हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हरियाणा में शादी में आठवां
फेरा लेने पर सरकार आर्थिक मदद करेगी। यह फेरा दरअसल में नव दंपती के लिए शपथ होगी
कि वे कन्या भ्रूणहत्या नहीं करेंगे, महिलाओं का सम्मान करेंगे और महिलाओं की सुरक्षा में सहयोग देंगे। मुख्यमंत्री
ने असमान लिंगानुपात की समस्या से जूझ रहे हरियाणा को इस स्थिति से निकालने के लिए
इस अनूठे फॉर्म्युले का ऐलान रविवार को पंचकूला में फोरम फॉर अवेयरनेस ऑफ नैशनल
सिक्यॉरिटी पर सेमिनार में हिस्सा लेते हुए किया।
हालांकि इस बारे में सरकार की तरफ से यह साफ नहीं किया गया है कि आठवां फेरा लेकर कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने की शपथ लेने पर नव दंपती को कितनी आर्थिक मदद मिलेगी लेकिन, राज्य सरकार के अफसरों का कहना है कि यह एक अच्छी कोशिश है और राज्य का समाज इसे गंभीरता से अपनाता है तो इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
मालूम हो कि हरियाणा लंबे समय से असमान लिंगानुपात की समस्या से जूझ रहा है और राज्य में कन्या भ्रूण हत्या भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। कन्या भ्रूण हत्या पर नकेल कसने के लिए हालांकि पीएनडीटी ऐक्ट को सख्ती से लागू करने का दावा किया जा रहा है वहीं समय-समय पर विभिन्न जागरूकता अभियान भी चलाए जाते रहे हैं। इसी कड़ी में देशभर में लागू बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से भी हरियाणा जुड़ा हुआ है।
हालांकि इस बारे में सरकार की तरफ से यह साफ नहीं किया गया है कि आठवां फेरा लेकर कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने की शपथ लेने पर नव दंपती को कितनी आर्थिक मदद मिलेगी लेकिन, राज्य सरकार के अफसरों का कहना है कि यह एक अच्छी कोशिश है और राज्य का समाज इसे गंभीरता से अपनाता है तो इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
मालूम हो कि हरियाणा लंबे समय से असमान लिंगानुपात की समस्या से जूझ रहा है और राज्य में कन्या भ्रूण हत्या भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। कन्या भ्रूण हत्या पर नकेल कसने के लिए हालांकि पीएनडीटी ऐक्ट को सख्ती से लागू करने का दावा किया जा रहा है वहीं समय-समय पर विभिन्न जागरूकता अभियान भी चलाए जाते रहे हैं। इसी कड़ी में देशभर में लागू बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से भी हरियाणा जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने सेमिनार में कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में कुछ
बाहरी खतरों के साथ-साथ आंतरिक खतरे भी होते हैं। आंतरिक खतरों में स्त्री-पुरूष
का असंतुलन भी एक है। हरियाणा लिंग अनुपात के मामले में काफी पीछे है। यह चिंता की
बात है और इस मामले में काफी काम किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसी
उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को हरियाणा की जमीन से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की
शुरुआत की। बेटी बचाओ सरकार की प्राथमिकता है। बेटा-बेटी में अंतर की धारणा, बाल विवाह की
कुरीति और असुरक्षा की भावना को खत्म करने के लिए सरकार कोशिश कर रही है।
गरीब परिवारों में पहली बेटी के जन्म पर लाडली स्कीम के तहत 21 हजार रुपये की राशि जमा कराई जाती है जो 18 साल बाद एक लाख रुपये होकर वापस मिलती है। यह योजना दो बेटियों तक है। अनुसूचित जाति और बीपीएल वर्ग के लिए यह सुविधा तीसरी बेटी तक भी दी जा रही है। यह अभियान तब तक जारी रखा जाएगा जब तक बेटों की बराबर बेटियों की संख्या नहीं हो जाती। उन्होंने फोरम के प्रयासों की भी सराहना की। कार्यक्रम में आए केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राजमंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि दो-तीन दशकों के भीतर देशों के बीच बनावटी दीवारें नहीं रहेंगी। वहीं, भूमि अधिग्रहण बिल पर कहा कि अध्यादेश किसानों के हित में है। बॉलिवुड ऐक्ट्रेस मल्लिका सहरावत जल्द ही देशभर में चल रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से जुड़ जाएंगी। मल्लिका सहरावत ने यह फैसला पैरिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद लिया। वह भी फ्रांस के न्योते पर पैरिस गई हैं और इस दौरान उन्होंने वहां पीएम मोदी का भाषण सुना और इतनी प्रभावित हुईं कि मोदी से मिलने का वक्त मांगा।
मोदी और सहरावत के बीच मीटिंग हुई और बाद में सहरावत ने कहा कि पीएम के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ की जा रही कोशिशों से प्रभावित होकर ही उन्होंने इस अभियान से जुड़ने का फैसला लिया। सहरावत जल्द ही इस सिलसिले में मोदी से फिर से मुलाकात करेंगी। मल्लिका सहरावत हरियाणा की ही रहने वाली हैं। उल्लेखनीय है कि मल्लिका से पहले फिल्म एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित भी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओअभियान से जुड़ चुकी हैं। इसके लिए वे बाकायदा पानीपत आई थीं। पानीपत से ही पीएम ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी।
गरीब परिवारों में पहली बेटी के जन्म पर लाडली स्कीम के तहत 21 हजार रुपये की राशि जमा कराई जाती है जो 18 साल बाद एक लाख रुपये होकर वापस मिलती है। यह योजना दो बेटियों तक है। अनुसूचित जाति और बीपीएल वर्ग के लिए यह सुविधा तीसरी बेटी तक भी दी जा रही है। यह अभियान तब तक जारी रखा जाएगा जब तक बेटों की बराबर बेटियों की संख्या नहीं हो जाती। उन्होंने फोरम के प्रयासों की भी सराहना की। कार्यक्रम में आए केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राजमंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि दो-तीन दशकों के भीतर देशों के बीच बनावटी दीवारें नहीं रहेंगी। वहीं, भूमि अधिग्रहण बिल पर कहा कि अध्यादेश किसानों के हित में है। बॉलिवुड ऐक्ट्रेस मल्लिका सहरावत जल्द ही देशभर में चल रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से जुड़ जाएंगी। मल्लिका सहरावत ने यह फैसला पैरिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद लिया। वह भी फ्रांस के न्योते पर पैरिस गई हैं और इस दौरान उन्होंने वहां पीएम मोदी का भाषण सुना और इतनी प्रभावित हुईं कि मोदी से मिलने का वक्त मांगा।
मोदी और सहरावत के बीच मीटिंग हुई और बाद में सहरावत ने कहा कि पीएम के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ की जा रही कोशिशों से प्रभावित होकर ही उन्होंने इस अभियान से जुड़ने का फैसला लिया। सहरावत जल्द ही इस सिलसिले में मोदी से फिर से मुलाकात करेंगी। मल्लिका सहरावत हरियाणा की ही रहने वाली हैं। उल्लेखनीय है कि मल्लिका से पहले फिल्म एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित भी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओअभियान से जुड़ चुकी हैं। इसके लिए वे बाकायदा पानीपत आई थीं। पानीपत से ही पीएम ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी।
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