ढाका पुलिस ने आतंकी संगठन जमात उद मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेबीएम) के दो
संदिग्धों को अरेस्ट किया है। ये दोनों संदिग्ध 2009 से ही भारत में जेबीएम की
आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहे थे। भारतीय एजेंसियों की सूचना के आधार पर
अरेस्ट किए गए इन जिहादियों की पहचान 48 वर्षीय सैदुर रहमान और 25 वर्षीय अबुल सलेक के रूप में
हुई है।
भारत से ढाका भागने से पहले रहमान का पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस से 'मजबूत लिंक' थे, जबकि सलेक खुद को 24 परगना के एक किसान के तौर पर पेश करता था। सलेक बर्दवान बलास्ट के मास्टरमाइंड और जेबीएम के शीर्ष जिहादी तारिक इस्लाम समन का भाई है।
भारत से ढाका भागने से पहले रहमान का पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस से 'मजबूत लिंक' थे, जबकि सलेक खुद को 24 परगना के एक किसान के तौर पर पेश करता था। सलेक बर्दवान बलास्ट के मास्टरमाइंड और जेबीएम के शीर्ष जिहादी तारिक इस्लाम समन का भाई है।
दोनों ही संदिग्ध भारत में जेबीएम की आतंकी गतिविधियों को
चलाने में सबसे अहम रोल अदा कर रहे थे। रहमान आतंकियों की बांग्लादेश से पश्चिम
बंगाल आने में मदद करता था। वहीं, सलेक की जिम्मेदारी थी कि जेबीएम के 'जिहादियों' की पत्नी और बच्चें जरूरत
पड़ने पर 'सुरक्षित' तरीके से सीमा के आर-पार आ जा
सकें।
रहमान की जेबीएम के टॉप लीडर तक सीधी पहुंच थी। ढाका के डेप्युटी पुलिस कमिश्नर मसूदुर रहमान का कहना है कि पुलिस की स्पेशल टीम और बम स्क्वॉड दस्ते ने एसीपी रहमतुल्लाह चौधरी के नेतृत्व में धान मंडी रोड इलाके में एक घर पर छापा मारा। सात मस्जिद रोड स्थित इस घर से दोनों संदिग्धों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस अधिकारी का कहना है, ' अरेस्ट किए गए संदिग्धों के पास से बम बनाने के मैनुअल भी जब्त किए गए हैं। जल्द ही इस गिरफ्तारी से संबंधित सूचनाएं नई दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के साथ साझा की जाएंगी। भारत में आतंकी गतिविधियां चलाने के संबंध में दोनों संदिग्धों के बयानों की जांच की जाएगी।'
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बर्दवान बलास्ट के बाद एनआईए की सूचना के आधार पर छापा मारा गया और दो संदिग्धों को अरेस्ट किया गया। पुलिस का मानना है कि दो संदिग्धों की गिरफ्तारी तो महज शुरुआत है, अभी इस दिशा में और भी कई सफलताएं हाथ लग सकती हैं।
इसी साल बांग्लादेश का दौरा करने के दौरान एनआईए की टीम ने बांग्लादेशी जांच एजेंसियों को 10 से 15 मोबाइल नंबर और कुछ संदिग्धों के नाम भी दिए थे। एनआईए ने बांग्लादेश की पुलिस से इन लोगों को अरेस्ट करने में मदद की अपील की थी।
रहमान की जेबीएम के टॉप लीडर तक सीधी पहुंच थी। ढाका के डेप्युटी पुलिस कमिश्नर मसूदुर रहमान का कहना है कि पुलिस की स्पेशल टीम और बम स्क्वॉड दस्ते ने एसीपी रहमतुल्लाह चौधरी के नेतृत्व में धान मंडी रोड इलाके में एक घर पर छापा मारा। सात मस्जिद रोड स्थित इस घर से दोनों संदिग्धों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस अधिकारी का कहना है, ' अरेस्ट किए गए संदिग्धों के पास से बम बनाने के मैनुअल भी जब्त किए गए हैं। जल्द ही इस गिरफ्तारी से संबंधित सूचनाएं नई दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के साथ साझा की जाएंगी। भारत में आतंकी गतिविधियां चलाने के संबंध में दोनों संदिग्धों के बयानों की जांच की जाएगी।'
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बर्दवान बलास्ट के बाद एनआईए की सूचना के आधार पर छापा मारा गया और दो संदिग्धों को अरेस्ट किया गया। पुलिस का मानना है कि दो संदिग्धों की गिरफ्तारी तो महज शुरुआत है, अभी इस दिशा में और भी कई सफलताएं हाथ लग सकती हैं।
इसी साल बांग्लादेश का दौरा करने के दौरान एनआईए की टीम ने बांग्लादेशी जांच एजेंसियों को 10 से 15 मोबाइल नंबर और कुछ संदिग्धों के नाम भी दिए थे। एनआईए ने बांग्लादेश की पुलिस से इन लोगों को अरेस्ट करने में मदद की अपील की थी।
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