Wednesday, April 23, 2014

शाजिया इल्मी के कॉमेंट बहुत बचकाने

मुसलमानों को सांप्रदायिकता का पाठ पढ़ाने वाले विडियो पर आम आदमी पार्टी (आप) की नेता शाजिया इल्मी चौतरफा घिर गई हैं। आम आदमी पार्टी भी शाजिया के बयान से नाराज बताई जा रही है और उसने इससे पल्ला झाड़ लिया है। वहीं कांग्रेस और बीजेपी ने शाजिया पर तीखे हमले किए हैं। कांग्रेस ने तो शाजिया को दूसरा तोगड़िया करार दिया है।
बीजेपी करेगी चुनाव आयोग से शिकायतः उधर, बीजेपी ने शाजिया के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की तैयारी कर ली है। बीजेपी ने शाजिया के बयान को देश को तोड़ने वाला करार दिया है। बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा है कि शाजिया के इस बयान से आम आदमी पार्टी की सोच स्पष्ट रूप से सामने आ गई है।
कांग्रेस ने इल्मी को बताया तोगड़िया जैसाः कांग्रेस ने शाजिया इल्मी की तुलना विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया से की है, जिन्हें एक विडियो में मुसलमानों के खिलाफ बयान देते दिखाया गया था। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'शाजिया इल्मी ने पहले भी गृह मंत्री जैसे वरिष्ठ व्यक्ति का मजाक उड़ाया है। केजरीवाल की पार्टी 'आप' का संविधान, कानून, राजनीतिक प्रक्रिया और राजनीति के प्रति बहुत कम सम्मान है। इसलिए हम उनसे यह उम्मीद करते हैं कि मीडिया में रहने के लिए वे ऐसे ही सनसनी फैलाने वाली चीजें कहेंगे।'
कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा, 'शाजिया इल्मी के कॉमेंट बहुत बचकाने हैं। मैं आश्चर्यचकित हूं कि एक सेक्युलर फैमिली से संबंध रखने वाला कोई इंसान ऐसा कैसे कह सकता है।' मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद ने भी शाजिया के बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों ने हमेशा सेकुलर नेता का चुनाव किया है।
भाई भी शाजिया से नाराजः कांग्रेस और बीजेपी के अलावा शाजिया के भाई और उनके राजनीतिक विरोधी एजाज इल्मी ने भी उन पर हमले किए। उन्होंने कहा कि हम सेक्युलर देश हैं और हमेशा रहेंगे। उन्होंने शाजिया के कम्यूनल तरीके से वोट करने की अपील की भर्त्सना की।
पार्टी ने बयान से किया किनाराः आम आदमी पार्टी ने भी शाजिया के बयान की आलोचना की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि वह शाजिया के बयान का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि शाजिया का यह बयान गलत है। उन्‍हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। 'आप' ने शाजिया के बयान से किनारा करते हुए कहा है कि शाजिया सही शब्दों का इस्तेमाल करें।
खुद को चौतरफा घिरते देख कर शाजिया ने अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनका मतलब सांप्रदायिकता से नहीं था, बल्कि उन्होंने कहा था कि किसी का सियासी गुलाम बनने की जरूरत नहीं। शाजिया ने कहा, 'मेरा कहना था कि मुसलमान कब तक डर कर रहेंगे कि आरएसएस आ जाएगा, मोदी आ जाएंगे। आप खुलकर वोट करें।' उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के वोट बंट जाते हैं क्योंकि वे बहुत अधिक धर्मनिरपेक्ष बन जाते हैं। उन्हें साम्प्रदायिक बनना चाहिए और अपना हित ध्यान में रखते हुए मतदान करना चाहिए।
गौरतलब है कि मंगलवार को आप नेता शाजिया इल्मी का एक विडियो सामने आया था, जिसमें वह मुस्लिम नेताओं से कह रही हैं कि मुस्लिमों को इतना सेक्युलर नहीं होना चाहिए। गाजियाबाद से आप कैंडिडेट शाजिया ने मुसलमानों को सलाह दे डाली कि मुस्लिम ज्यादा सेकुलर न बनें।

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