Tuesday, December 17, 2013

अंजलि दमानिया और बीजेपी नेता नितिन गडकरी के बीच लोकसभा चुनाव

आम आदमी पार्टी की अंजलि दमानिया और बीजेपी नेता नितिन गडकरी के बीच छिड़ा वाकयुद्ध 2014 के लोकसभा चुनावों में एक नया रूप ले सकता है। अंजलि दमानिया ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया है कि वह नागपुर से नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि, गडकरी ने अभी नागपुर से चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक वह नागपुर से ही खड़े होंगे।
दमानिया ने कहा, 'मेरी पार्टी मुझे कुछ समय से नितिन गडकरी के खिलाफ खड़ा होने के लिए कह रही थी लेकिन मैं पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते इससे बच रही थी। लेकिन शुक्रवार को हमारी राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई और मैंने इसके लिए सहमति दे दी।' अब दमानिया को नागपुर लोकसभा सीट से 'आप' का कैंडिडेट घोषित किए जाने की औपचारिकता मात्र रह गई है। उन्होंने बताया, '22 और 23 दिसंबर को औरंगाबाद में हमारी जिला समिति की बैठक होगी, जिसमें इस पर चर्चा की जाएगी। उसके बाद, अधिक से अधिक 8 दिन में पार्टी द्वारा इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।'

गडकरी नई दिल्ली में थे और उन्होंने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। उनके सहायक सुधीर देउलगांवकर ने कहा कि इस पर गडकरी कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे। उन्होंने बताया, 'गडकरी नागपुर से बीजेपी के उम्मीदवार हैं और उम्मीदवार ऐसी चीजों पर प्रतिक्रिया नहीं देते। जरूरत पड़ने पर पार्टी की स्थानीय युनिट इसपर जवाब देगी।'
एक स्थानीय नेता को चुनौती देने के परिणाम के बारे में पूछने पर दमानिया ने कहा कि वह इस चुनाव में एक संदेश देना चाहती हैं जो जीतने से ज्यादा जरूरी है। दमानिया ने कहा, 'यहां हमारा उद्देश्य गडकरी को चैलेंज देना और यह संदेश देना है कि हम हर जगह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे। हम चाहते हैं कि अगर नागपुर के लोगों को लगता है कि मैं सही हूं तो नागपुर के लोग इस लड़ाई में हमारे लिए कैंपेनिंग करें।'
दिल्ली में आम आदमी पार्टी को मिले ठोस जनमत के बाद उसे कम नहीं आंका जा सकता। नागपुर के मौजूदा एम पी विलास मुत्तेवार किसी भी उम्मीदवार को हल्के में नहीं ले रहे। उन्होंने कहा, 'हालांकि इसपर कुछ कहना जल्दबाजी होगी, मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि चुनाव के दौरान हम हर परिस्थिति के लिए तैयार रहेंगे और किसी भी पार्टी के उम्मीदवारों को हल्के में नहीं लेंगे।'
अंजलि दमानिया महाराष्ट्र से ही हैं और पेशे से पैथॉलजिस्ट हैं। उन्होंने 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए इंडिया अगेन्स्ट करप्शन जॉइन किया था। उन्होंने महाराष्ट्र में सिंचाई घोटाले का खुलासा किया था।
सितंबर 2012 में दमानिया ने नैशनल टीवी पर कहा था कि जब उन्होंने तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी से सिंचाई घोटाले पर मदद मांगी तो गडकरी ने उन्हें फटकारा। अक्टूबर 2012 में दमानिया ने मीडिया को बताया कि गडकरी ने अपने राजनीतिक संपर्कों का नाजायज फायदा उठाते हुए कृषियोग्य जमीन को अपनी कंपनी पूर्ति पावर ऐंड शुगर लिमिटेड के लिए हथिया लिया था।
इसके बाद 2007 में दमानिया द्वारा खुद को किसान बताकर खरीदे गए 36 प्लॉटों पर भी सवाल उठे और उनसे वे सभी प्लॉट वापस ले लिए गए।

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