Tuesday, September 8, 2009

शशि थरूर ने अपने बयान में कहा है कि वे तो ताज होटल 1 सितंबर को ही छोड़ चुके हैं।

फाइव स्टार होटेलों में रहने को लेकर हो रही आलोचना के बाद विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा और विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर गेस्ट हाउसों में रहने चले गए हैं। इसके पहले प्रणब मुखर्जी ने भी इस बारे में पूछे जाने पर कहा था कि मैंने कृष्णा और थरूर को अपने गेस्ट हाउसों में जाने की सलाह दी थी। उन्होंने मंत्रालयों को सरकारी खर्च कम करने का आदेश देने के मद्देनजर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की। हालांकि दोनों मंत्रियों का कहना है कि वे होटलों में अपने खर्चे से रह रहे थे। शशि थरूर ने अपने बयान में कहा है कि वे तो ताज होटल 1 सितंबर को ही छोड़ चुके हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को वित्त मंत्रालय ने सभी मंत्रालयों को नोटिस जारी कर कहा था कि वे अपने खर्चों में 10 पर्सेंट तक की कटौती करें। मंत्री विदेशों का दौरा कम करें। मंत्री न तो फाइव स्टार होटलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करें और न फाइव स्टार होटलों में रहें। किसी भी प्रदेश के दौरे में वे सरकारी भवन में ही रहें। यहां पत्रकारों से बातचीत में प्रणब मुखर्जी ने कहा, 'दोनों मंत्रियों से होटेल को खाली करने का अनुरोध किया गया है। वे जिन राज्यों से चुनाव जीतकर आए हैं, उन राज्यों के सरकारी भवनों में रह सकते हैं। इसके अलावा दोनों विदेश मंत्रालय से मंत्री है और हैदराबाद हाउस में मंत्रालय का गेस्ट हाउस भी बना हुआ है। दोनों मंत्री चाहे तो वहां रह सकते हैं।' एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि दोनों मंत्री होटेल के कमरों को मंगलवार को ही खाली करने पर सहमत हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार एस. एम. कृष्णा फॉरेन सर्विस इंस्टिट्यूट (एफएसआई) गेस्ट हाउस जा रहे हैं। कृष्णा मौर्या के जिस सुइट (कमरे) में रह रहे थे, उस प्रतिदिन का किराया एक लाख रुपये था। लोकसभा चुनावों से पहले दो नेताओं ने अपनी कुल संपत्ति 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की बताई है। दोनों मंत्रियों का मानना है कि होटेलों में रहने का पूरा खर्च उन्होंने खुद उठाया है। मगर उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि होटल बिल कितने का दिया। इस मामले में दोनों का तर्क यह है कि दोनों को जो बंगला दिया गया है, उसकी मरम्मत का काम चल रहा है। यही कारण है कि उन्हें होटेल में रहना पड़ा। इधर कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में प्रणब मुखर्जी के बयान को सही बताया है। कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी का कहना है कि सरकार खर्चों में कमी का ऐलान कर रही है। ऐसे में अगर मंत्री फाइव स्टार होटलों में रहेंगे तो इसका गलत संदेश गलत जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने इन दोनों मंत्रियों के होटलों का बिल नहीं दिया है।

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