Saturday, April 4, 2015

बैट उठाया और मगरमच्छ पर वार करने लगी

गुजरात के पडरा शहर के पास एक गांव में अपनी बेटी की जान बचाने के लिए एक महिला ने गजब की हिम्मत दिखाई। थिकरियामुबारक गांव में एक बड़े मगरमच्छ ने महिला की 19 वर्षीय बेटी को अपने जबड़े में कस लिया था।
घटना शुक्रवार सुबह करीब 9.30 बजे की है जब कांता वांकर विश्वामित्र नदी के किनारे कपड़े धो रही थी। तभी अचानक एक मगरमच्छ उसके पैर को जबड़े में जकड़ कर नदी में खींचने लगा। डर के मारे कांता जोर-जोर से चिल्लाने लगी। पास में ही खड़ी कांता की मां दिवाली को चीख सुनाई दी तो वह दौड़ कर आई और झट से बेटी का हाथ पकड़ लिया।

दिवाली ने अपने दूसरे हाथ से पास में ही रखा कपड़े धोने वाला बैट उठाया और मगरमच्छ पर वार करने लगी। लेकिन, मगरमच्छ भी कहां मानने वाला था। फॉरेस्ट ऑफिसर ने बताया कि दिवाली मगरमच्छ को करीब 10 मिनट तक पीटती रही। तब जाकर कहीं मगरमच्छ ने कांता का पैर छोड़ा और गहरे पानी में चला गया।
इस दौरान कांता को पैर में गहरा जख्म पहुंचा जिसका इलाज कराने के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत अब स्थिर है। रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर अशोंक पांड्या ने बताया, 'मां ने कहा कि उसने मगरमच्छ पर हमला कर अपनी बेटी को बचाया। हम शनिवार को दोनों का बयान लेंगे। हमने स्थानीय लोगों से कहा था कि वे नदी से दूर रहें, फिर भी वे कपड़े धोने नदी किनारे आ ही जाते हैं।' जनवरी में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की ओर से मगरमच्छों की गिनती की गई थी। तब विश्वामित्र नदी में 260 मगरमच्छ पाए गए थे।

No comments: