बीजेपी नेता और पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने कहा है कि भारत ने अंडरवर्ल्ड
डॉन और आतंकी दाऊद इब्राहिम को 'ठिकाने
लगाने' के लिए एक
खुफिया प्लान बनाया था, लेकिन वह
कुछ पुलिसवालों की मदद से बच निकला। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार को दाऊद और
हाफिज सईद को खत्म करने के लिए ऑपरेशंस चलाने चाहिए।
आरके सिंह ने समाचार चैनल आज तक को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि दाऊद को मुंबई के कुछ भ्रष्ट पुलिसवालों की मदद से इस बात की भनक लग गई थी और वह बच निकला था।
दाऊद के खात्मे की यह योजना अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान बनाई गई थी। मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल तब IB चीफ थे। आरके सिंह का कहना था कि भारत सरकार द्वारा इस काम के लिए छोटा राजन गैंग के गुर्गों को महाराष्ट्र के बाहर किसी खुफिया जगह पर ट्रेनिंग दी जा रही थी। तभी मुंबई पुलिस के अधिकारी कुछ ट्रेनिंग स्पॉट पर अरेस्ट वॉरंट के साथ आए थे और यह खुफिया ऑपरेशन अपने अंजाम तक नहीं पहुंच सका था। आरके सिंह ने कहा है कि मुंबई पुलिस के ये अधिकारी दाऊद के साथ संपर्क में थे।
आरके सिंह ने कहा कि दाऊद और हाफिज सईद को ठिकाने लगाने के लिए खुफिया ऑपरेशन चलाया जाना चाहिए, जैसे अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन और मुल्ला उमर के लिए किया था। आरके सिंह का कहना था कि पाकिस्तान कभी इस बात को नहीं मानेगा कि दाऊद पाकिस्तान में रहता है। उन्होंने कहा कि भारत को म्यांमार की तरह पाकिस्तान में भी ऑपरेशन को अंजाम देना चाहिए।
पूर्व गृह सचिव का यह भी कहना था कि अगर एक ऑपरेशन असफल हो जाता है तो सरकार को दूसरा ऑपरेशन शुरू करना चाहिए। आरके सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान को डॉसियर देने से कुछ नहीं होगा। भारत की लड़ाई अमेरिका नहीं लड़ेगा, उसे खुद लड़नी पड़ेगी।' उनका कहना था कि पड़ोसी देश को आतंकियों को बचाकर किसी संभावित युद्ध से बचना चाहिए। पाकिस्तान को युद्ध की कीमत पता है, वह भारत से युद्ध नहीं करेगा। उन्होंने सवाल किया कि अमेरिका और इस्राइल अपने दुश्मनों को मार सकते हैं तो भारत क्यों नहीं।
आरके सिंह ने समाचार चैनल आज तक को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि दाऊद को मुंबई के कुछ भ्रष्ट पुलिसवालों की मदद से इस बात की भनक लग गई थी और वह बच निकला था।
दाऊद के खात्मे की यह योजना अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान बनाई गई थी। मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल तब IB चीफ थे। आरके सिंह का कहना था कि भारत सरकार द्वारा इस काम के लिए छोटा राजन गैंग के गुर्गों को महाराष्ट्र के बाहर किसी खुफिया जगह पर ट्रेनिंग दी जा रही थी। तभी मुंबई पुलिस के अधिकारी कुछ ट्रेनिंग स्पॉट पर अरेस्ट वॉरंट के साथ आए थे और यह खुफिया ऑपरेशन अपने अंजाम तक नहीं पहुंच सका था। आरके सिंह ने कहा है कि मुंबई पुलिस के ये अधिकारी दाऊद के साथ संपर्क में थे।
आरके सिंह ने कहा कि दाऊद और हाफिज सईद को ठिकाने लगाने के लिए खुफिया ऑपरेशन चलाया जाना चाहिए, जैसे अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन और मुल्ला उमर के लिए किया था। आरके सिंह का कहना था कि पाकिस्तान कभी इस बात को नहीं मानेगा कि दाऊद पाकिस्तान में रहता है। उन्होंने कहा कि भारत को म्यांमार की तरह पाकिस्तान में भी ऑपरेशन को अंजाम देना चाहिए।
पूर्व गृह सचिव का यह भी कहना था कि अगर एक ऑपरेशन असफल हो जाता है तो सरकार को दूसरा ऑपरेशन शुरू करना चाहिए। आरके सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान को डॉसियर देने से कुछ नहीं होगा। भारत की लड़ाई अमेरिका नहीं लड़ेगा, उसे खुद लड़नी पड़ेगी।' उनका कहना था कि पड़ोसी देश को आतंकियों को बचाकर किसी संभावित युद्ध से बचना चाहिए। पाकिस्तान को युद्ध की कीमत पता है, वह भारत से युद्ध नहीं करेगा। उन्होंने सवाल किया कि अमेरिका और इस्राइल अपने दुश्मनों को मार सकते हैं तो भारत क्यों नहीं।
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