सरकार की तमाम कोशिश के बाद भी दिल्ली में
प्याज की कीमत में लगातार तेजी आ रही है। न केवल गली-मोहल्ले में, बल्कि मंडी में भी प्याज की कीमतों में
इजाफा हो रहा है। प्याज की कीमत कंट्रोल करने के लिए सरकार वैन से प्याज बेच रही
है। फिर भी प्याज लोगों को रुला रहा है। स्थिति यह है कि पिछले हफ्ते जो प्याज
मंडी में 6 से 19 रुपये के बीच था,
वह सोमवार को 9 से 24 रुपये
के बीच पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में प्याज की दरें और बढ़ सकती हैं।
थोक विक्रेताओं का आरोप है कि मीडिया में प्याज की कीमतों में और बढ़ोतरी की खबरों ने जमाखोरी बढ़ा दी है। जमाखोरों ने प्याज के और महंगे होने के इंतजार में प्याज को दबा लिया है। इसी वजह से प्याज महंगा होता जा रहा है।
आजादपुर मंडी के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मीडिया रिपोर्टिंग की वजह से प्याज की कीमतों में इजाफा हो रहा है। मार्केट में प्याज की कोई कमी नहीं है, लेकिन फिर भी रेट भाग रहा है। यह महंगाई सीजन के हिसाब से नहीं है। आमतौर पर मानसून आने के बाद ही महंगाई बढ़ती है या 15 जुलाई के बाद ऐसी महंगाई देखी जाती है। अभी केवल प्याज महंगा हो रहा है, क्योंकि मीडिया में केवल प्याज की कीमतों में उछाल की संभावना जताई गई है।
पिछले दिनों मीडिया में खबर आई कि प्याज की कीमत 50 से 100 रुपये तक पहुंच सकता है। इस वजह से जमाखोर एक्टिव हो गए हैं। प्याज के अलावा किसी और सब्जी की कीमत में बढ़ोतरी नहीं हुई है और अभी ऐसी संभावना भी कम है। दूसरी ओर रिटेल में प्याज की कीमत दोगुनी हो चुकी है, लोग 30 से 35 रुपये किलो प्याज खरीदने को मजबूर हैं। प्याज के और महंगा होने की संभावना से लोग प्याज खरीद भी ज्यादा रहे हैं, इस वजह से मांग भी बढ़ गई है।
थोक विक्रेताओं का आरोप है कि मीडिया में प्याज की कीमतों में और बढ़ोतरी की खबरों ने जमाखोरी बढ़ा दी है। जमाखोरों ने प्याज के और महंगे होने के इंतजार में प्याज को दबा लिया है। इसी वजह से प्याज महंगा होता जा रहा है।
आजादपुर मंडी के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मीडिया रिपोर्टिंग की वजह से प्याज की कीमतों में इजाफा हो रहा है। मार्केट में प्याज की कोई कमी नहीं है, लेकिन फिर भी रेट भाग रहा है। यह महंगाई सीजन के हिसाब से नहीं है। आमतौर पर मानसून आने के बाद ही महंगाई बढ़ती है या 15 जुलाई के बाद ऐसी महंगाई देखी जाती है। अभी केवल प्याज महंगा हो रहा है, क्योंकि मीडिया में केवल प्याज की कीमतों में उछाल की संभावना जताई गई है।
पिछले दिनों मीडिया में खबर आई कि प्याज की कीमत 50 से 100 रुपये तक पहुंच सकता है। इस वजह से जमाखोर एक्टिव हो गए हैं। प्याज के अलावा किसी और सब्जी की कीमत में बढ़ोतरी नहीं हुई है और अभी ऐसी संभावना भी कम है। दूसरी ओर रिटेल में प्याज की कीमत दोगुनी हो चुकी है, लोग 30 से 35 रुपये किलो प्याज खरीदने को मजबूर हैं। प्याज के और महंगा होने की संभावना से लोग प्याज खरीद भी ज्यादा रहे हैं, इस वजह से मांग भी बढ़ गई है।
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