Wednesday, December 3, 2008

खबर आपकेलिए

मुंबईः लगता है कि मुंबई में हुए हमलों से पुलिस ने कुछ सीख ली है। पुलिस की चौकसी की वजह से बुधवार को सीएसटी पर एक बड़ी घटना होने से बच गई। पुलिस ने बुधवार को छत्रपति शिवाजी स्टेशन से बम से भरे दो थैले बरामद किए हैं। इन थैलों में 8 किलो विस्फोटक मिले। खबर मिली कि है सीएसटी स्टेशन पर पुलिस ने विस्फोटक से भरे दो थैले बरामद किए हैं। हर एक थैले में 4-4 किलो विस्फोटक रखे गए थे। मुंबई पुलिस से सक्रियता दिखाते हुए सारे विस्फोटक निष्क्रिय कर दिए।

इसके अलावा
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और रक्षा मंत्री ए के. एंटनी ने बुधवार को तीनों सैन्य प्रमुखों के साथ असाधारण बैठक में हवाई हमले की आशंकाओं पर विस्तार से विचार किया। उन्होंने सैन्य बलों के आपस में तालमेल बढ़ाने की ज़रूरत बताते हुए तीनो सैन्य प्रमुखों को हवाई मार्ग से आतंकी हमलों की आशंका के प्रति सचेत किया। एंटनी ने कहा कि सभी एजंसियों के बीच बेहतर तालमेल बहुत जरूरी है ताकि खुफिया सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई की जा सके़। बैठक के बाद रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने संवाददाताओं को बताया कि रक्षा मंत्नालय के शीर्ष अधिकारियों और सैन्य प्रमुखों के साथ बैठक में श्री एंटनी ने तटीय सुरक्षा को मजबूत करने और इसके लिए राडार तथा इंटरसेप्टर समेत तमाम उपकरण खरीदने के बारे में बात की। श्री एंटनी ने सैन्य प्रमुखों के साथ नियंत्रण रेखा से होने वाली घुसपैठ रोकने के उपायों पर भी बातचीत की। प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के रास्ते होने वाली घुसपैठ पर विशेष रूप से विचार विमर्श किया गया जो आतंकवादियों को तैयार करने का प्रमुख अड्डा है।

अस्सी के दशक में पंजाब से आतंकवाद का सफाया करने वाले पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल ने कहा है कि यह शर्म की बात है कि चंद आतंकवादियों से निपटने में सुरक्षाबलों को 60 घंटे से ज्यादा लग गए। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षाबलों की रणनीति कमजोर थी और इस पर ठीक ढंग से अमल भी नहीं किया गया। हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि ताज होटल में लोगों की मौजूदगी की वजह से सुरक्षाबलों को अपने काम को अंजाम देने में समय लगा होगा। गिल ने केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब खुफिया एजंसियों को हमले की भनक थी तो जल्द पुख्ता कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा, 'खुफिया एजंसियों ने जब गृह मंत्रालय को चेताया था तो सूचना मिलते ही पुख्ता इंतजामात किए जाने चाहिए थे। पिछले कुछ अर्से से देश पर लगातार आतंकवादी हमले हो रहे हैं लिहाजा ऐसी लापरवाही नाकाबिले बर्दाश्त है।' गिल ने कहा, मुंबई पर पहले भी हमले हो चुके हैं लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद होनी चाहिए थी। ताज के बाहर 10 सिपाही भी तैनात होते तो आतंकवादी इतनी आसानी से उसके भीतर दाखिल नहीं हो सकते थे।' इस हमले के बाद राजनेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी से क्षुब्ध इस पूर्व डीजीपी ने कहा, 'राजनीतिक दल सिर्फ अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हैं। हर बार आतंकवादी हमले के बाद सख्ती से निपटने के लंबे चौड़े भाषण दिए जाते हैं, लेकिन नतीजा सिफर। ठोस कदम उठाने का बूता दिखाना जरूरी है।' उन्होंने मीडिया और आम जनता को भी आतंकवाद के सफाए के लिए आगे आने को कहा। गिल ने यह भी कहा कि अभी भी उनकी बाजुओं में आतंकवादियों का सामना करने का दम है और अगर उन्हें इस संबंध में कोई जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो वह तुरंत स्वीकार कर लेंगे।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद और अन्य भगौड़ों को सौंपने की भारत की मांग खारिज दी है। उन्होंने गिरफ्तार किए गए आतंकवादी के पाकिस्तानी नागरिक होने पर भी संदेह जताया है। मुंबई हमलों पर कड़ा विरोध जताते हुए नई दिल्ली ने दो दिन पहले ही 20 भगौड़े आतंकवादियों को भारत के सुपुर्द किए जाने की मांग की थी। उन्होंने मंगलवार रात सीएनएन पर कि कहा हमारे पास सबूत होंगे तो हम उन पर अपनी अदालतों में मुकदमा चलाएंगे। हम ही उन्हें सजा देंगे। पाकिस्तान को सौंपी गई भारत के मोस्ट वॉन्टेड 20 अपराधियों की सूची में अपराध जगत के सरगना दाऊद इब्राहिम और जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के नाम शामिल हैं। भारत ने कहा था कि हम पाकिस्तान के जवाब का इंतजार करेंगे। विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि देश को अपनी एकता की रक्षा करने का अधिकार है और वह कार्रवाई करेगा। पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भारत के इस दावे पर भी संदेह है कि मुंबई हमलों के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों ने जिस बंदूकधारी को पकड़ा, वह पाकिस्तानी है। जरदारी ने कहा ऐसा कोई सबूत नहीं दिया गया है जिससे साबित हो कि वह पाकिस्तानी ही है। जरदारी ने मुंबई हमलों में पाकिस्तान की भूमिका होने से इंकार करते हुए कहा कि आतंकवादियों का किसी देश से कोई सरोकार नहीं होता। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक राजधानी पर हमले उन लोगों ने किए जो दुनिया को बंधक बनाना चाहते हैं। उन्होंने पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध की किसी संभावना को खारिज करते हुए कहा कि लोकतंत्र युद्ध नहीं करते।
मालेगांव विस्फोट मामले में गिरफ्तार 3 आरोपियों की शनिवार को कलीना फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में फिर पॉलिग्राफ जांच हुई। पॉलिग्राफ का दूसरा मतलब लाई डिटेक्टर टेस्ट से जुड़ा होता है। इन आरोपियों का शुक्रवार को भी ब्रेन मैपिंग के अलावा लाई डिटेक्टर टेस्ट हुआ था। पुलिस सूत्रों ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, सैन्य अधिकारी रमेश उपाध्याय और समीर कुलकर्णी को लैब में लाया गया और जांच की गई। सूत्रों ने कहा, 'कुछ आरोपियों की शुक्रवार को भी जांच हुई थी।' सूत्रों ने कहा कि आरोपियों का नार्को विश्लेषण करना अब भी बाकी है। साध्वी व अन्य लोगों से कितने सवाल पूछे गए, एटीएस सूत्रों ने इसका सार्वजनिक खुलासा नहीं किया है, हालांकि टीवी चैनलों पर पूछे गए सवालों की संख्या अलग-अलग बताई गई। किसी ने संख्या 300 बताई, किसी ने 100 तो किसी ने 40 बताई। साध्वी सहित पांच व्यक्तियों को मालेगांव में एक मोटरसाइकल पर बम रखने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मालेगांव विस्फोट में 6 लोग मारे गये थे।
इसके अलावा
अमरीका भारत के साथ
अमेरिका के नवनिर्वाचित प्रेजिडंट बराक ओबामा ने कहा है कि भारत को अपनी संप्रभुता की
रक्षा के लिए आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है। 20 जनवरी को राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने से पहले ओबामा ने शिकागो में एक प्रेस कॉन्फ्रंस में कहा कि संप्रभु राष्ट्रों को अपनी रक्षा का पूरा अधिकार है। क्या अमेरिका की तरह भारत भी किसी देश की सहमति के बिना वहां स्थित आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर कर सकता है, इस सवाल पर ओबामा ने कहा कि मैं दक्षिण एशिया की मौजूदा परिस्थितियों के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मुझे लगता है कि इस मामले में हमें जांचकर्ताओं को उनका काम करने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुंबई में आतंकवादी हमलों के दोषियों को पकड़ने में हम भारत को पूरा सहयोग देंगे। विदेश मंत्री के रूप में हिलेरी क्लिंटन के नॉमिनेशन पर ओबामा ने कहा कि मुझे कोई संदेह नहीं है कि इस काम के लिए हिलेरी उपयुक्त हैं और वह मेरे साथ विदेश नीति के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम पर काम करेंगी। रॉबर्ट गेट्स को रक्षा मंत्री बनाए रखने पर उन्होंने कहा कि अमेरिका के 2 युद्धों में शामिल होने के कारण निरंतरता बनाए रखने के लिए यह जरूरी है। ओबामा ने एरिजोना के गवर्नर जेनेट नेपोलिटानो को आंतरिक सुरक्षा सचिव, एरिक होल्डर को अटॉर्नी जनरल, नौसेना के रिटायर्ड जनरल जेम्स जोंस को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सूसन राइस को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत नियुक्त किमुंबईः लगता है कि मुंबई में हुए हमलों से पुलिस ने कुछ सीख ली है। पुलिस की चौकसी की वजह से बुधवार को सीएसटी पर एक बड़ी घटना होने से बच गई। पुलिस ने बुधवार को छत्रपति शिवाजी स्टेशन से बम से भरे दो थैले बरामद किए हैं। इन थैलों में 8 किलो विस्फोटक मिले। खबर मिली कि है सीएसटी स्टेशन पर पुलिस ने विस्फोटक से भरे दो थैले बरामद किए हैं। हर एक थैले में 4-4 किलो विस्फोटक रखे गए थे। मुंबई पुलिस से सक्रियता दिखाते हुए सारे विस्फोटक निष्क्रिय कर दिए।

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