आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में चुनाव न लड़ने
का फैसला किया है। पार्टी के प्रमुख नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि पार्टी आने
वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लेगी क्योंकि वह दिल्ली पर ध्यान
देना चाहती है। करनाल में योगेंद्र यादव की अध्यक्षता में राज्य कार्यकारिणी की
बैठक में यह फैसला लिया गया। लेकिन इसके साथ ही पार्टी के नेताओं के मतभेद भी उभर
आए हैं।
पार्टी के इस फैसले पर हरियाणा में पार्टी के बड़े नेता नवीन जयहिंद ने कहा है कि ऐसा 'निठल्ले' नेताओं की वजह से हो रहा है। जयहिंद ने ट्वीट कर कहा, 'हरियाणा में चुनाव न लड़ने का कारण अरविन्द जी नहीं हैं बल्कि वे निठल्ले नेता है जिनको अरविन्द जी ने ज़मीनी काम करने के लिए कहा था ऑफिस में नहीं।'
पार्टी के इस फैसले पर हरियाणा में पार्टी के बड़े नेता नवीन जयहिंद ने कहा है कि ऐसा 'निठल्ले' नेताओं की वजह से हो रहा है। जयहिंद ने ट्वीट कर कहा, 'हरियाणा में चुनाव न लड़ने का कारण अरविन्द जी नहीं हैं बल्कि वे निठल्ले नेता है जिनको अरविन्द जी ने ज़मीनी काम करने के लिए कहा था ऑफिस में नहीं।'
जयहिंद
का एक और ट्वीट है जो बड़े सवाल खड़े करता है। उन्होंने लिखा है, 'कोई तो जयचंद है पार्टी में
जिससे पार्टी को बचाना बहुत जरूरी है। फैसले पार्टी के होते हैं एक व्यक्ति के
नहीं।'
हालांकि, हरियाणा में चुनाव न लड़ने के बारे में अरविंद केजरीवाल कई बार संकेत दे चुके थे। हरियाणा में पार्टी प्रवक्ता राजीव गोदारा ने कहा, 'एक प्रस्ताव पास किया गया जिसमें यह महसूस किया गया कि आने वाले विधानसभा चुनावों में हिस्सा लेना व्यवहारिक नहीं होगा।' उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व की पूर्ण सहमति चुनाव लड़ने में नहीं है।
हालांकि, हरियाणा में चुनाव न लड़ने के बारे में अरविंद केजरीवाल कई बार संकेत दे चुके थे। हरियाणा में पार्टी प्रवक्ता राजीव गोदारा ने कहा, 'एक प्रस्ताव पास किया गया जिसमें यह महसूस किया गया कि आने वाले विधानसभा चुनावों में हिस्सा लेना व्यवहारिक नहीं होगा।' उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व की पूर्ण सहमति चुनाव लड़ने में नहीं है।
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