बीजेपी
के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 2014 आम चुनाव का नतीजा 2002 के गुजरात दंगों पर लोगों का फैसला होगा। एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में
मोदी ने कहा कि यह आरोप गलत है कि वह दंगों पर बोलने से बचते रहे। मोदी ने कहा कि
कुछ लोगों ने उन्हें इस मामले से जोड़ने की साजिश रची है।
मोदी ने कहा, 'मैं चुप नहीं था। मैंने 2002-2007 के दौरान देश के बड़े पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। हालांकि, मैंने पाया कि किसी ने भी सच को समझने की कोशिश नहीं की।' गुजरात में 2002 में हुए दंगों के वक्त मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। इस मामले पर लगातार उन्हें घेरा जाता रहा है। मोदी ने कहा, 'मुझे जो कहना था वह मैंने कह दिया। अब मैं जनता की अदालत में हूं और उनके फैसले का इंतजार कर रहा हूं।' 2002 के दंगों के बारे में और पूछे जाने पर मोदी ने यह बात कही।
मोदी के करीबी बीजेपी नेताओं का मानना है कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री बनने का जनादेश मिलता है, तो गुजरात दंगों का मामला दब जाएगा। इससे अंतरराष्ट्रीय फोरम पर भी उनकी स्वीकार्यता बढ़ जाएगी। मिसाल के तौर पर दंगों की वजह से अमेरिका ने उन्हें वीजा देने से मना कर रखा है।
इस इंटरव्यू में मोदी ने कहा कि वह लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने मीडिया के बारे में कहा, 'अगर मीडिया ने मोदी की छवि खराब करने के लिए काम नहीं किया होता, तो आज मोदी के बारे में कौन जानता?' अरविंद केजरीवाल की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि अगर मोदी अगले प्रधानमंत्री बन गए, तो अखबारों के संपादक देश छोड़कर भाग जाएंगे, गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, 'पिछले 14 साल से हम गुजरात में सरकार चला रहे हैं। मैं आपसे पूछता हूं, क्या किसी संपादक या रिपोर्टर ने ऐसा किया है।'
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बनाई गई एसआईटी ने मोदी को 2002 दंगों से जुड़े 9 मामलों से बरी कर दिया था। मोदी ने कहा कि कांग्रेस की अगुआई वाले यूपीए गठबंधन को इस बार सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ेगा, जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को रेकॉर्ड सीटें हासिल होंगी।
मोदी ने कहा, 'मैं चुप नहीं था। मैंने 2002-2007 के दौरान देश के बड़े पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। हालांकि, मैंने पाया कि किसी ने भी सच को समझने की कोशिश नहीं की।' गुजरात में 2002 में हुए दंगों के वक्त मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। इस मामले पर लगातार उन्हें घेरा जाता रहा है। मोदी ने कहा, 'मुझे जो कहना था वह मैंने कह दिया। अब मैं जनता की अदालत में हूं और उनके फैसले का इंतजार कर रहा हूं।' 2002 के दंगों के बारे में और पूछे जाने पर मोदी ने यह बात कही।
मोदी के करीबी बीजेपी नेताओं का मानना है कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री बनने का जनादेश मिलता है, तो गुजरात दंगों का मामला दब जाएगा। इससे अंतरराष्ट्रीय फोरम पर भी उनकी स्वीकार्यता बढ़ जाएगी। मिसाल के तौर पर दंगों की वजह से अमेरिका ने उन्हें वीजा देने से मना कर रखा है।
इस इंटरव्यू में मोदी ने कहा कि वह लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने मीडिया के बारे में कहा, 'अगर मीडिया ने मोदी की छवि खराब करने के लिए काम नहीं किया होता, तो आज मोदी के बारे में कौन जानता?' अरविंद केजरीवाल की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि अगर मोदी अगले प्रधानमंत्री बन गए, तो अखबारों के संपादक देश छोड़कर भाग जाएंगे, गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, 'पिछले 14 साल से हम गुजरात में सरकार चला रहे हैं। मैं आपसे पूछता हूं, क्या किसी संपादक या रिपोर्टर ने ऐसा किया है।'
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बनाई गई एसआईटी ने मोदी को 2002 दंगों से जुड़े 9 मामलों से बरी कर दिया था। मोदी ने कहा कि कांग्रेस की अगुआई वाले यूपीए गठबंधन को इस बार सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ेगा, जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को रेकॉर्ड सीटें हासिल होंगी।
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