Monday, February 9, 2009

आपको अपने बच्चों की देखरेख खुद करनी चाहिए।


शुक्र मनाइए बेटी वापस आ गई।...आपको अपने बच्चों की देखरेख खुद करनी चाहिए।

कुछ गुंडे अगर इस तरह की हरकत करते हैं, तो इसमें हम क्या कर सकते हैं। ' यह बयान किसी कट्टरपंथी संगठन के नेता का नहीं, कर्नाटक के होम मिनिस्टर बी।एस आचार्य का है। जो उन्होंने कहा पीड़ित लड़की के पिता और केरल के MLA कुन्हांभू से। कुन्हांभू, आचार्य के इस बयान से बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा, 'मैं आचार्य के इस बयान से सदमे में हूं। कम से कम एक राज्य के गृहमंत्री से यह उम्मीद नहीं की जाती कि वह इस मुद्दे को इतने हल्के में लें।' कुन्हांभू ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री को छोड़ दें, तो किसी मिनिस्टर ने मुझसे बात करना तक ठीक नहीं समझा।

उधर, आचार्य ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गए। आचार्य ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने तो बस एक पेरंट के नाते यह सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि पेरंट्स को चाहिए कि वह अपने बच्चों की देखभाल करें। यह पहली बार नहीं है जब आचार्य ने इस तरह का बयान दिया है। चर्च पर हमलों के ठीक बाद भी वह अपने बयान से सुर्खियों में आए थे। तब उन्होंने कहा था, 'इसमें इतनी हाय-तौबा मचाने की क्या जरूरत है? क्या इसमें कोई मरा है। इसमें एक आदमी तक नहीं मरा। एक होम मिनिस्टर के तौर पर मेरा प्रदर्शन अव्वल दर्जे का है।' गौरतलब है कि कुन्हांभू की बेटी अपने एक दोस्त के साथ मंगलूर लौट रही थीं। तभी कुछ लोगों ने उन्हें जबर्दस्ती बस से उतार लिया और एक ऑटो में बिठा लिया। कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया गया।

No comments: