देश किस राह पर, टाइटलर को क्लीन चिट और वरुण पर रासुका लगाया गया, ठीक इसी प्रकार से मेरठ के मांस व्यापारी ने जब किसी के सिर को काटकर लाने के लिए एक करोड की घोषणाकी तो वह मामला भी रासुका में नहीं आता क्योकि वह मुसलमान है, अत्याचार केवल हिन्दुओं पर प्रभावी ।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई)ने गुरुवार को दिल्ली की एक कोर्ट को बताया कि वह 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले की जांच बंद करना चाहती है जिसमें कथित रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगदीश टाइटलर शामिल हैं। सीबीआई के वकील ने कड़कड़डूमा कोर्ट के अडिशनल मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राकेश पंडित को बताया- हम मामले में रद्द करने संबंधी रिपोर्ट दाखिल कर चुके हैं और जांच को बंद करना चाहते हैं। इससे पहले, अदालत ने सीलबंद लिफाफे को खोलने का आदेश दिया जिसमें 28 मार्च को दाखिल अंतिम जांच रिपोर्ट व जांच के दौरान सीबीआई द्वारा दाखिल की गई अन्य स्थिति रिपोर्ट शामिल थीं। कोर्ट इस मामले में 9 अप्रैल को फैसला करेगा। गौरतलब है कि सीबीआई 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों में पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटलर की भूमिका की जांच कर रही थी। अपनी रिपोर्ट में सीबीआई ने कहा है कि 1984 के दंगों में टाइटलर की भूमिका की हर कोण से जांच की गई, लेकिन उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। सीबीआई ने ये भी कहा है कि अमेरिका के कैलीफोर्निया में बैठे जिस जसबीर सिंह को अहम गवाह बताया जा रहा था, वो विश्ववसनीय नहीं है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के वकील एच. एस. फुल्का ने कथित रूप से रिपोर्ट को टाइटलर को लीक किए जाने पर आपत्ति जाहिर की जिन्होंने मामले में खुद को निर्दोष बताया है। उन्होंने कहा- लगता है कि सीबीआई आरोपी से मिली हुई है जिसने दावा किया है कि उसे क्लिन चिट दे दी गयी है। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 9 अप्रैल को तय की है।
1 comment:
वोटो कि राजनिती इस देश को कितने और केसे केसे रन्ग दिखलाती "आजाद" और उनके सथी क्रान्तिकारियो को आतन्क्वादी कहने पर कोई प्रतिक्रीया नहि होती. लालू जी जेसे लोग गोधरा कान्ड की जाच अपनी तरह से करवा कर टीवी पर बतलाते है ,की डिब्बे मे भितर से आग लगी थी.मानव का निरन्तर विकास हुआ है पर राज्निती का.....................!
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