आम आदमी पार्टी के भीतर
उथल पुथल और विरोध का सिलसिला जारी है। नए लोगों के पार्टी में आकर नेता बनने से
पुराने लोग दरकिनार हो रहे हैं। अब पार्टी के फाउंडर मेंबर और नैशनल काउंसिल मेंबर
अश्विनी कुमार ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पार्टी के कई फाउंडर मेंबर चाहते
थे कि नैशनल काउंसिल 2-3 दिन की हो और उसमें कई अहम मसले चर्चा के बाद
तय किए जाएं, लेकिन यह महज एक दिन की हुई और उसमें भी
सिर्फ भाषणबाजी होती रही।
अश्विनी ने कहा कि मैंने पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल को छह पत्र लिखे लेकिन न उन्होंने कोई जवाब दिया न मिलने का वक्त दिया। साथ ही केजरीवाल ने उन मसलों पर कोई बात नहीं की जो कई नैशनल काउंसिल मेंबर उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैंडिडेट चुनने के लिए वही तरीका अपनाया जाना चाहिए जो दिल्ली विधानसभा चुनाव में किया गया। उनका आरोप है कि दिल्ली चुनाव जीतने के बाद मौकापरस्त लोग पार्टी में आ रहे हैं और उन्हें कम से कम 1 साल तक कोई पद या टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने 'पैराशूट कैंडिडेट' पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि लोकल स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलना चाहिए।
अश्विनी ने कहा कि मैंने पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल को छह पत्र लिखे लेकिन न उन्होंने कोई जवाब दिया न मिलने का वक्त दिया। साथ ही केजरीवाल ने उन मसलों पर कोई बात नहीं की जो कई नैशनल काउंसिल मेंबर उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैंडिडेट चुनने के लिए वही तरीका अपनाया जाना चाहिए जो दिल्ली विधानसभा चुनाव में किया गया। उनका आरोप है कि दिल्ली चुनाव जीतने के बाद मौकापरस्त लोग पार्टी में आ रहे हैं और उन्हें कम से कम 1 साल तक कोई पद या टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने 'पैराशूट कैंडिडेट' पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि लोकल स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलना चाहिए।
No comments:
Post a Comment