Saturday, February 7, 2009

दुनिया की कोई ताकत युवा मन की उड़ान को नहीं रोक पाई।

नव वर्ष सभ्यता पर विशेष
पब कल्चर का मुद्दा आजकल खूब गरमाया हुआ है। कुछ लोगों को लगता है कि पब कल्चर युवाओं को बर्बाद कर रहा है , लेकिन एक बड़ा तबका इसके उलट सोचता है। केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी ने तो युवाओं को 'पब भरो' आंदोलन चलाने का संदेश भी दे दिया है। मतलब यह कि वे घर से ज्यादा से ज्यादा संख्या में निकलें और पब में चले जाएं। वहां उन्हें क्या करना है, यह तो उन्हें मालूम है ही। युवा वर्ग की भावनाओं के सम्मान की ऐसी मिसाल शायद ही कोई और हो। वैसे वैलंटाइंस डे भी नजदीक आ पहुंचा है। रेणुका जी इस मौके पर युवाओं के लिए बहुत कुछ कर सकती हैं। यदि उस दिन पब में कुछ छूट दिला दी जाए, तो निश्चित रूप से वहां भीड़ उमड़ेगी -अपने वैलंटाइन को पा लेने वालों की भी और टूटे दिल वालों की भी। लेकिन तब भी कुछ नौजवान यह शिकायत कर सकते हैं कि पब में वे जाएं तो किसके साथ? उनका या उनकी कोई मित्र नहीं। रेणुका जी सरकार की ओर से इस पावन अवसर पर मित्रता के बंधन में बंधने वालों के लिए प्रोत्साहन पैकिज की घोषणा करवा सकती हैं। लेकिन रेणुका चौधरी से भी आगे निकलने को बेताब हैं श्रीराम सेना के सुप्रीमो प्रमोद मुतालिक। युवाओं के लिए उनके दिल में भी अपार प्यार उमड़ रहा है, पर अपनी बात को वह जरा उलटे ढंग से कहते हैं। वैसे भी प्यार में बात को घुमा फिराकर कहने का चलन है। उसमें 'हां' के लिए कई बार 'ना' का इस्तेमाल होता है। इसलिए मुतालिक फरमाते हैं कि वह वैलंटाइंस डे के खिलाफ तो हैं, लेकिन उनके विरोध का तरीका थोड़ा अलग है। उस दिन श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं को जहां कोई जोड़ा दिखेगा, वे झट उसकी शादी करवा देंगे। अब युवाओं के हित में इससे ज्यादा कोई और क्या कर सकता है। ऐसे समय में जब प्रेमियों की शादी में दस तरह के झमेले आ रहे हों, श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं की योजना बेहद महत्वपूर्ण है। बिना किसी खर्च, तामझाम और चख-चख के जोड़े विवाह बंधन में बंध जाएंगे। न मां-बाप को मनाने की कवायद, न कोर्ट-कचहरी का चक्कर, न बैंक्विट हॉल के लिए मारामारी। श्रीराम सेना वाले तो दोनों हाथों से पुण्य बटोरने की तैयारी कर रहे हैं। अब रेणुका चौधरी या मुतालिक भले ही एक-दूसरे के विरोध में खड़े होकर यह कदम उठा रहे हों, पर नौजवानों के तो दोनों हाथों में लड्डू हैं। वैसे भी मानव सभ्यता का अब तक इतिहास बताता है कि दुनिया की कोई ताकत युवा मन की उड़ान को नहीं रोक पाई।

No comments: