दिल्ली
के लाजपत नगर इलाके में सड़क पर बेहोश पड़े एक व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल में
एडमिट कराया गया। लेकिन जब स्कैन कराया गया, तो
पता चला कि उसके पेट में कैप्सूलों के पैकेट हैं। हैरत की बात यह है कि इन पैकेटों
में हेरोइन के 95
कैप्सूल मिले, जिनकी खुले बाजार में कीमत करीब
तीन करोड़ रुपये आंकी गई है।
दरअसल, लाजपतनगर में कस्तूरबा निकेतन के पास सड़क पर अफगानिस्तान का एक नागरिक नूर आमिर बेहोश मिला। लोगों की सूचना पर पुलिस उसे एम्स ले गई। वहां सीटी स्कैन में पता चला कि उसके पेट में पैकेट हैं। उसे एनीमा दिया गया। नूर के पेट में पड़े पैकेट फाड़कर अब तक 48 कैप्सूल बाहर निकाले जा चुके हैं। नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट को बुलाकर पुलिस ने उनकी चेकिंग कराई तो पता चला कि उनमें हेरोइन है। अफगान पर एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज कर लिया गया।
दरअसल, लाजपतनगर में कस्तूरबा निकेतन के पास सड़क पर अफगानिस्तान का एक नागरिक नूर आमिर बेहोश मिला। लोगों की सूचना पर पुलिस उसे एम्स ले गई। वहां सीटी स्कैन में पता चला कि उसके पेट में पैकेट हैं। उसे एनीमा दिया गया। नूर के पेट में पड़े पैकेट फाड़कर अब तक 48 कैप्सूल बाहर निकाले जा चुके हैं। नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट को बुलाकर पुलिस ने उनकी चेकिंग कराई तो पता चला कि उनमें हेरोइन है। अफगान पर एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज कर लिया गया।
नूर आमिर के पेट में
अभी 47 कैप्सूल और हैं। डॉक्टर सावधानी
बरतते हुए उन्हें भी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। नूर आमिर अफगानिस्तान के
जलालाबाद का रहने वाला है। वह 8 मई
को केएएम एयरवेज से दिल्ली एयरपोर्ट पर आया था। वह महिपालपुर के पास ठहरा था। 9 तारीख को वह हेरोइन के कस्टमर की
तलाश में लाजपत नगर में रहने वाले अफगानों से मिलने यहां आया था।
पैकेट फटने के डर से उसने दिल्ली आने के बाद ना तो खाना खाया था और ना ही पानी पीया था। गर्मी में भूखा-प्यासा होने की वजह से वह बेहोश होकर गिर गया था। पुलिस को नूर आमिर का पासपोर्ट और वीजा अभी तक नहीं मिल पाया है।
पैकेट फटने के डर से उसने दिल्ली आने के बाद ना तो खाना खाया था और ना ही पानी पीया था। गर्मी में भूखा-प्यासा होने की वजह से वह बेहोश होकर गिर गया था। पुलिस को नूर आमिर का पासपोर्ट और वीजा अभी तक नहीं मिल पाया है।
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