इंडिगो की फ्लाइट में सोमवार को एक महिला यात्री को कथित रूप से शॉर्ट
ड्रेस में होने के कारण विमान में चढ़ने से रोक दिया गया। दावा किया जा रहा है कि
प्राइवेट एयरलाइन के स्टाफ मेंबर्स ने पैसेंजर से कहा था कि आप 'अश्लील
कपड़ों में हैं।' ट्राउजर पहन कर आने के बाद एयरलाइन ने उसे
दूसरी फ्लाइट में दिल्ली भेजा। बताया जा रहा है कि महिला यात्री खुद पहले इंडिगो
में काम कर चुकी है और उसकी बहन फिलहाल कंपनी में काम कर रही है।
महिला के साथ यात्रा कर
रही सहयात्री ने बताया कि वह अश्लील कपड़ों में नहीं थी। दोह एयरपोर्ट पर उसे किसी
ने नहीं रोका था। उसने फ्रॉक पहन रखी थी, जो उसके घुटने के
ऊपर तक थी।
सहयात्री ने बताया, 'हम सभी मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर
सोमवार सुबह 2.40 बजे कनेक्टिंग फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे।
इसी दौरान हंगामा होने लगा। जब मैं वहां पहुंची तो देखी की वह (महिला पैसेंजर) रो
रही थी। इंडिगो के तीन स्टाफ उसे फ्लाइट में जाने से रोक रहे थे।'
आपको बता दें कि सहयात्री का दवा है कि वह उसी फ्लाइट में थी जो दोहा से
मुंबई आई थी। मुंबई से दिल्ली आने के लिए ये सभी 6.40 बजे की कनेक्टिंग
फ्लाइट का इंतजार कर रहीं थीं।
एक अन्य यात्री ने आरोप लगाया कि एयरलाइन के स्टाफ मेंबर्स ने उन्हें धमकी
दी कि अगर किसी ने इस मामले में दखलंदाजी करने की कोशिश की तो उसे फ्लाइट में नहीं
चढ़ने दिया जाएगा।
उस यात्री ने बताया, 'जब मैंने उस महिला के हक में मामले को चेक-इन काउंटर के
अफसरों के सामने उठाया तो वहां का स्टाफ मुझे परेशान करने लगा। उसने कहा कि मेरा
हैंडबैग भारी है और उसे मैं फ्लाइट में नहीं ले जा सकता।'
जब इन दोनों यात्रियों ने एयरलाइन के ग्राहक सेवा विभाग में शिकायत दर्ज
करवाई तो उन्हें कहा गया कि कर्मचारी केवल प्रोटोकॉल फॉलो कर रहे थे।
इंडिगो ने मामले पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि महिला यात्री हमारे नियमों
से अच्छी तरह वाकिफ थी। कंपनी ने एक ई-मेल में कहा, 'हमें खेद है कि महिला
यात्री को मुंबई एयरपोर्ट पर इस तरह के बर्ताव का सामना करना पड़ा, लेकिन हमारी गाइडलाइंस के अनुसार, कर्मचारी व उनके
पारिवारिक सदस्यों, जिन्हें वे अपने परमिट पर सफर करा रहे
हों उन्हें स्पेसेफिक ड्रेस कोड का पालन करना होता है। इसी पॉलिसी को ध्यान में
रखते हुए मुंबई में एयरलाइंस के स्टाफ ने उन्हें रोका। वैसे हम इस मामले की जांच
कराएंगे।'