Tuesday, December 8, 2009

बाबरी मस्जिद बीजेपी और संघ परिवार ने गिराई थी।

केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि बाबरी मस्जिद बीजेपी और संघ परिवार ने षड्यंत्र करके गिराई थी। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंह राव को क्लीन चिट देते हुए कहा कि यूपी की बीजेपी सरकार ने केंद्र और सुप्रीम कोर्ट से जो वादा किया था, उसे नहीं निभाया। लोकसभा में लिबरहान आयोग की रिपोर्ट पर चर्चा का जवाब देते हुए चिदंबरम ने बीजेपी और संघ को कटघरे में खड़ा किया। उनके पौन घंटे के भाषण के दौरान बीजेपी के सदस्य लगातार अध्यक्ष के आसन के सामने खड़े होकर नारे लगाते रहे। दो बार चिदंबरम की तरफ कागज के गोले भी उछाले गए। इससे उत्तेजित होकर कांग्रेस के सदस्य भी वेल की तरफ बढ़े मगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें रोक लिया। सदन में हंगामा कांग्रेस के बेनी प्रसाद वर्मा के भाषण के दौरान हुआ। वर्मा लिबरहान की रिपोर्ट में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के लिए लिखे 'लिटिल मेन' का पहले हिंदी और फिर भोजपुरी में अर्थ बताने लगे। विपक्ष ने इसे अपमानजनक करार देते हुए इसका भारी विरोध किया। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भोजपुरी अर्थ को कार्यवाही से निकाल दिया। चिदंबरम ने इसके लिए माफी मांगी। मगर वर्मा ने केवल खेद प्रकट किया। इससे विपक्ष और तैश में आ गया। मुलायम ने जब वर्मा को समझाने की कोशिश की तो वर्मा ने यह कहकर मुलायम पर हमला बोल दिया कि आपने हमें कई सालों तक बेवकूफ बनाया है। वर्मा के बयान के बाद दो बार सदन स्थगित करना पड़ा। चिदंबरम ने अपने जवाब में कोई नई बात नहीं की। ज्यादा समय उन्होंने लिब्राहन कमिटी की रिपोर्ट पढ़ने में लगाया। लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सहित संघ परिवार के कई नेताओं को उन्होंने साजिश करके मस्जिद गिराने का जिम्मेदार तो बताया मगर सरकार क्या कार्रवाई करेगी इस बारे में कुछ नहीं कहा। चिदंबरम ने कहा कि साजिश के सबूत हैं, लेकिन अफसोस की बात है कि बीजेपी नेताओं में इतनी हिम्मत नहीं है कि वे सच को स्वीकारें। अयोध्या के महंत रामदास ने स्वीकार किया है कि हां हमने विध्वंस किया। लेकिन इन लोगों में न माफी मांगने का साहस है और न ही सच स्वीकार करने का। चिदंबरम ने कहा कि जनता ने अपनी सजा सुना दी । 2004 के चुनाव के बाद 2009 में भी जनता ने देश और समाज को बांटने वालों को खारिज कर दिया। चिदंबरम ने कहा कि बीजेपी ने जघन्य अपराध किया है। इसकी सजा पूरे देश को भुगतनी पड़ी। चिदंबरम ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी अलग -अलग नहीं हैं। आरएसएस का बीजेपी पर पूरा नियंत्रण है। उस काले दिन के लिए आरएसएस पूरी तरह जिम्मेदार है। बीजेपी की सुषमा स्वराज ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार और लिबरहान के बीच कोई डील हुई है। सरकार जस्टिस लिबरहान को इस रिपोर्ट के बदल कोई बड़ा पद देने वाली है। उन्होंने कहा कि लिबरहान ने यह रिपोर्ट खुद लिखी तो है ही नहीं , बल्कि पढ़ी भी नहीं है। शिवसेना के अनंत गीते ने कहा कि किसी में ढांचा गिराने की जिम्मेदारी लेने का साहस नहीं था। मगर हमारे नेता बाल ठाकरे ने इसकी जिम्मेदारी ली। गीते के भाषण के दौरान भारी हंगामा हुआ।

1 comment:

alka mishra said...

उस काले दिन के लिए आरएसएस पूरी तरह जिम्मेदार है।
aam bhaartiiy ko desh men roti ,kapdaa ,makaan aur shikshaa chahiye .mandir -masjid nahin ,hm apne gharon me hi mandir banaa lete hain