी हुई हो, तो भी अमरनाथ की कुछ साल पहले की वह यात्रा आपको याद होगी, जब सैकड़ों लोग मारे गए थे। मानसरोवर यात्रा से हर साल कितने ही लोग वापस नहीं लौट पाते। मंदिरों में हर साल भगदड़ की वजह से सैकड़ों जानें जाती हैं। सीरिया और जॉर्डन में मुस्लिम धार्मिक जगहों का यही हाल है। ईसाइयों को पवित्र स्थलों में कुछ सौ साल पहले तक चर्च के नाम पर कत्लेआम हो चुका है। पाकिस्तान की लाल मस्जिद का खून खराब तो आपको याद ही होगा।
मैंने तो कुछ ही मिसालें दी हैं। आप धर्म से जुड़ी दुनिया की जगहों को उठाकर देखिए...वहां कितना रक्तपात हुआ...लोग मारे गए...बच्चे, बूढ़े, औरतें कत्ल कर दिए गए...इन शहरों को याद करने के बाद सोचिए...क्या धर्म के बिना दुनिया बेहतर नहीं होती?
Friday, December 4, 2009
प्लेबॉय गर्ल जोएना क्रूपा इन दिनों आलोचकों के निशाने पर
ऐक्ट्रिस जोएना क्रूपा का कारनामा प्लेबॉय गर्ल जोएना क्रूपा इन दिनों आलोचकों के निशाने पर हैं। उन पर ईसाई धर्म के प्रतीक क्रॉस के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया जा रहा है। दरअसल क्रूपा ने पेटा के एक विज्ञापन के लिए नग्न फोटोशूट किया है जिसमें उन्होंने केवल धार्मिक चिन्ह क्रॉस पहना हुआ है। साथ में उनकी पीठ पर पंख भी लगे दिखाए गए हैं। उनके शरीर के प्राइवेट पार्ट्स को इसी क्रॉस से ढका गया है।
Wednesday, December 2, 2009
एमटीएनएल अब सबसे सस्ते में सेवा प्रदान करेगा
Monday, November 30, 2009
विद्या का कहना है कि अभिषेक सहज अभिनेता हैं और उनकी आंखों में कुछ जादू सा है।
उन्होंने कहा, 'चूंकि अभिषेक अभ्यास नहीं करते हैं इसलिए आप यह नहीं जान पाते हैं कि निर्देशक के दृश्य फिल्माने के लिए कहने पर वह क्या करने जा रहे हैं।' उन्होंने कहा कि यह बात आपको उम्दा कलाकार बनाती है। विद्या कहती हैं कि अभिषेक की आंखों में कुछ जादू है, जिनकी अपनी एक भाषा है। वह कहती हैं कि फिल्म 'गुरु' के समय में भी अभिषेक में यह बात थी और यह अच्छा है कि इतने साल बाद आज भी उनकी आंखें बोलती हैं। विधु विनोद चौपड़ा की फिल्म 'एकलव्य-द रॉयल गार्ड' में अमिताभ बच्चन के साथ काम कर चुकीं विद्या निर्देशक बालकृष्णन की फिल्म 'पा' में बच्चन सीनियर और बच्चन जूनियर दोनों के साथ एकसाथ काम करने के प्रति बेहद उत्साहित थीं। 'पा' में अभिनेता परेश रावल ने भी महत्वपूर्ण भूमिका की है। इस शुक्रवार को फिल्म रिलीस होगी।
Friday, November 27, 2009
वाजपेयी मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे थे
हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कहा कि इस मामले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को प्रतिकूल टिप्पणी करने से मना किया जाएगा। वीएचपी ने रिपोर्ट पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम शामिल होने पर कुछ भी कहने से इनकार किया। हालांकि संगठन ने इस बात को स्वीकार किया कि वाजपेयी मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे थे। वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आशोक सिंघल ने कहा सामाजिक सद्भाव कायम करने के लिए मुस्लिम समाज को आयोध्या, काशी और मथुरा के हिंदू धर्मस्थलों पर अपना दावा छोड़ देना चाहिए। साथ ही केंद्र सरकार को कानून बना कर राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करना चाहिए। जैसा सोमनाथ मंदिर की स्थापना के लिए जवाहरलाल नेहरू मंत्रिमंडल के समय सरदार पटेल के नेतृत्व में किया गया था। सिंघल ने कहा लिबरहान आयोग की रिपोर्ट गलत है। इसमें संत देवराहा बाबा का नाम शामिल किया गया है। जबकि विवादित ढांचा गिराए जाने से 2 साल पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। अटल बिहारी वाजपेयी का नाम शामिल होने पर उन्होंने कहा इस बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहूंगा। लेकिन उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि वाजपेयी मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे थे और उन्हें एक बार लखनऊ में अरेस्ट भी किया गया गया था।
Wednesday, November 25, 2009
वाजपेयी को कमिशन के सामने पेश होने के लिए बुलाया ही नहीं गया, तो उनको कैसे दोषी ठहराया दिया गया?
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में वाजपेयी का नाम आया जरूर है, पर इसका मतलब यह नहीं है कि रिपोर्ट ने उन्हें दोषी माना है। जस्टिस लिबरहान ने कहा है कि रिपोर्ट को सही संदर्भ में पढ़ने की जरूरत है। जब वाजपेयी को कमिशन के सामने पेश होने के लिए बुलाया ही नहीं गया, तो उनको कैसे दोषी ठहराया दिया गया? इस पर जस्टिस लिबरहान ने कहा, 'मैंने वाजपेयी को अपनी रिपोर्ट में दोषी नहीं ठहराया है।' उन्होंने कहा, 'कृपया रिपोर्ट को सही संदर्भ में पढ़िए और मुझे एक भी लाइन दिखाइए जिसमें वाजपेयी को इस मामले में दोषी ठहराया गया हो।' उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे रिपोर्ट का मनगढ़ंत अर्थ न निकालें। गौरतलब है कि संसद के दोनों में पेश लिबरहान कमिशन ने वाजपेयी, आडवाणी और एम.एम. जोशी समेत 68 लोगों पर उंगली उठाई गई है। रिपोर्ट में वाजपेयी का नाम आने और तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव को निर्दोष बताने पर काफी हो हल्ला मच रहा है। सवाल यह उठ रहा है कि जब आयोग ने वाजपेयी को अपने सामने पेश होने के लिए कभी बुलाया ही नहीं, तो उन्हें उसने दोषी कैसे ठहरा दिया।
Monday, November 23, 2009
शिल्पा की यह पहली शादी है
Sunday, November 22, 2009
12 वीं की स्टूडंट के साथ उसके एक परिचित युवक द्वारा चलती कार में रेप की घटना ने राजधानी को सकते में डाल दिया
Monday, November 16, 2009
बाल ठाकरे ने सचिन को अपने खेल पर ध्यान देने की नसीहत तक दे डाली।
मेट्रो प्रशासन सुविधाएंबढ़ाने को लेकर गंभीर नहीं
दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क की बात करें तो फिलहाल यह 87 कि। मी. एरिया को कवर कर रही है। इसके 78 स्टेशन हैं, जिनमें से 15 स्टेशन अंडर ग्राउंड हैं। दूसरे फेज के चालू होने के बाद इसका नेटवर्क 190 कि। मी. का हो जाएगा और स्टेशनों की संख्या लगभग दोगुनी हो जाएगी। मेट्रो में रोजाना लाखों लोग सफर करते हैं। पहले से ही फायदे में चल रही मेट्रो किराया बढ़ने और नोयडा रूट चालू के होने के बाद कमाई के मामले में नए रेकॉर्ड बना रही है। डीएमआरसी के मुताबिक शनिवार को मेट्रो ने एक करोड़ ६४ लाख रुपये की कमाई की है, जो कि अब तक का रेकॉर्ड है। इससे पहले शुक्रवार को एक करोड़ 40
लाख की और इसी साल तीन अगस्त को एक करोड़ 25 लाख रुपये की कमाई कर चुकी है। मगर यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।
Sunday, November 15, 2009
अबु आसिम आजमी का उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी 17 नवम्बर को लखनऊ में अभिनन्दन करेगी।
महाराष्ट्र विधानसभा में हिन्दी में शपथ लेने वाले एसपी विधायक अबु आसिम आजमी का उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी 17 नवम्बर को लखनऊ में अभिनन्दन करेगी। एसपी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां बताया हिन्दी में शपथ लेकर आजमी न केवल राष्ट्रभाषा का सम्मान बढ़ाया है बल्कि देश की एकता और अखण्डता को चुनौती देने वाले तत्वों की धमकियों का सामना करके अपनी राष्ट्रभक्ति एवं राष्ट्रीय निष्ठा का भी परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि अलगाव व क्षेत्रीयता फैलाने वाली ताकतों का प्रतिरोध कर उन्होंने देश का भी सम्मान बढ़ाया है और संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त भाषा में शपथ लेने के अधिकार का संरक्षण किया है। चौधरी ने कहा कि एसपी राजठाकरे की एमएनएस पार्टी द्वारा की गयी गुण्डागर्दी का पुरजोर विरोध एवं निन्दा करती है और हिन्द में शपथ लेने से रोकने के उनके कार्य को देशद्रोह एवं संविधान विरोधी कृत्य मानती है। उन्होंने बताया कि अबु आजमी के इस अभिनन्दन समारोह में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव एवं राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह भी शामिल होंगे।
कोड़ा मामले की जांच कर रहे एक इनकम टैक्स अधिकारी के बेटे पर हमले की भी खबर
4000 करोड़ों रुपये के करप्शन के आरोपों का सामना कर रहे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा शुक्रवार को अपने घर से 'लापता' हो गए और उनसे पूछताछ करने पहुंची इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम बैरंग लौट आई। इनकम टैक्ट डिपार्टमेंट की जांच शाखा के डायरेक्टर उज्ज्वल चौधरी ने बताया कि कोड़ा ने जांच अधिकारियों से कहा था कि वह आराम करना चाहते हैं इसलिए वे दोपहर में उनसे पूछताछ करने आए। उन्होंने कहा कि कोड़ा के बताए समय पर अधिकारी जब उनसे पूछताछ करने पहुंचे तो कोड़ा वहां नहीं थे।
कोड़ा मामले की जांच कर रहे एक इनकम टैक्स अधिकारी के बेटे पर हमले की भी खबर है। गुरुवार रात को जमशेदपुर में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी ए.के. मांझी के बेटे कुमार अभिषेक पर तीन युवकों ने जानलेवा हमला किया। अंधेरे का फायदा उठाते हुए सभी भागने में सफल रहे। घायल अभिषेक को इलाज के लिए टाटा मेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अभिषेक के अनुसार रात साढ़े आठ बजे वह साकची से ट्यूशन पढ़कर अपने घर लौट रहा था। कुछ आगे बढ़ने पर सड़क के किनारे से तीन युवक अचानक उसके करीब पहुंचे और पत्थर से सिर पर दे मारा। इसके बाद मुक्कों की बरसात कर दी। फिर मोबाइल छीनकर भाग खड़े हुए। जमशेदपुर के एसपी नवीन कुमार सिंह ने कहा है सभी पहलुओं पर जांच जारी है। दोषी को खोज निकाला जाएगा।
Thursday, November 12, 2009
कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश के आसार
अरब सागर पर बना चक्रवाती तूफान 'फयान' कमजोर पड़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक यह तूफान मुंबई के पास से गुजर चुका है और गुजरात तक पहुंचते-पहुंचते इसके और कमजोर पड़ने की संभावना जताई गई है। हालाकि मौसम विभाग ने कहा है कि अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश हो सकती है। इस चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए बीएमसी ने मुंबई और पश्चिमी तट के कई इलाकों में तैयारी की थी। इस तूफान को नया नाम 'फयान' दिया गया है। तूफान मंगलवार को दिन में 2.30 बजे गोवा के तट से 250 किलोमीटर सीधे पश्चिम में था। आईएमडी ने इसके बारे में 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। यह 'रेड अलर्ट' जारी करने से पहले का कदम है। आईएमडी ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि तूफान बुधवार सुबह 5.30 बजे गोवा तट से 250 किलोमीटर दूर पश्चिम में था। उस समय फयान मुंबई से 420 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और गुजरात के सूरत से 670 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था। आईएमडी की वेबसाइट के अनुसार, 'तूफान और जोर पकड़ सकता है व उत्तर और पूर्वोत्तर की ओर बढ़ते हुए बुधवार शाम अथवा रात में दक्षिण गुजरात और अलीबाग एवं वलसाड के बीच से उत्तर महाराष्ट्र तट को पार कर सकता है।' केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, गुजरात और लक्षद्वीप दीपसमूह के मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है। स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक 'बॉम्बे हाई' के तेल कुओं की सुरक्षा मजबूत कर दी गई है। मछुआरों से पहले ही कह दिया गया कि वे समुद्र में न जाएं। खबरों के मुताबिक 'बांबे हाई' के तेल कुओं की सुरक्षा मजबूत कर दी है। वहीं, मुंबई में बीएमसी ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की गई हैं। वहीं तूफान की आशंका के चलते स्कूल-कॉलिजों को भी बंद करने का ऐलान किया है। बीएमसी ने कहा है कि स्कूल-कॉलिज दोपहर एक बजे तक बंद कर दिए जाएं। ऑफिस भी 2 बजे तक बंद करने के लिए कहा गया है। आईएमडी का अनुमान है कि फयान बुधवार दिन में 11.30 के आसपास 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ेगा। एक मौसम वैज्ञानिक ने बुधवार को कहा कि फयान की वजह से कई जगह पर सामान्य बारिश तो कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश के आसार हैं। हालांकि मुंबई के मुख्य सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि तूफान से सीधे मुंबई को कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन किसी समस्या की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। स्कूल, कॉलिज और दफ्तरों को इसलिए जल्दी बंद करने को कहा गया है ताकि दूर रहने वाले लोग सुरक्षित रूप से अपने घर पहुंच सकें। उन्होंने बताया- 70 साल बाद ऐसा तूफान आ रहा है। इसलिए पूरी सावधानी बरतते हुए लोगों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया- बचाव दल की 15 टीमों को तैनात कर दिया गया है। और आपातकालीन सेवाएं बहाल रखी जाएंगी। मुंबई और महाराष्ट्र के आपदा प्रबंध विभागों ने चेतावनी जारी की है कि मूसलाधार बारिश की आशंका है जिससे मुंबई और निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। उत्तरी महाराष्ट्र के फैक्ट्रियों को हिदायत दी गई है कि वे विशेष सावधानी बरतें। आईएमडी का अनुमान है कि फयान बुधवार दिन में 11.30 बजे के आसपास 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ेगा। एक मौसम वैज्ञानिक ने बुधवार को कहा कि फयान की वजह से कई जगह पर सामान्य बारिश तो कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश के आसार हैं। मुंबई और आसपास के इलाकों में सोमवार से ही बिना रुके बारिश हो रही है जिससे यहां के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। शहर के कई तटीय इलाकों जैसे वर्ली, बांदा, जुहू, वरसोवा और मलाड में पंपों को तैयार रखा गया है। आईएमडी की ओर से कहा गया है, ''चक्रवात की वजह से कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र के तटों पर अगले 36घंटों के दौरान 55 से 70 किलोमीट प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चल सकती है। इन तीनों राज्यों के तटों पर समुद्री हालात बहुत विषम होंगे।'
Friday, November 6, 2009
वंदेमातरम् का शाब्दिक अर्थ है मां को सलाम
िया नहीं, मातृभूमि एवं जन्मभूमि के प्रति एक देशभक्त नागरिक का अपने वतन को सलाम है। वंदेमातरम् का शाब्दिक अर्थ है मां को सलाम। स्वामी रामदेव ने राष्ट्रीय गीत पर स्पष्टीकरण देते हुए बताया '' वंदेमातरम् गाकर एक नागरिक अपने वतन को अपना सर्वस्व मानकर उस पर अपनी कुर्बानी या शहादत देने का संकल्प लेता है। इससे अपने राष्ट्रप्रेम का इजहार कर गर्व0 की अनुभूति करता है। '' उन्होंने कहा '' आजादी के संघर्ष में चाहे हिंदू हो या मुसलमान सब ने समान रूप से स्वाधीनता के नारे के रूप में वंदेमातरम् का उद्घोष किया और शहीदों के सपनों को पूरा कर मां भारती को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त किया। इसमें कहीं भी मूर्ति पूजा जैसा कर्मकांड नहीं है।
Tuesday, November 3, 2009
एशियन हार्ट इंस्टीटयूट इज दा बैस्ट
लोग कहते है कि जब से प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सर्जरी हुई है, डॉ. रमाकान्त पाण्डा का नाम बहुत आगे आ गया है । लेकिन यह सत्य है कि डॉ. रमाकान्त पाण्डा ने कडी मेहनत और लग्न से यह मुकाम हासिल किया है । अभी कुछ दिन पहले दिनांक 23 अक्टूबर 2009 को बिमला गुप्ता का एसेण्डिग अरोटा रूट इन्कलूडिंग वाल चेंज का सफल आपरेशन डॉ. पाण्डा ने किया । ज्ञातव्य है कि इससे पहले इस आपरेशन के लिए जसलोक हस्पताल के डॉ. हेमन्त कुमार , बोम्बे हास्पीटल के डॉ. भट्टाचार्य आदि तथा अनेकानेक डॉक्टरों से इसके बारे में चर्चा की जा चुकी थी, सभी का मत था कि आपरेशन का निर्णण् मेरी जिन्दगी का अहम निर्णय होगा क्योंकि इसमें यह तो दिमागी हालत खराब हो जाएगी या पेरेलॉसिस होने की आशंका 80 प्रतिशत रहेगी । श्रीमती बिमला गुप्ता नहीं चाहती थी कि वे आपरेशन के बाद अपंगों की जिन्दगी जिऐं । इसमें डॉ. रमाकान्त पाण्डा नेविश्वास दिलाया कि वे इस आपरेशन को पूरी लगन से करेंगे और 95 प्रतिशत ठीक ही करेंगे । हुआ भी वही, जो डॉ. पाण्डा ने कहा , वही हुआ ।आज श्रीमती बिमला गुप्ता स्वस्थ है और रूम में शिफ्ट हो गई हैं शायद दो या तीन दिन में उनके घर आने की संभावना है ।और इसका श्रेय जाता है डॉ.पाण्डा और उनकी टीम को।
मुसलमान को वंदे मातरम् नहीं गाना चाहिए।
जमीयत उलेमा हिंद ने देश के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् को गैर-इस्लामिक करार देते हुए इसके खलाफ फतवा सुना दिया है। जमीयत के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन पारित एक प्रस्ताव में कहा गया है कि मुसलमान को वंदे मातरम् नहीं गाना चाहिए। खास बात यह है कि केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम और संचार राज्य मंत्री सचिन पायलट मंगलवार को इस अधिवेशन के समापन समारोह में पहुंचे। जमीयत के प्रमुख और राज्यसभा सांसद मौलाना महमूद मदनी व राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी मोहम्मद उस्मान की मौजूदगी में उलेमा ने कुल 25 प्रस्ताव पास किए। जो अन्य प्रस्ताव पास हुए हैं उनमें से ज्यादातर केंद्र सरकार के लिए राहत कम और चुनौती ज्यादा हैं। उलेमा ने जिहाद की आड़ में आतंकवाद और बेगुनाहों के खून को साफ तौर पर गैर इस्लामिक कृत्य व अपराध करार दिया है और आधुनिक शिक्षण केंद्रों की स्थापना का प्रस्ताव एक राय से पास किया।
अधिवेशन ने यूपीए सरकार के महत्वाकांक्षी महिला रिजर्वेशन बिल को अनावश्यक बताते हुए खारिज कर दिया।ईसाई और कादयानी मिशनरियों द्वारा धर्म परिवर्तन पर भी उलेमा ने विरोधी तेवर दिखाए हैं। उलेमाओं की राय है कि सच्चर कमेटी रिपोर्ट पूरी तरह से लागू की जाए। इस बीच, मुस्लिम लॉ बोर्ड ने जमीयत के फतवे को जायज ठहराते हुए कहा है कि मुस्लमान अल्लाह को छोड़कर किसी की इबादत नहीं कर सकते। बोर्ड के मेंबर कमल फारुकी ने कहा कि हम देश से प्रेम करते हैं लेकिन पूजा नहीं कर सकते।
Sunday, November 1, 2009
मराठी फिल्म के प्रचार में अमिताभ द्वार मदद की पेशकश करने के बाद से एमनएस उनसे काफी खुश
उन्होंने कहा था वह मुंबई में स्टार बने लेकिन उनकी दिलचस्पी उत्तर प्रदेश में है। इसीलिए वह महाराष्ट्र के बजाय उत्तर प्रदेश का ऐंबैसडर बनने की कोशिश करते हैं। एमएनएस कार्यकर्ताओं ने उन दिनों रिलीज हुई अमिताभ की फिल्म 'लास्ट लीयर' के पोस्टर भी फाड़ दिए थे। अमिताभ ने एमएनएस कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन में और अपने ब्लॉग पर माफी मांगी थी। तब कहीं जा कर एमएनएस ने अपना अभियान बंद किया था। हालांकि यह पहला अवसर नहीं है जब बिग बी ने किसी मराठी फिल्म की मदद की पेशकश की है। नवंबर 2004 में अमिताभ ने ऑस्कर में भारत की ओर से नॉमिनेट मराठी फिल्म के निर्माताओं को एक लाख रुपये की मदद दी थी। अमिताभ की कंपनी एबी कॉरपोरेशन ने एक मराठी फिल्म भी बनाई है, जो रिलीज के लिए तैयार है।
Wednesday, October 21, 2009
विंडोज-7 के बारे में जो शुरुआती सिग्नल मिले हैं, वे बेहद एक्साइटिंग
बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट आपके कंप्यूटर के लिए नया दिल लाई है। कंप्यूटर का दिल यानी ऑपरेटिंग सिस्टम। यह नया दिल धड़कन के साथ-साथ चेहरा-मोहरा और हर हरकत बदल देगा। तीन साल पहले आए विंडोज विस्टा के सुपर फ्लॉप शो के बाद विंडोज-7 के बारे में जो शुरुआती सिग्नल मिले हैं, वे बेहद एक्साइटिंग है। जो करिश्मा आपने आई-फोन पर देखा वह, आपके लैपटॉप या पीसी की स्क्रीन पर दिखेगा। टचस्क्रीन वाले कंप्यूटरों पर नया यूजर एक्सपीरियंस मिलेगा और माउस और की-बोर्ड के अलावा स्क्रीन को छूकर भी काम कर सकेंगे। साथ ही पीसी को पहले से ज्यादा तेज, सेफ और स्मार्ट बनाने के लिए भी इसमें फीचर्स का ढेर है। विंडोज-7 का आना इसलिए अहम नहीं है, क्योंकि इसमें कई गजब के फीचर हैं। यह एक ऐसी खिड़की खोलेगा जो टेक्नॉलजी की दुनिया को नया आकाश दिखा सकती है। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के डाइरेक्टर ( विंडोज क्लाइंट) जी. रमेश कहते हैं कि होम ग्रुप, प्ले-टु, डाइरेक्ट एक्सेस, स्नैप, जंप लिस्ट जैसे फीचर्स की मदद से लोगों को अपने काम नए ढंग से करने में आसानी होगी, साथ ही बिजनस यूजर्स के लिए भी विंडोज-7 में कई कॉस्ट सेविंग फीचर हैं। अब तक का रिस्पॉन्स उत्साह बढ़ाने वाला रहा है। बिल गेट्स के उत्तराधिकारी स्टीव बामर को उम्मीद है कि अब अपशगुनों का सिलसिला खत्म होगा। विस्टा ऐसा फ्लॉप हुआ कि लोगों को बताने में शर्म आने लगी कि वे इस पर काम करते हैं, कई लोगों ने तो विस्टा हटाकर फिर से एक्सपी लगवाया। इंटरनेट की दुनिया में एमएसएन ने गूगल और याहू के आगे सिर झुका दिया। आई पॉड के आगे माइक्रोसॉफ्ट का प्लेयर जून गूंगा ही हो गया। ई-मेल और इंटरनेट देखने के लिए लोग अब कंप्यूटर के मोहताज नहीं, आई-फोन जैसे तमाम स्मार्टफोन ने नए रास्ते खोल दिए। इस पर माइक्रोसॉफ्ट ने मोबाइल के लिए अपना ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज मोबाइल पेश किया। लेकिन वहां भी बात नहीं बन रही। वेब ब्राउजरों में इंटरनेट एक्सप्लोरर का 2004 तक हिस्सा 90 फीसदी था जो अब 65 पर आ गिरा है। इतने गम कम नहीं थे कि मंदी के चलते कंप्यूटरों की बिक्री पर भी ब्रेक लग गए। हालत यह हो गई है कि माइक्रोसॉफ्ट की कमाई पर ही एक अरब डॉलर का ब्रेक लगा है। ये आखिरी झटका सबसे खतरनाक है, न सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट के लिए बल्कि पूरी पीसी इंडस्ट्री के लिए। गार्टनर का अनुमान है कि 2009 में पीसी की डिमांड दो पर्सेन्ट कम रहेगी। अब जबकि मंदी ठंडी पड़ने लगी है, कंप्यूटर में एक ऐसे एक्साइटिंग धमाके का इंतजार था जो पूरे सेगमेंट में जान डाल दे। विंडोज-7 को आज पेश किया जाएगा... 2009 के सबसे बड़े टेक्नॉलजी शाहकार के तौर पर। विंडोज 7 के 7 किलर फीचर 1. बंद करने और स्टार्ट करने में लगेगा कम वक्त 2. टच स्क्रीन, जिसमें माउस बनेगी आपकी उंगली 3. फाइल्स को पासवर्ड से प्रोटेक्ट कर होम ग्रुप के साथ शेयर कर सकेंगे 4. किसी भी ड्राइव में सेव की गई फाइलों को एक क्लिक से एक्सेस 5. ज्यादा जरूरी आइकन जोड़ने की सुविधा, माउस टच से विंडो प्रिव्यू 6. पसंदीदा प्रोग्राम की लिस्ट तक सीधे एक्सेस, एक्सप्लोरर-8 पर वेबसाइट्स की लिस्ट 7. मोबाइल, कैमरा, प्रिंटर के साथ पीसी का आसान कनेक्शन
Saturday, October 17, 2009
क्रिकेटर के बैग से विस्फोटक बरामद
Wednesday, October 14, 2009
30 साल की एक टीचर और 15 साल के छात्र का प्यार
30 साल की एक टीचर और 15 साल के छात्र का प्यार कुछ इस तरह परवान चढ़ा कि दोनों घर से फरार हो गए और जिंदगी बसर करने लगे। हालांकि पुलिस ने उन्हें लगभग 5 महीने बाद पकड़ लिया। दोनों रोहतक में किराए के एक फ्लैट में पति-पत्नी बनकर रह रहे थे। जहां टीचर ने एक स्कूल में जॉब कर ली थी, वहीं किशोर एक होटल में बैरा बन गया था। पुलिस ने महिला टीचर को जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार शालीमार गार्डन सी ब्लॉक में स्थित एक स्कूल में मैथ की टीचर का 11वीं क्लास के एक स्टूडेंट से प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। 15 मई को लास्ट एग्जाम होने के बाद 16 मई को टीचर और छात्र दोनों घर से भाग गए थे। जनकपुरी में रहने वाले छात्र के परिवार ने जब छानबीन की, तो उन्हें असलियत का पता लगा। इसके बाद उन्होंने महिला टीचर के खिलाफ छात्र को बहला फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट साहिबाबाद थाने में दर्ज कराई थी। 2 दिन पहले पुलिस को सूचना मिली कि दोनों रोहतक में एक किराए के फ्लैट में पति-पत्नी के रूप में रहे रहे हैं। फ्लैट का किराया देने और अन्य खर्च को पूरा करने के लिए जहां महिला ने एक स्कूल में टीचर की जॉब कर ली, वहीं छात्र पास ही के एक होटल में वेटर की नौकरी करने लगा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को पकड़ लिया। बाद में वो उन्हें लेकर साहिबाबाद आ गई। क्षेत्र के चौकी इंचार्ज आर. पी. सिंह के अनुसार चूंकि छात्र नाबालिग है और उसके परिवार की ओर से रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी इसलिए उसे परिवार को सौंप दिया गया, जबकि महिला टीचर को नाबालिग को बहला फुसलाकर ले जाने के आरोप में जेल भेज दिया गया है।
Monday, October 12, 2009
5 बार से ज्यादा इस्तेमाल करने पर दूसरे बैंक को ट्रांजैक्शन चार्ज देना होगा।
दूसरे बैंकों के एटीएम के इस्तेमाल पर पाबंदी के दिन करीब आ गए हैं। आगामी गुरुवार यानी 15 अक्टूबर से यह पाबंदी लग जाएगी। इसके तहत कोई भी शख्स दूसरे बैंक के एटीएम से एक बार में 10 हजार रुपये से ज्यादा राशि नहीं निकाल पाएगा और दूसरे बैंक के एटीएम का फ्री इस्तेमाल महीने में 5 बार से ज्यादा नहीं कर पाएगा। 5 बार से ज्यादा इस्तेमाल करने पर दूसरे बैंक को ट्रांजैक्शन चार्ज देना होगा। अगस्त में भारतीय रिजर्व बैंक ने कर्मशल बैंकों से कहा था कि वे थर्ड पार्टी एटीएम यूज पर अक्टूबर के मध्य से पाबंदी लगाएं। आरबीआई ने यह निर्देश इंडियन बैंक असोशिएशन (आईबीए)की सिफारिश के आधार पर दिए थे। आईबीए ने अपनी सिफारिश में कहा था कि ग्राहकों द्वारा दूसरे बैंकों के एटीएम के फ्री इस्तेमाल से बैंकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आईबीए की सिफारिश के मुताबिक, कोई भी बैंक में सेविंग अकाउंट रखने वाला ग्राहक एक महीने में सिर्फ 5 दफा दूसरे बैंकों के एटीएम का फ्री इस्तेमाल कर सकता है। 5 बार से ज्यादा इस्तेमाल पर उनसे चार्ज लिया जाएगा। करंट अकाउंट रखने वाले ग्राहकों को दूसरे बैंक के एटीएम के इस्तेमाल पर हर बार पैसे देने होंगे। आईबीए ने यह सिफारिश भी थी कि कोई भी ग्राहक दूसरे बैंक के एटीएम से 1 बार में कम से कम 10 हजार रुपये निकाले, पर छोटे ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने ऐलान किया था कि इस साल 1 अप्रैल से दूसरे बैंकों से अकाउंटस के बारे में जानकारी प्राप्त करने और पैसे निकालने पर ग्राहकों से चार्ज नहीं लगेगा। पर थर्ड पार्टी एटीएम ट्रांजेक्शन की सूरत में बैंक संबंधित बैंकों से 18-20 रुपये प्रति महीना चार्ज कर सकते हैं। पर बाद में इस पर बंदिश लगाने की सिफारिश की गई है और आगामी गुरुवार से यह व्यवस्था लागू होने जा रही है।
शिल्पा शेट्टी पर उनके रेस्तरां के पूर्व बॉस ने 60 लाख पाउंड (करीब 44 करोड़ रुपये) का मुकदमा ठोक दिया
बॉलिवुड ऐक्ट्रिस शिल्पा शेट्टी पर उनके रेस्तरां के पूर्व बॉस ने 60 लाख पाउंड (करीब 44 करोड़ रुपये) का मुकदमा ठोक दिया है। फास्ट फूड रेस्टोरेंट टिफिन बाइट्स के संस्थापक 42 वर्षीय जमाल हिरानी ने दावा किया कि शिल्पा का रास्ता साफ करने के लिए उन्हें जबरन निकाला गया। इससे पहले उन्होंने एक इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल में साढ़े दस लाख पाउंड का दावा करते हुए मुकदमा दायर किया था। लंदन इवनिंग स्टैंडर्ड ऑनलाइन ने यह जानकारी दी है। हिरानी ने अब हाई कोर्ट में 60 लाख पाउंड का मुकदमा दायर किया है। हिरानी ने आरोप लगाया है कि उन्हें जबरन कंपनी से निकाला गया। इससे कंपनी को बंद करने और उसे नए नाम से खोलने का रास्ता साफ हो गया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ गलत आरोप लगाए गए। यह मेरी कंपनी थी और मुझे ही हटा दिया गया। रियेलिटी शो बिग ब्रदर में भाग लेने के बाद ब्रिटेन में काफी जाना पहचाना नाम बन चुकी शिल्पा शेट्टी हाल ही में कंपनी की सह अध्यक्ष बनी थीं। इसके लिए शिल्पा और उनके मंगेतर राज कुंद्रा ने कंपनी के 33 फीसदी शेयर खरीदने के लिए 60 लाख पाउंड का भुगतान किया था। उधर, शिल्पा के प्रवक्ता ने इस विवाद पर कहा कि यह मामला शिल्पा और राज के कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने से पहले का है। शिल्पा को निष्पक्ष फैसले की उम्मीद है।
Friday, October 9, 2009
दिखावा इकानॉमी क्लास का, सफर बिजनेस क्लास में
पायलटों ने मंत्रियों के कथित किफायत अभियान की पोल खोल दी है। उनका कहना है कि अगर मंत्री जी नाराज होते हैं, तो इसके लिए हमें जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। वजह यह है कि मंत्री महोदय किफायत अभियान को चमकाने के लिए अपनी बुकिंग तो इकॉनमी क्लास में करवाते हैं, लेकिन वे सफर विमान के बिजनस क्लास में ही करना चाहते हैं। इंडियन कमर्शल पायलट्स असोसिएशन (आईसीपीए) द्वारा एयर इंडिया के सीएमडी अरविंद जाधव को लिखे गए एक विरोध पत्र से इसका खुलासा हुआ है। पत्र में कहा गया है कि मंत्री लोग फ्लाइट में बुकिंग तो करवाते हैं इकॉनमी क्लास में, लेकिन फिर दबाव डालने लगते हैं कि उन्हें 'जे' क्लास यानी बिजनस क्लास में अपडेट कर दिया जाए। उनकी फरमाइश पूरी न हो, तो वे अक्सर बखेड़ा खड़ा करते हैं। इससे पायलटों पर दबाव पड़ता है। पायलटों की गुजारिश है कि मंत्री महोदय की नाराजगी के लिए हमें कसूरवार न माना जाए।
बाकी कुछ बचा तो, मंहगाई मार गई
सड़क किनारे लगने वाली सब्जी की दुकान पर परसादी लाल ने जब एक आलू उठाकर भाव पूछा तो 8 रुपये पाव दाम सुनते ही हाथ से आलू छूट गया। सब्जी वाला जो परसादी की तरह ही परेशान लग रहा था पूछ बैठा, क्या हुआ? बस परसादी के सब्र का बांध टूट गया। आग लगे जा रही है महंगाई में। हम आलू की खेती में बर्बाद होकर दिल्ली में आकर मजूरी कर रहे हैं और वही आलू अब 8 का पाव बिक रहा है। सब्जी वाले को परसादी अपना सा लगा। बोला - बानी से पहचान गया कि अपने उधर का ही है। बताने लगा कि प्याज सात का पाव और नीबू 6 का एक है। कौन खरीदेगा? महंगाई पर शुरू हुई चर्चा चुनावों तक जा पहुंची और चुनावों से नेताओं के ऐश और जनता के संघर्षों पर बात होने लगी। 13 अक्टूबर को हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। तीनों जगह कांग्रेस की सरकारें हैं। जब चुनावों की घोषणा हुई थी तो कांग्रेस तीनों जगह जोरदार जीत के दावे कर रही थी। मगर जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, कांग्रेस को असली चुनौती समझ में आने लगी है। कांग्रेस को विपक्ष की चिंता नहीं क्योंकि तीनों राज्यों में विपक्ष मजबूत नहीं है। असली खतरा उसे परसादी की इस भविष्यवाणी से लग रहा है कि वोट डालने जाएगा कौन? जनता गुस्से में है और जब जनता गुस्से में होती है तो वह यह तय करती है कि वोट किसे नहीं देना। यह नहीं देखती कि वोट कुएं में जा रहा है या खाई में। हालांकि कांग्रेस ऊपरी तौर पर यह कह रही है कि लोकसभा चुनाव में भी महंगाई थी। पार्टी के सीनियर नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि जनता महंगाई की वजह जानती है। महंगाई से कांग्रेस की संभावनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पर महंगाई से अंदर ही अंदर चिंतित कांग्रेस के नेता 11 साल पहले दिल्ली विधानसभा के चुनाव को याद कर रहे हैं, जिसमें प्याज ने बीजेपी को रुलाया था और उन्हें सत्ता में पहुंचाया था। तब प्याज 80 रुपये किलो बिक रहा था। बीजेपी को प्याज इतना महंगा पड़ा कि वह आज तक दिल्ली की सत्ता में वापसी नहीं कर सकी है। जनता के संपर्क में रहने वाले कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं को यह जानकारी है कि गरीबों, मजदूरों, किसानों, छोटे दुकानदारों और कम वेतन पाने वाले मुलाजिमों से लेकर मध्यम आय वर्ग तक में परसादी की तरह महंगाई के सवाल पर गुस्सा फैल रहा है। गुरुवार को एक बड़े नेता ने जब आलू-प्याज के भाव सुनकर दालों और चीनी के भाव मालूम किए तो उनके चेहरे पर भी शिकन पड़ गई। कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, वहां हमारी सरकारें हैं। वहां जमाखोरों पर छापे नहीं मारे जाना समझ के बाहर है। देश की राजधानी दिल्ली में अगर जमाखोरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए तो पूरे देश में असर पड़ेगा। कांग्रेस के सूत्र मान रहे हैं कि महंगाई तीनों राज्यों में पाटीर् की अच्छी संभावनाओं को खराब कर सकती है।
Tuesday, October 6, 2009
बकवास बंद कर। ' हमारा भी यही कहना है।
कंपनी मामलों के मंत्री सलमान खुर्शीद को यह बात नहीं पच रही कि प्राइवेट कंपनियों के अधिकारियों को भारी - भरकम सैलरी मिलती है। योजना आयोग के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नौकरशाह मोंटेक सिंह अहलूवालिया भी इस मामले में खुर्शीद से इत्तफाक रखते हैं और कहते हैं कि कंपनियों के CEOs को 'Indecent salaries' ( उल - जलूल वेतन ) नहीं दिया जाना चाहिए। जिम्मेदार पदों पर बैठे इन लोगों से ऐसी बेमतलब की बयानबाजी की अपेक्षा नहीं की जाती। प्राइवेट कंपनी के अधिकारी जो भारी - भरकम सैलरी लेते हैं तो वह पैसा सरकार की जेब से नहीं जाता। यह पैसा उन्हें उनकी काबलियत और योग्यता के आधार पर मिलता है। यह पारिश्रमिक होता है कंपनी के लिए मुनाफा कमाने , कारोबार बढ़ाने और हजारों लोगों को रोजगार देने का। यह पैसे उन्हें अधिसंख्य सरकारी नौकरों की तरह कुर्सी तोड़ने , बेवजह काम लटकाने और जनता के पैसे की बर्बादी करने के लिए नहीं मिलते। यह उनकी मेहनत की कमाई है जिसपर वह पूरा टैक्स चुकाते हैं।
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यहां आंकड़े देने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि हर नागरिक यह जानता है कि हमारे सांसदों और मंत्रियों पर कितना खर्च होता है। देश को चलाने के नाम पर करोड़ों रुपये संसद में स्वाहा होते हैं लेकिन आम आदमी तक रुपये में दस पैसा भी नहीं पहुंचता। दिल्ली के जिन सरकारी बंगलों में हमारे नेता रहते हैं , वहां जमीन की कीमत अरबों नहीं तो करोड़ों में तो है ही। क्यों नहीं सभी सांसदों - मंत्रियों के लिए बहुमंजिला इमारत बना दी जाए और सबको एक - एक अपार्टमेंट दे दिया रहने के लिए ? ऐसा क्या करते हैं आप जिसके लिए जनता के पैसे की दीवाली मना रहे हैं ? फ्री में चलो , फ्री में उड़ो , फ्री में ठहरो। पता है , यह पैसा टैक्स देने वाले की जेब से आ रहा है ? कांग्रेस और केंद्र सरकार में सादगी के नाम पर जो तमाशा हो रहा है यह किसी से छिपा नहीं है। लेकिन उसी सरकार के मंत्री फाइव स्टार होटल में रहते हैं। छाती ठोककर कहा कि किसी से मांग नहीं रहे हैं , अपनी जेब से खर्च उठा रहे हैं। तभी फिर एक खुलासा हो गया कि जिन होटलों में माननीय मंत्री ठहरे थे , उनमें सरकारी खर्च पर रहने की मनाही है और इन होटलों के एमपैनलमेंट के लिए कोशिश की गई थी। यानी , यह खुलासा न होता तो होटल सरकारी पैनल में आ जाते और सरकार द्वारा भुगतान करने का अड़ंगा भी खत्म हो जाता। वैसे , अबतक किसी को पता नहीं कि दोनों मंत्रियों ने अपने फाइव - स्टार होटल प्रवास का कितना बिल चुकाया है। सलमान खुर्शीद ने लोकसभा चुनाव में अपने हलफनामे में 2.61 करोड़ की संपत्ति होने की बात कही थी। खुर्शीद नामी और बेहद कामयाब वकील हैं इसलिए इसमें कोई अनोखी बात नहीं है। केस लड़ने के लिए वह मोटी फीस भी जरूर लेते होंगे। कल को कोई उनसे कहे कि आप तो जन - प्रतिनिधि हैं , आपको पैसे की क्या जरूरत , आप हर केस की फीस सिर्फ दस रुपये लीजिए। लेंगे ? नहीं न ! फिर दूसरों को नसीहत क्यों दे रहे हैं। पैसा कमाना तो आदमी का मौलिक अधिकार होना चाहिए। अगर आप किसी गलत तरीके से नहीं कमा रहे हैं तो इसकी सीमा क्यों होनी चाहिए ? यहां भ्रष्टाचार की तो अभी तक बात भी नहीं छेड़ी गई है। नरेगा में फर्जीवाड़े के नाम पर अरबों रुपये के वारे - न्यारे , सांसद - विधायक निधि में कमीशनखोरी , बड़े - बड़े ठेकों में हिस्सा ... हर सर्वे , हर बहस , हर नुक्कड़ पर सबसे ज्यादा भ्रष्ट की चर्चा हो तो नेताओं को नाम सबसे ऊपर आता है। जन - प्रतिनिधि अब खुद तो धन - प्रतिनिधि बन गए हैं लेकिन कोई और पैसे कमाए यह उनसे बर्दाश्त नहीं। एक लोकप्रिय म्यूजिक चैनल पर दो अजीब से प्राणी दिखाई देते हैं। इसमें छोटा प्राणी बड़े वाले से चुहल करता नजर आता है और झल्लाकर बड़े को कहना पड़ता है , ' बकवास बंद कर। ' हमारा भी यही कहना है।
एक कंप्यूटर इंस्टिट्यूट की टीचर के साथ सोमवार रात बदमाशों ने गैंग रेप किया।
Sunday, October 4, 2009
अपराधी अफजल गुरु को फांसी देने के मामले में कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी।
संसद पर हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु को फांसी देने में हो रही देरी से खफा आरएसएस ने मर्सी पिटिशन के निपटारे की समय सीमा तय करने की मांग की है। संघ ने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 72 में राष्ट्रपति को इस संबंध में विशेष और असीमित अधिकार दिए गए हैं। राष्ट्रपति द्वारा मर्सी पिटिशन स्वीकार कर लिए जाने के बाद उसके निपटारे की कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। मर्सी पिटिशन के निपटारे की समय सीमा तय नहीं किए जाने पर संघ के मुखपत्र पांचजन्य में कहा गया है, 'मैडम प्रेजीडंट, फांसी मत लटकाओ, फांसी पर लटकाओ, फांसी पाए अपराधी सरकार की प्रॉपर्टी नहीं हैं।' गौरतलब है कि मर्सी पिटिशन के निपटारे की समय सीमा तय नहीं होने के कारण उसका निपटारा होने तक फांसी नहीं दी जा सकती। ऐसे में न सुप्रीम कोर्ट उन पर दबाव डाल सकता है, न ही सरकार। वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम ने कहा कि फांसी की सज़ा पर तामील नहीं करना या उसे टालना अपराधियों के हौसला बढ़ाने के समान है। नई यूपीए सरकार ने साफ कर दिया है कि संसद हमला मामले के अपराधी अफजल गुरु को फांसी देने के मामले में कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी। मौत की सजा पाए अपराधियों के राष्ट्रपति से माफी की अपील के जितने भी मामले हैं उन सब पर क्रम से विचार होगा। गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया कि मौत की सजा पाए 28 कैदियों के मामले हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने गृह सचिव से इन मामलों पर सूची में क्रमानुसार विचार करने को कहा है जिससे याचिकाओं को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का फैसला किया जा सके'। बकौल चिदंबरम, 'गृह सचिव पहला मामला देखेंगे। फिर हम सूची में क्रम से बाद के कैदियों के मामले देखेंगे। अधिकारी मुझे एक-एक करके हर मामले के बारे में जानकारी देंगे।' जब उनसे पूछा गया कि आखिर अफजल गुरु की दया याचिका पर कब विचार किया जाएगा तो चिदंबरम ने कहा, 'अफजल की याचिका सूची में 22वें नंबर पर है। यह कई बार कहा जा चुका है और मैं चाहता हूं कि आप ये दो नंबर याद रखें - 28 में से 22वां।
पायलट और केबिन क्रू के एक सदस्य के बीच मारपीट हो गई।
शारजाह से लखनऊ जा रहे एयर इंडिया के विमान में शनिवार सुबह एक पायलट और केबिन क्रू के एक सदस्य के बीच मारपीट हो गई। दोनों घायल हो गए। एयरलाइन के एक अधिकारी ने बताया, 'इंडिया के आईसी-184 के एक पायलट और केबिन क्रू के एक सदस्य के बीच किसी मुद्दे को लेकर भिड़ंत हो गई। उन्होंने कहा कि घटना उस वक्त की है जब विमान पाकिस्तान के ऊपर उड़ रहा था। घटना सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई। उन्होंने कहा कि 106 यात्रियों और क्रू के सात सदस्यों के साथ विमान ने शारजाह के समय के अनुसार 12 बजकर 35 मिनट पर उड़ान भरी थी। विमान सुबह छह बजे लखनऊ पहुंचा जहां घटना की रिपोर्ट की गई। घटना की जांच पूरी होने तक एयरलाइन प्रबंधन ने पायलट और क्रू सदस्य को ड्यूटी से हटा दिया है। एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि पायलट एवं क्रू सदस्य द्वारा दावे एवं प्रतिदावे के बीच प्रबंधन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, जांच पूरी होने तक तक पायलट और केबिन क्रू को रोस्टर से हटा दिया गया है।
Thursday, September 24, 2009
यह भी सोचना चाहिये कि हम भारत की संस्कृति को कहीं विनाश की ओर तो नहीं ले जा रहे है कयों यह तथ्य कि अखबार चाइनडेली में छपी एक खबर के मुताबिक
Tuesday, September 22, 2009
अयोटा रेयर सर्जरी के बाद अब वह बिल्कुल ठीक हैं।
चिट्ठी नहीं ये है लेटर बम
Sunday, September 20, 2009
पंडित रविशंकर की बेटी और कंपोजर अनुष्का शंकर की निजी तस्वीरों हैक करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया
पंडित रविशंकर की बेटी और कंपोजर अनुष्का शंकर की निजी तस्वीरों को उनके लैपटॉप से हैक कर ब्लैकमेल करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने जुनैद को 14 दिनों के लिए जुडिशल कस्टडी में भेज दिया है। मुंबई से गिरफ्तार इस शख्स का नाम जुनैद अहमद बताया जा रहा है। इससे पहले मीडिया और टीवी चैनलों में खबरें आईं कि किसी ने मशहूर सितारवादक पंडित रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर के लैपटॉप से निजी फोटो चुरा लिए हैं। इन तस्वीरों के जरिए अनुष्का को ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 386 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली थी और इस मामले की जांच कर रही थी। बताया जाता है कि अनुष्का का लैपटॉप मरम्मत के लिए दक्षिणी दिल्ली के ऐपल सर्विस सेंटर में भेजा गया था। पुलिस को शक है कि सर्विस सेंटर में ही किसी ने अनुष्का की तस्वीरें चुरा लीं। खबरों के मुताबिक , अनुष्का शंकर , अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहती हैं और उनका एक घर दिल्ली में भी है। इस साल फरवरी में उन्होंने अपना लैपटॉप मरम्मत के लिए सर्विस सेंटर भेजा था। अगस्त में पंडित रवि शंकर ने इस मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस से की जिसके बाद पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी। इस मामले में जांचकर्ताओं का शक मुंबई में रहने वाले एक शख्स पर है।
ग्लैमरस अंदाज में अनुष्का शंकर कहा जा रहा है कि तथाकथित ब्लैकमेलर ने अनुष्का को कई ईमेल भेजे हैं जिनमें से कुछ भारत के बाहर से भी भेजे गए। ऐसे ही एक ईमेल में तस्वीरें के बदले एक लाख डॉलर की मांग भी की गई। लेकिन जांचकर्ताओं का कहना है कि आईपी अड्रेस और जीपीआरएस कनेक्शन के डीटेल से पता चला है कि यह ईमेल भारत से ही भेजे गए हैं।
ओरहो गया हिन्दी का श्राद्ध्
हिन्दी वालों ने कर दिया हिन्दी का श्राद्ध् तथा एक साल के लिए कर दी सरकारी दफ्तरों से हिन्दी की छुट्टी । यह कोई नई बात नहीं है, साठ साल से यही हो रहा है और अनन्त काल तक इसी प्रकार होता रहेगा । यह एक संयोग है कि इस साल श्राद्ध् अमावश्या तथा हिन्दी के सप्ताह मनाने का दिन एक ही था । सभी कार्यालयों के अध्यक्ष 14 सितम्बर को तो संदेश वाचन में व्यस्त थे या इंदिरा गांधी पुरस्कार की दौड में । हिन्दी सप्ताह मनाया गया तथा 14 सितम्बर से 18 सितम्बर तक यह आयोजन हुआ । बडी बडी बाते कही गई, बडे बडे भाषण और व्याख्यान दिए गए । हिन्दी के सम्मान में सभी ने गुणगान कर अपने कर्त्तव्य की इतिश्री की । अपने अपने विभागाध्यक्ष से इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पुरस्कार प्राप्त किया और हिन्दी को एक साल के लिए खूंटी पर टांग दिया अब यही सबकुछ अगले साल होगा ।
सरकारी कार्यालयों में हिन्दी में सर्वोत्कृष्ट कार्य करने के लिए हर साल की तरह इस साल भी स्व. इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार भारत की महामहिम राष्ट्रपति महोदया के कर-कमलों से पाकर कार्यालयाध्यक्ष धन्य हो गए लेकिन किस कीमत पर, केवल झूठ के सहारे । धारा 3(3) का शत प्रतिशत अनुपालन दिखाया गया जबकि जो कागजात उन कार्यालयों से कंप्यूटर से जॅनरेट होते है , वे सभी केवल और केवल अंग्रेजी में ही जारी हो रहे है । मैं इस तथ्य को इसलिए कह रहा हूं कि यह मामला संसदीय राजभाषा समिति की अनेकानेक बैठकों में उठा है और इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार पाने वाले कार्यालयाध्यक्षों ने संसदीय राजभाषा समिति के समक्ष यह स्वीकार किया है कि उनके यहां राजभाषा अधिनियम की धारा 3(3) का अनुपालन नहीं हो पा रहा है विशेषकर कंप्यूटर जनित दस्तावेज तो केवल अंग्रेजी में जारी हो रहे है । इस तथ्य के बाद भी इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार दिया जाना शायद स्व. इंदिरा गांधी जी को कभी भी स्वीकार नहीं होता । क्या इस तथ्य पर राजभाषा विभाग गौर करेगा कि इसकी इंक्वारी सीबीआई से कराई जाए और झूटे आंकडे जिन कार्यालयों ने दिये है उस आंकडों के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने वाले अधिकारी के विरूद्ध् कडी कार्रवाई हो तो शायद भारत का आम आदमी अपनी भाषा के कार्यान्वयन का सपना देख सके । अन्यथा प्रणाम राजभाषा विभाग को और उनके ऐसे अधिकारियों को जो केवल कुछ गिफ्ट लेकर इस प्रकार का घृणित अपराध करते है कि अपनी भाषा के प्रति ही भृष्ट आचरण करते हैं । मैं ऐसे विभागो को भी प्रणाम करता हूं जो झूटे आंकडे देकर पुरस्कृत हो रहे हैं । वे सभी धन्य हैं ।
सगे बेटे ने बैंक मैनेजर के साथ मिलकर मां के खाते से लाखों रुपये निकाल लिए
सगे बेटे ने बैंक मैनेजर के साथ मिलकर मां के खाते से लाखों रुपये निकाल लिए । आरोप है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने नियम कानून को तक पर रखकर पेंशन खाते में अवैध रूप से उनके बेटे का नाम जोड़ दिया और खाते पर इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा भी मुहैया करा दी। महत्वपूर्ण है कि पेंशन खाते से रकम निकालने की अनुमति बैंक अधिकारी पेंशनर की उपस्थिति सुनिश्चित करने के बाद ही देते हैं। इस मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक पलवल की कृष्णा कॉलोनी में रहने वाली राजवती का एसबीआई बैंक में पेंशन का अकाउंट है। 3 जुलाई को वह अपने खाते से रुपये निकालने गईं तो पता चला कि उनका खाता इस ब्रांच से फरीदाबाद के सेक्टर-21 सी स्थित एसबीआई ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया है। एसबीआई के अधिकारियों ने राजवती को बताया कि उनके खाते से पांच लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। राजवती ने दावा किया कि उन्होंने इतनी बड़ी रकम नहीं निकाली है। जब राजवती ने पलवल में बैंक अधिकारियों से बात की तो उन्हें फरीदाबाद जाने को कहा गया। वह फरीदाबाद के सेक्टर-21 सी स्थित एसबीआई ब्रांच पहुंची। वहां मैनेजर ने बताया कि वह अपने बेटे मंदीप के साथ आई थीं और यह रकम निकाली, जबकि राजवती का कहना था कि वह पहली बार इस ब्रांच में आई हैं। राजवती का कहना है कि एसबीआई की फरीदाबाद ब्रांच के मैनेजर ने उनके पेंशन खाते में उनके बेटे मंदीप का नाम भी जोड़ दिया। इस खाते पर इंटरनेट बैंकिंग सुविधा भी उपलब्ध करा दी। महत्वपूर्ण है कि पेंशन खाते में किसी और व्यक्ति का नाम नहीं जोड़ा जा सकता है। राजवती ने आरोप लगाया कि मंदीप ने बैंक मैनेजर की मिलीभगत से उनके खाते से पांच लाख रुपये निकाले। तीनों ने उनके नाम से झूठे कागजात बनाए। इन कागजों में जीपीए, पैन कार्ड समेत दूसरे कागजात शामिल हैं। इन पर उनके साइन नहीं हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
Tuesday, September 15, 2009
कॉमनवेल्थ गेम्स : परियोजनाएं या तो लेट हैं या फिर शुरू ही नहीं हो पाई हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों को लेकर कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन के अध्यक्ष माइकल फेनेल की चिंता पूरी तरह से जायज नजर आ रही है। गेम्स के लिए चल रहीं कुल 35 परियोजनाओं में से आधा दर्जन को छोड़ बाकी परियोजनाएं या तो लेट हैं या फिर शुरू ही नहीं हो पाई हैं। अक्षरधाम के निकट बन रहा गेम्स विलेज भी समय पर तैयार हो पाएगा कहना मुश्किल है। बिजली - पानी के पूरे इंतजाम नहीं हैं। अब तक बसों का ही अता - पता नहीं है तो ट्रांसपोर्ट सिस्टम कैसे दुरुस्त होगा ? एयरपोर्ट के लिए तैयार किया जा रहा वॉटर प्लांट मंदी की मार झेल रहा है। सड़कें बदहाल हैं , कई रेलवे ओवर ब्रिज लटके पड़े हैं। ऐसे में फेनेल का प्रधानमंत्री डॉ । मनमोहन सिंह का हस्तक्षेप चाहना भी ठीक लगता है। कवि की चुटकी :
खतरे की घंटी पर संतुष्ट हमारी शीला अंटी
स्टेडियम टारगेट से पीछे अगले महीने अक्टूबर में कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन की टीम तैयारियों का जायजा लेने दिल्ली आ रही है। इस टीम में कॉमनवेल्थ गेम्स के सभी 70 देशों के सदस्य आ रहे हैं। सभी तैयारियां लेट चल रही हैं। गेम्स विलेज में सिर्फ ढांचा खड़ा किया गया है। बाकी कामबाकी है। त्यागराज स्टेडियम को छोड़ कर छत्रसाल स्टेडियम , नेहरू स्टेडियम , यमुना स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स , डॉ . करणी सिंह शूटिंग रेंज , साकेत स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स सहित सभ टारगेट से पीछे चल रहे हैं। राजधानी में कई सरकारी एजेंसियां होने के कारण 16 रेलवे ओवर ब्रिज किसी न किसी विवाद में फंसे हैं। एजेंसियों की आपसी खींचतान के कारण इन्हें पूरा करने में दिक्कतें आ रही हैं। न ब्यूटीफिकेशन , न बिजली गेम्स के लिए तैयार हो रहे स्थलों के आसपास 12 सड़कों का सौंदर्यीकरण किया जाना है , ये काम भी आपसी खींचतान में फंसा हुआ है। गेम्स के दौरान बिजली कहां से आएगी , इस पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। पूरी तरह गेम्स के लिए तैयार किया जा रहे 1500 मेगावॉट क्षमता के बवाना पावर प्लांट में अभी 30 फीसदी तक ही काम हुआ है। प्लांट में कंट्रोल पैनल तक नहीं बना है। दादरी पावर प्लांट गैस के लिए जूझ रहा है। दामोदर वैली कॉरपोरेशन से भी बिजली की आस नजर नहीं आ रही है। जहां तक पानी का सवाल है तो इंटरनैशनल एयरपोर्ट के लिए तैयार किए जा रहे 50 एमजीडी के द्वारका वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भी बादल मंडरा रहे हैं। प्लांट को तत्काल 300 करोड़ रुपये चाहिए , लेकिन जल बोर्ड के पास पैसा नहीं है। ऐसे में प्लांट का काम धीमा चल रहा है। 29 होटलों का काम शुरू नहीं मंदी के कारण होटलों की 29 साइटों में से काफी सारी साइटों पर काम ही शुरू नहीं हो पाया है। लो फ्लोर बसों का अभी तक कोई अता - पता नहीं है , ऐसे में ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। ये सारी चिंताएं गेम्स की तैयारियों पर ग्रहण लगा रही हैं।
Sunday, September 13, 2009
इच्छुक कैदियों से पैसे लेकर करीब एक महीने तक फिल्म दिखाते रहे
तिहाड़ जेल में अभी तक चोरी-छिपे बीड़ी, अफीम और गांजा ही बिकते थे, लेकिन अब ब्लू फिल्म दिखाने का भी धंधा शुरू हो गया है। कुछ कैदियों ने यह कारनामा किया है। यह कैदी ब्लू फिल्म देखने के इच्छुक कैदियों से पैसे लेकर करीब एक महीने तक फिल्म दिखाते रहे, लेकिन जेल प्रशासन की नींद तब टूटी जब यह मामला काफी कैदियों के बीच चर्चा का विषय बन गया। आनन-फानन में तिहाड़ की सभी जेलों में छापे मारे गए। चार कैदियों से 10 पेन ड्राइव मिलीं, जिनमें ब्लू फिल्म लोड थीं। अब जेल प्रशासन इस मामले को दबाने में जुटा है। सूत्रों का कहना है कि ब्लू फिल्म दिखाने का यह धंधा तिहाड़ की जेल नंबर-2 और 3 में चल रहा था। यहां के चार कैदियों ने कहीं से 10 पेन ड्राइव का इंतजाम किया और इनमें ब्लू फिल्में लोड कर लीं। अभी यह साफ नहीं है कि ब्लू फिल्में कहां से आईं, लेकिन आशंका है कि ये फिल्में जेल सुपरिंटेंडेंट के कंप्यूटरों से ही लोड की गईं, क्योंकि जेल में सिर्फ जेल सुपरिंटेंडेंट के कंप्यूटरों में ही इंटरनेट कनेक्शन है। सूत्रों के मुताबिक, पेन ड्राइव में ब्लू फिल्में लोड करने के बाद इन चारों कैदियों ने दोनों जेलों की लाइब्रेरी में रखे कंप्यूटरों पर इन्हें दूसरे कैदियों को दिखाना शुरू कर दिया। जेलों की लाइब्रेरी में कंप्यूटर कैदियों को सिखाने के लिए हैं। कंप्यूटरों की मदद से गरीब कैदियों के लिए कोर्ट कार्यवाही के लिए डॉक्युमेंट भी तैयार किए जाते हैं। सूत्रों ने बताया कि पहले तो ब्लू फिल्में कैदियों को फ्री में दिखाई गईं लेकिन बाद में दो मिनट की मूवी दिखाने के लिए 100 रुपये और 5 मिनट की मूवी दिखाने के लिए यह कैदी इच्छुक कैदी से 150 रुपये ले रहे थे। दोनों जेलों में ब्लू फिल्म देखने वाले कैदियों की संख्या में इजाफा होता गया। करीब एक महीने तक ऐसा चलता रहा। सूचना मिलने पर जेल प्रशासन ने सभी जेलों में रात में छापे मारे। छापे के दौरान सभी जेलों की लाइब्रेरी में लगे कंप्यूटरों की जांच की गई। इस दौरान जेल नंबर-2 में तीन कैदियों के पास 6 और जेल नंबर-3 में एक कैदी के पास 4 पेन ड्राइव मिलीं। इन पेन ड्राइव की जांच की गई तो उनमें सिर्फ ब्लू फिल्में थीं। इस मामले में तिहाड़ जेल के प्रवक्ता सुनील कुमार ने कहा कि जेल में ब्लू फिल्म दिखाने वाला कोई मामला उनकी जानकारी में नहीं आया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि जेल प्रशासन इस बात को दबा रहा है। चारों कैदियों पर अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सूचना मिलते ही पुलिस भी तत्काल मौके पर पहुंची।
Thursday, September 10, 2009
करीब 5 हजार हिंदू तालिबान के डर से भाग कर भारत आ गए
पिछले चार सालों में पाकिस्तान से करीब 5 हजार हिंदू तालिबान के डर से भाग कर भारत आ गए, कभी वापस न जाने के लिए। अपना घर, अपना सबकुछ छोड़कर, यहां तक की अपना परिवार तक छोड़कर, आना आसान नहीं है। लेकिन इन लोगों का कहना है कि उनके पास वहां से भागने के अलावा कोई चारा नहीं था। 2006 में पहली बार भारत-पाकिस्तान के बीच थार एक्सप्रेस की शुरुआत की गई थी। हफ्ते में एक बार चलनी वाली यह ट्रेन कराची से चलती है भारत में बाड़मेर के मुनाबाओ बॉर्डर से दाखिल होकर जोधपुर तक जाती है। पहले साल में 392 हिंदू इस ट्रेन के जरिए भारत आए। 2007 में यह आंकड़ा बढ़कर 880 हो गया। पिछले साल कुल 1240 पाकिस्तानी हिंदू भारत जबकि इस साल अगस्त तक एक हजार लोग भारत आए और वापस नहीं गए हैं। वह इस उम्मीद में यहां रह रहे हैं कि शायद उन्हें भारत की नागरिकता मिल जाए, इसलिए वह लगातार अपने वीजा की अवधि बढ़ा रहे हैं। गौर करने लायक बात यह है कि यह आंकड़े आधिकारिक हैं, जबकि सूत्रों का कहना है कि ऐसे लोगों की संख्या कहीं अधिक है जो पाकिस्तान से यहां आए और स्थानीय लोगों में मिल कर अब स्थानीय निवासी बन कर रह रहे हैं। अधिकारियों का इन विस्थापितों के प्रति नरम व्यवहार है क्योंकि इनमें से ज्यादातर लोग पाकिस्तान में भयावह स्थिति से गुजरे हैं। वह दिल दहला देने वाली कहानियां सुनाते हैं।
मुनाबाओ रेलवे स्टेशन के इमिग्रेशन ऑफिसर हेतुदन चरण का कहना है, 'भारत आने वाले शरणार्थियों की संख्या अचानक बढ़ गई है। हर हफ्ते 15-16 परिवार यहां आ रहे हैं। लेकिन इनमें से कोई भी यह स्वीकार नहीं करता कि वह यहां बसने के इरादे से आए हैं। लेकिन आप उनका सामान देखकर आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि वह शायद अब वापस नहीं लौटेंगे।' राना राम पाकिस्तान के पंजाब में स्थित रहीमयार जिले में अपने परिवार के साथ रहता था। अपनी कहानी सुनाते हुए उसने कहा- वह तालिबान के कब्जे में था। उसकी बीवी को तालिबान ने अगवा कर लिया। उसके साथ रेप किया और उसे जबरदस्ती इस्लाम कबूल करवाया। इतना ही नहीं, उसकी दोनों बेटियों को भी इस्लाम कबूल करवाया। यहां तक की जान जाने के डर से उसने भी इस्लाम कबूल कर लिया। इसके बाद उसने वहां से भागना ही बेहतर समझा और वह अपनी दोनों बेटियों के साथ भारत भाग आया। उसकी पत्नी का अभी तक कोई अता पता नहीं है। एक और विस्थापित डूंगाराम ने कहा- पिछले दो सालों में हिंदुओं के साथ अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं खासकर परवेज़ मुशर्रफ के जाने के बाद। अब कट्टरपंथी काफी सक्रिय हो गए हैं... हम लोगों को तब स्थायी नौकरी नहीं दी जाती थी, जब तक हम इस्लाम कबूल न कर लें। बाड़मेर और जैसलमेर में शरणार्थियों के लिए काम करने वाले सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढ़ा कहते हैं- भारत में शरणार्थियों के लिए कोई पॉलिसी नहीं है। यही कारण है कि पाकिस्तान से भारी संख्या में लोग भारत आ रहे हैं। सोढ़ा ने कहा- पाकिस्तान के साथ बातचीत में भारत सरकार शायद ही कभी पाकिस्तान में हिदुंओं के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार व अत्याचार का मुद्दा नहीं उठाती है। उन्होंने कहा- 2004-05 में 135 शरणार्थी परिवारों को भारत की नागरिकता दी गई, लेकिन बाकी लोग अभी भी अवैध तरीके से यहां रह रहे हैं। यहां पुलिस इन लोगों पर अत्याचार करती है। उन्होंने कहा- पाकिस्तान के मीरपुर खास शहर में दिसंबर 2008 में करीब 200 हिदुओं को इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया। बहुत से लोग ऐसे हैं जो हिंदू धर्म नहीं छोड़ना चाहते लेकिन वहां उनके लिए सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं।
Tuesday, September 8, 2009
सरकार के फैसले के खिलाफ विद्रोह
सूत्रों के मुताबक नाराज अफसरों ने अपने मुखिया के. सी. वर्मा को अपने फैसले से अवगत करा दिया था। वर्मा की पहल पर कैबिनेट सचिवालय ने अगले सप्ताह विभागीय कमिटी की बैठक बुलाने का आदेश दिया है। रॉ में बाहरी अधिकारियों का मुद्दे लंबे समय से एक समस्या बना हुआ है। इसकी शुरुआत तब हुई थी, जब इंटेलीजेंस ब्यूरो के स्पेशल डाइरेक्टर ए. एस. दौलत को रॉ का चीफ बनाया गया था। 2005 में मनमोहन सरकार ने जब केरल के पुलिस महानिदेशक पी. के. एच. थाराकन को रॉ का नेतृत्व सौंपा था तो उस समय रॉ के तत्कालीन विशेष सचिव जे. के. सिन्हा ने विरोध में इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद 1970 बैच के आईएएस अफसर अशोक चतुर्वेदी रॉ के चीफ बनाए गए थे। उस समय अम्बर सेन को सुपरसीड किया गया था। रॉ का अपना अलग कैडर है। रॉ अलाइड सर्विसेज (आरएएस) कैडर के अफसरों को इस प्रतिष्ठित एजंसी में वरीयता मिलती रही है। आईएएस और आईपीएस से रॉ में आने वाले अफसरों की वरीयता क्रम में सबसे नीचे रखा जाता है। उन्होंने कोई वरिष्ठता लाभ भी नहीं दिया जाता है। इन हालात में माथुर की नियुक्ति ने बवाल खड़ा कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि यदि तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो यह मुद्दा गंभीर रूप ले सकता है।
शशि थरूर ने अपने बयान में कहा है कि वे तो ताज होटल 1 सितंबर को ही छोड़ चुके हैं।
फाइव स्टार होटेलों में रहने को लेकर हो रही आलोचना के बाद विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा और विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर गेस्ट हाउसों में रहने चले गए हैं। इसके पहले प्रणब मुखर्जी ने भी इस बारे में पूछे जाने पर कहा था कि मैंने कृष्णा और थरूर को अपने गेस्ट हाउसों में जाने की सलाह दी थी। उन्होंने मंत्रालयों को सरकारी खर्च कम करने का आदेश देने के मद्देनजर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की। हालांकि दोनों मंत्रियों का कहना है कि वे होटलों में अपने खर्चे से रह रहे थे। शशि थरूर ने अपने बयान में कहा है कि वे तो ताज होटल 1 सितंबर को ही छोड़ चुके हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को वित्त मंत्रालय ने सभी मंत्रालयों को नोटिस जारी कर कहा था कि वे अपने खर्चों में 10 पर्सेंट तक की कटौती करें। मंत्री विदेशों का दौरा कम करें। मंत्री न तो फाइव स्टार होटलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करें और न फाइव स्टार होटलों में रहें। किसी भी प्रदेश के दौरे में वे सरकारी भवन में ही रहें। यहां पत्रकारों से बातचीत में प्रणब मुखर्जी ने कहा, 'दोनों मंत्रियों से होटेल को खाली करने का अनुरोध किया गया है। वे जिन राज्यों से चुनाव जीतकर आए हैं, उन राज्यों के सरकारी भवनों में रह सकते हैं। इसके अलावा दोनों विदेश मंत्रालय से मंत्री है और हैदराबाद हाउस में मंत्रालय का गेस्ट हाउस भी बना हुआ है। दोनों मंत्री चाहे तो वहां रह सकते हैं।' एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि दोनों मंत्री होटेल के कमरों को मंगलवार को ही खाली करने पर सहमत हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार एस. एम. कृष्णा फॉरेन सर्विस इंस्टिट्यूट (एफएसआई) गेस्ट हाउस जा रहे हैं। कृष्णा मौर्या के जिस सुइट (कमरे) में रह रहे थे, उस प्रतिदिन का किराया एक लाख रुपये था। लोकसभा चुनावों से पहले दो नेताओं ने अपनी कुल संपत्ति 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की बताई है। दोनों मंत्रियों का मानना है कि होटेलों में रहने का पूरा खर्च उन्होंने खुद उठाया है। मगर उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि होटल बिल कितने का दिया। इस मामले में दोनों का तर्क यह है कि दोनों को जो बंगला दिया गया है, उसकी मरम्मत का काम चल रहा है। यही कारण है कि उन्हें होटेल में रहना पड़ा। इधर कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में प्रणब मुखर्जी के बयान को सही बताया है। कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी का कहना है कि सरकार खर्चों में कमी का ऐलान कर रही है। ऐसे में अगर मंत्री फाइव स्टार होटलों में रहेंगे तो इसका गलत संदेश गलत जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने इन दोनों मंत्रियों के होटलों का बिल नहीं दिया है।
Thursday, September 3, 2009
राजशेखर रेड्डी की मौत
Tuesday, September 1, 2009
चीन को भारत के 20-30 टुकड़े कर देने चाहिए।
खंडित भारत का उसे दिखे स्वप्न
हसीन चीनी थिंक टैंक - चाइना इंटरनैशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज की वेबसाइट पर झान लू नामक लेखक ने लिखा है कि चीन अपने मित्र देशों - पाकिस्तान , बांग्लादेश , नेपाल और भूटान की मदद से तथाकथित भारतीय महासंघ को तोड़ सकता है। झान लू तमिल और कश्मीरियों को आजाद कराने और अल्फा जैसे संगठनों का समर्थन करने की बात भी कहते हैं। झान कहते हैं कि चीन बांग्लादेश को प . बंगाल की आजादी को समर्थन देने के लिए प्रोत्साहित करे , ताकि एक बांग्ला राष्ट्र का उदय हो सके। वह अरुणाचल प्रदेश में 90 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन को मुक्त कराने की सलाह भी देते हैं।
चीनी सरकार को सलाह देने वाले थिंक टैंक की यह वेबसाइट अधिकृत हो या नहीं , पर यह इस बात का प्रमाण तो है ही कि वहां के बुद्धिजीवी अभी भी भारत के बारे में क्या सोचते हैं। ऐसी व्याख्याएं करते वक्त वे यह भूल जाते हैं कि आजादी के बाद भारत के टूट जाने संबंधी उतने सिद्धांत सामने नहीं आए हैं जितने चीन के। चीन की टूट की भविष्यवाणी करने वालों में चीनी सरकार से असंतुष्ट , ताइवानी पृष्ठभूमि से लेकर अन्य श्रेणी के लोग भी शामिल हैं। ये चीन का विखंडन निश्चित मानते हैं। जापान में केनिची ओहमेइ ने लिखा है कि चीन के टूटने के बाद 11 गणराज्य पैदा हो सकते हैं , जो एक ढीलाढाला संघीय गणराज्य कायम कर लेंगे। 1993 में दो विद्वानों ने युगोस्लाविया से तुलना करते हुए चीन की संभावित टूट के प्रति आगाह किया था। उन्होंने केंद्रीय सरकार के वित्तीय केंद्रीकरण की नीति को युगोस्लाविया के समान मानते हुए कहा कि इस वजह से इस देश को एक रख पाना संभव नहीं होगा। सोवियत संघ एवं पूर्वी यूरोप में कम्युनिस्ट शासन के ध्वंस काल में अमेरिकी रक्षा विभाग ने चीन के भविष्य के आकलन के लिए एक 13 सदस्यीय पैनल का गठन किया , जिसमें बहुमत से चीन के बिखर जाने की बात कही गई थी। 1995 में यूनिवसिर्टी ऑफ कैलिफोनिर्या के प्रो . जैक गोल्डस्टोन ने फारेन अफेयर्स में लिखे अपने लेख ' द कमिंग चाइनीज कोलैप्स ' में कहा कि अगले 10 से 15 वर्षों में चीन के शासक वर्ग के सामने बड़ा संकट पैदा होगा। इसके संदर्भ में उन्होंने बुजुर्गों की बढ़ती आबादी , कर्मचारियों व किसानों का असंतोष और नेतृत्व के बीच मतभेद का संकट तथा वित्तीय कमजोरियों के कारण नेतृत्व की प्रभावकारी शासन करने की क्षमता में तेज गिरावट आदि का उल्लेख किया था। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के ही गॉर्डन सी . चांग ने अपनी पुस्तक - कमिंग कोलैप्स ऑफ चाइना में चीन की आर्थिक संस्थाओं की कमजोरियों का विस्तृत विश्लेषण करते हुए कहा है कि विश्व व्यापार संगठन में उसका प्रवेश उसके विघटन का कारण बन जाएगा।
Monday, August 31, 2009
दो बार घुसपैठ की गई।
Saturday, August 29, 2009
बीजेपी में भी बदलाव के फॉर्म्युले को लेकर माथापच्ची शुरू
आडवाणी आज भागवत से मिलने वाले हैं और पूरी संभावना है कि इस बैठक में वह उनके सामने कोई फॉर्म्युला पेश करेंगे। अगर, संघ प्रमुख इस पर मुहर लगा देते हैं, तो इसे दिसंबर में अध्यक्ष बदलने के समय अमल में लाया जाएगा। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह पहले ही संघ प्रमुख से मिलकर अपनी सफाई दे चुके हैं। शुक्रावर को संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने बीजेपी में बदलाव के लिए सार्वजनिक रूप से तीन संदेश दिए थे। पहला, लालकृष्ण आडवाणी को विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा देना होगा। दूसरा, पार्टी अध्यक्ष पद से दिसंबर में राजनाथ सिंह की विदाई हो जाएगी। तीसरा, पार्टी के सभी फैसलों में आडवाणी और राजनाथ सिंह की संयुक्त भूमिका रहेगी। संघ ने बीजेपी में बदलाव के लिए इस बार दबाव बढ़ाकर इन दोनों नेताओं के सामने कोई विकल्प नहीं छोड़ा है। साथ ही यह संकेत भी दे दिया है कि बीजेपी पर संघ की पकड़ ढीली नहीं हुई है।
भारत के पहले मून मिशन पर संकट के बादल मंडराने लगे
ेडियो संपर्क टूट गया। इसरो के वैज्ञानिक संपर्क को फिर से बहाल करने में जुटे हुए हैं। अगर यह नहीं हो पाता है तो दो साल का यह मिशन 10 महीने में ही खत्म हो जाएगा। चंद्रयान-1 को पिछले साल 22 अक्टूबर को छोड़ा गया था। इसरो ने बयान में कहा है कि बेंगलुरु से 40 किलोमीटर दूर ब्यालालू में डीप स्पेस नेटवर्क ने पिछले ऑर्बिट से 12.25 मिनट को चंद्रयान से अंतिम डेटा मिला है। अब इसरो के वैज्ञानिक डेटा के विश्लेषण से चंद्रयान की स्थिति के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। इसरो के बयान में कहा गया है कि चंद्रयान ने ऑर्बिट में 312 दिन पूरे करने के साथ ही चंद्रमा की कक्षा में 3400 चक्कर पूरे कर लिए हैं। चंद्रयान ने इस दौरान कई अहम डेटा भी भेजे हैं। इससे पहले 16 मई को चंद्रयान-1 का एक अहम उपकरण स्टार सेंसर ओवर हीटिंग की वजह से काम करने में नाकाम हो गया था। लेकिन चंद्रयान में लगे जाइरोस्कोप को ऐक्टिवेट करके और उसका तालमेल बाकी के इलेक्ट्रो मेकेनिकल डिवाइस के साथ बैठाकर इस समस्या से निपट लिया गया था।
'सूर्य नमस्कार' एवं 'प्राणायाम' को अनिवार्य न बनाए।
'सूर्य नमस्कार' एवं 'प्राणायाम' को अनिवार्य न बनाए। चीफ जस्टिस ए. के. पटनायक और जस्टिस अजित सिंह की डिविजन बेंच ने यह आदेश सुनाते हुए राज्य के मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव और अन्य को नोटिस जारी कर चार हफ्तों में जवाब तलब किया है। कोर्ट ने यह आदेश मध्य प्रदेश कैथलिक चर्च द्वारा दायर याचिका पर सुनाया है। चर्च ने याचिका में कहा कि हाई कोर्ट के पहले के आदेश के बावजूद राज्य सरकार ने हाल में सूर्य नमस्कार और प्राणायाम को अल्पसंख्यक संस्थाओं में प्रत्येक हफ्ते करना अनिवार्य बना दिया, जो संविधान की धाराओं का उल्लंघन है। याचिकाकर्ता आनंद मुत्तूंगल ने राज्य के शिक्षा विभाग के खिलाफ यह कहते हुए कार्रवाई करने की मांग की है कि सूर्य नमस्कार और प्राणायाम को अनिवार्य करने पर पाबंदी लगाए जाने के 24 जनवरी, 2007 के हाई कोर्ट के अंतरिम आदेश के बावजूद विभाग ने अपने स्कूलों को इसे जुलाई, 2009 से अनिवार्य बनाने को कहा। 2007 में हाई कोर्ट ने जमीयत-ए-उलेमा हिंद की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को इन दोनों पद्धतियों को अनिवार्य न बनाने का निर्देश दिया था। कैथलिक चर्च के प्रवक्ता फादर मुत्तूंगल ने दिसंबर, 2006 में कहा था कि इन दोनों अभ्यासों को स्कूलों में साल में एक बार अनिवार्य बना दिया गया। लेकिन अब राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग के जरिये 29 जुलाई, 2009 को सर्कुलर जारी कर स्कूलों से इसे प्रत्येक हफ्ते अनिवार्य रूप से आयोजित करवाने को कहा है।
Thursday, August 27, 2009
मिस्यार शादी के बाहर सेक्स संबंधों को जायज ठहरा रहा है।
सऊदी अरब जैसे देश में मिस्यार के तेजी से प्रचलित होने की एक खास वजह यह भी है कि इससे शादी में होने वाले भारी-भरकम खर्चों जैसे- दहेज, पार्टी, डिनर, घर की साज सजावट, हनीमून का खर्चा भी बच जाता है। गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है- मिस्यार उन लोगों को काफी रास आ रहा है जिनके पास ज्यादा पैसा नहीं है। रिपोर्ट में सऊदी अरब के एक व्यक्ति ने कहा है- अपनी पहली शादी के टूट जाने के बाद उसने कई मिस्यार शादियां कीं और किसी भी शादी में वह छह महीने से ज्यादा नहीं रहा। उसने कहा- इन शादियों से उसके खर्च में उतनी कमी नहीं आई जितनी उसने उम्मीद की थी। सच तो यह है कि अब वह एक ऐसे पार्टनर की तलाश कर रहा है, जिसके साथ वह हमेशा रह सके। उन्होंने यह भी कहा कि मिस्यार पत्नियां लालची किस्म की थीं जिनका मकसद गिफ्ट और पैसा लेना ही था। गार्जियन के अनुसार, अब ऐसी महिलाओं की कमी नहीं है जो मिस्यार कॉन्ट्रैक्ट करने को तरजीह दे रही हैं। महिलाओं का कहना है मिस्यार पति कभी अपनी वास्तविक पत्नी को अपने दूसरे संबंधों के बारे में नहीं बताते, तो मिस्यार पत्नियां ऐसा क्यों नहीं कर सकतीं? गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है- मिस्यार पॉप्युलर हो रहा है क्योंकि जिस समाज में विवाहेतर संबंध और शादी से पहले सेक्स संबंधों को अपराध माना जाता है, वहां मिस्यार शादी के बाहर सेक्स संबंधों को जायज ठहरा रहा है।
मिश्र ने कहा, 'फैसला कैबिनेट की सुरक्षा समिति ने किया था।
उन्होंने सीएनएन-आईबीएन चैनल पर पत्रकार करण थापर से कहा कि जब मांगें तीन आतंकवादियों को छोड़ने तक ही आ गईं तो सुरक्षा समिति ने विमान के 160 से ज्यादा बंधक यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जान बचाने के लिए सर्वसम्मति से फैसला किया था। उन्होंने कहा कि समिति के सदस्यों ने माना था कि बंधकों को छुड़ाने के लिए उन तीन आतंकवादियों को मुक्त करना ठीक है। उनसे साफ-साफ पूछा गया कि क्या उस फैसले से सभी सहमत थे, तो मिश्र ने कहा, 'बिल्कुल, वह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया था।'
उनके पास करीब 23 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति
राजस्थान में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने वीएचपी के एक बड़े नेता दामोदर मोदी से 10 करोड़ रुपये नकद और कम से कम 57 लाख रुपये की जूलरी जब्त की है। वीएचपी के जयपुर प्रांत के 'संरक्षक' मोदी स्टॉक ब्रोकर का भी काम करते हैं। इनकम टैक्स के अडिशनल डायरेक्टर प्रसन्नजीत सिंह ने कहा कि मोदी के आठ बैंक लॉकर हैं और उनकी प्रॉपर्टी कम से कम 22 करोड़ रुपये की है। मोदी ने माना है कि उनके पास करीब 23 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति है और उन्होंने इस पर टैक्स देना स्वीकार किया है।