योग गुरु स्वामी रामदेव ने सरकार से कहा है कि वह असंवैधानिक तरीके से
स्विस बैंकों में जमा काले धन को तुरंत राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर उस धन को भारत में वापस लाए। उन्होंने नारा दिया कि 'ईमानदारी को जिताना है, स्विस बैंकों से पैसा लाना है'। यह कोई चुनावी नहीं, बल्कि देश का मुद्दा है और सारी पार्टियों को इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाना चाहिए। इस धन के देश में आने से एक ही दिन में सारी समस्याएं दूर हो सकती हैं। बीजेपी नेता वरुण गांधी के मामले में उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक के लिए राष्ट्र सर्वोपरि होना चाहिए। जो लोग आग भड़काते हैं उन्हें उचित नहीं ठहराया जा सकता, फिर इसमें वरुण हो या अन्य कोई। प्रेस कॉन्फ्रंस के जरिए स्वामी रामदेव ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक स्विस बैंकों में भारतीयों का 72 लाख 80 हजार करोड़ रुपया जमा है, जिसे कुछ भ्रष्ट और बेईमान राजनेताओं,भ्रष्ट नौकरशाहों और बेईमान व्यापारियों ने जमा करा रखा है। पहली बार अमेरिकी प्रेजिडंट बराक ओबामा के दबाव में स्विट्जरलैंड में ऐसा संभव हुआ है कि यदि कोई देश चाहे तो उसके नागरिकों द्वारा जमा कराए धन की सूचना उपलब्ध करा सकता है। इसलिए अब इस मसले पर कतई देर नहीं करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इसमें पहल करते हुए इस धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर देश में वापस लाने का इंतजाम करना चाहिए। योग गुरु ने कहा कि ताज्जुब की बात है कि इस गंभीर मुद्दे पर एक-दो नेता ही बोले हैं, बाकी मौन हैं। मैं इन राजनेताओं से पूछता हूं कि यदि स्विस बैंकों में जमा धन उनका या उनके पिट्ठुओं का नहीं है तो फिर वह मौन क्यों हैं? अगर इस धन को निष्पक्ष होकर देश के विकास में खर्च किया जाए तो 12,133 करोड़ 33 लाख रुपया प्रति जिला के हिसाब से विकास के लिए उपलब्ध होता है। 6 लाख से अधिक गांवों के विकास के लिए खर्च किया जाए तो प्रति गांव 12 करोड़ 13 लाख रुपया मिलेगा। देश के 84 करोड़ गरीब जिनकी औसत दैनिक आमदनी केवल 20 रुपये है के परिवारों के हिस्से में 3 लाख 64 हजार रुपया प्रति परिवार विकास धन उपलब्ध होगा। उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों से इस काले धन के बारे में अपनी-अपनी नीति एवं नीयत स्पष्ट करने की भी बात कही। स्वामी रामदेव ने भारत स्वाभिमान से संबंधित समस्त 21 संगठनों की 616 जिलों में फैली इकाइयों से जुड़े कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा है कि वह पूरे देश के लाखों गांवों में मतदान से 5 दिन पहले मतदान जागरण रैली निकालें और मतदान के दिन लोगों को घर से बाहर निकालें और उन्हें बताएं कि 'जिस पार्टी की नीयत में खोट, उसे हम नहीं देंगे वोट'। उन्होंने लोगों से 100 फीसदी मतदान करने का आह्वान किया और कहा कि धर्म और मजहब छोड़कर सबको चुनाव लड़ने वाले नेताओं में से उन्हें वोट देना चाहिए, जो कमोबेश अन्य नेताओं से कम भ्रष्ट और अपराधी हैं।
स्विस बैंकों में जमा काले धन को तुरंत राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर उस धन को भारत में वापस लाए। उन्होंने नारा दिया कि 'ईमानदारी को जिताना है, स्विस बैंकों से पैसा लाना है'। यह कोई चुनावी नहीं, बल्कि देश का मुद्दा है और सारी पार्टियों को इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाना चाहिए। इस धन के देश में आने से एक ही दिन में सारी समस्याएं दूर हो सकती हैं। बीजेपी नेता वरुण गांधी के मामले में उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक के लिए राष्ट्र सर्वोपरि होना चाहिए। जो लोग आग भड़काते हैं उन्हें उचित नहीं ठहराया जा सकता, फिर इसमें वरुण हो या अन्य कोई। प्रेस कॉन्फ्रंस के जरिए स्वामी रामदेव ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक स्विस बैंकों में भारतीयों का 72 लाख 80 हजार करोड़ रुपया जमा है, जिसे कुछ भ्रष्ट और बेईमान राजनेताओं,भ्रष्ट नौकरशाहों और बेईमान व्यापारियों ने जमा करा रखा है। पहली बार अमेरिकी प्रेजिडंट बराक ओबामा के दबाव में स्विट्जरलैंड में ऐसा संभव हुआ है कि यदि कोई देश चाहे तो उसके नागरिकों द्वारा जमा कराए धन की सूचना उपलब्ध करा सकता है। इसलिए अब इस मसले पर कतई देर नहीं करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इसमें पहल करते हुए इस धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर देश में वापस लाने का इंतजाम करना चाहिए। योग गुरु ने कहा कि ताज्जुब की बात है कि इस गंभीर मुद्दे पर एक-दो नेता ही बोले हैं, बाकी मौन हैं। मैं इन राजनेताओं से पूछता हूं कि यदि स्विस बैंकों में जमा धन उनका या उनके पिट्ठुओं का नहीं है तो फिर वह मौन क्यों हैं? अगर इस धन को निष्पक्ष होकर देश के विकास में खर्च किया जाए तो 12,133 करोड़ 33 लाख रुपया प्रति जिला के हिसाब से विकास के लिए उपलब्ध होता है। 6 लाख से अधिक गांवों के विकास के लिए खर्च किया जाए तो प्रति गांव 12 करोड़ 13 लाख रुपया मिलेगा। देश के 84 करोड़ गरीब जिनकी औसत दैनिक आमदनी केवल 20 रुपये है के परिवारों के हिस्से में 3 लाख 64 हजार रुपया प्रति परिवार विकास धन उपलब्ध होगा। उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों से इस काले धन के बारे में अपनी-अपनी नीति एवं नीयत स्पष्ट करने की भी बात कही। स्वामी रामदेव ने भारत स्वाभिमान से संबंधित समस्त 21 संगठनों की 616 जिलों में फैली इकाइयों से जुड़े कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा है कि वह पूरे देश के लाखों गांवों में मतदान से 5 दिन पहले मतदान जागरण रैली निकालें और मतदान के दिन लोगों को घर से बाहर निकालें और उन्हें बताएं कि 'जिस पार्टी की नीयत में खोट, उसे हम नहीं देंगे वोट'। उन्होंने लोगों से 100 फीसदी मतदान करने का आह्वान किया और कहा कि धर्म और मजहब छोड़कर सबको चुनाव लड़ने वाले नेताओं में से उन्हें वोट देना चाहिए, जो कमोबेश अन्य नेताओं से कम भ्रष्ट और अपराधी हैं।
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