Tuesday, June 16, 2015

फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर करोड़ों की लूट

'इनकम टैक्स की तरफ से आए हैं हम लोग, ये CBI की रेड है। आलमारी की चाभी दीजिए।' मगर डर के मारे घर में मौजूद महिला कहती है, 'चाबी खो गई है।' इस पर उनका मुखिया अपने मातहतों को आदेश देता है, 'ताला तोड़ो। कोई बाहर नहीं निकलेगा, सबको बंद करो।' भले ही यह संवाद 'स्पेशल 26' फिल्म में अक्षय कुमार ने बोला था, मगर कुछ इसी फिल्मी अंदाज में मुंबई के कांदिवली में एक गैंग ने फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर करोड़ों की लूट को अंजाम दिया है।
चारकोप पुलिस ने इस स्पेशल 26 नामक गैंग के 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने फिल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर एक ही घर में वारदात को अंजाम देते हुए कुल 1 करोड़ 65 लाख रुपये की लूट की है। इसमें 1 करोड़ 21 लाख की प्रॉपर्टी भी शामिल है जो पुलिस ने बरामद कर ली है। गिरफ्तार हुए आरोपियों के नाम कादर शेख, पंकज चव्हाण, यूनुस शेख, परेश गोस्वामी, जगदीश मेवाड़, भारत बिगाड़, पंकज चव्हाण और बालकृष्ण हैं, वहीं एक आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी प्रदीप रावराणे की मानें, तो स्पेशल 26 गैंग ने फिल्म की तर्ज पर करोड़ों की लूट को अंजाम देने के लिए गैंग में शामिल सभी 9 लोगों को भर्ती करने के बाद उन्हें लूटपाट के लिए बाकायदा ट्रेनिंग दी। मौके की रेकी करवाई और फिल्म में जैसे अक्षय कुमार फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर का आईडी कार्ड दिखाते हैं, इन लोगों ने भी वैसा ही आईडी कार्ड बनाया था। गिरोह का मुखिया जगदीश मेवाड़ पीड़ित का भतीजा है। आरोप है कि उसी ने लूटपाट की योजना बनाई थी। जगदीश शेयर बाजार में काम करता है। कुछ दिन पहले ही वह धारावी से चारकोप में रहने पहुंचा था। चारकोप पुलिस की मानें, तो 2 जून को कांदिवली की जयंती बाई सवैया के घर में 8 लोग इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर घुसे थे। उन्होंने घर की तलाशी लेने के बहाने घर के लॉकर को खोलने की बात कही। जब जयंती ने अलमारी खोलने से मना कर दिया, तो आरोपियों ने धमकी देकर उसे अलमारी खोलने को कहा। अलमारी में दो बैगों में करोड़ों का कैश, लाखों के जेवरात, महंगी घड़ियां और अन्य सामान मौजूद था। उसके बाद ये आरोपी बैग के साथ महिला को भी हायर की हुई ज़ाइलो कार में बैठा कर ले गए और बीच रास्ते में महिला को उतार कर उसे इनकम टैक्स कार्यालय में आकर पैसे और जूलरी वापस ले जाने को कहकर वहां से भाग खड़े हुए।
पुलिस सूत्रों की मानें, तो उनके निशाने पर खुद जयंती बाई सवैया और एक नामी बिल्डर है। आखिर जब लूट की वारदात हुई तो शिकायत के वक्त पुलिस को 25 लाख की रकम क्यों बताई गई, जबकि लूट 1 करोड़ 65 लाख रुपये की हुई थी। पुलिस को शक है कि बिल्डर ने ही जयंती के घर पर इतनी बड़ी रकम रखी थी। ऐसे में शक उठता है कि आखिर बिल्डर ने जयंती के घर पर इतना पैसा क्यों रखा था? पुलिस अब बिल्डर से भी इस मामले में पूछताछ करेगी और ईडी को भी इस बात की सूचना देगी। आखिर इस स्पेशल 26 गैंग ने लूट पूर्वनियोजित योजना के तहत की या इसमें इस बिल्डर की भूमिका शामिल है! मामले की जांच पीआई प्रदीप रावराणे कर रहे हैं।

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