Thursday, October 3, 2013

हर गांव में लाखों रुपये के देवालय तो हैं, लेकिन शौचालय नहीं

 बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी बुधवार को दिल्ली अलग अंदाज में नजर आए। त्यागराज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम 'मंथन' में युवाओं संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देवालय से पहले शौचालय होना चाहिए।
मोदी ने युवाओं को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। भाषण के दौरान मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भी हमारी महिलाओं को खुले में शौच के लिए जाना पडता है। देश के लिए इससे शर्मनाक और क्या बात होगी। मेरी पहचान तो हिंदूत्ववादी की है लेकिन मैं अपनी असली सोच बताता हूं। मैं अपने राज्य में कहता हूं, पहले शौचालय फिर देवालय। हर गांव में लाखों रुपये के देवालय तो हैं, लेकिन शौचालय नहीं।
मोदी ने कहा कि दिल्ली के इतने बड़े ग्रुप ने कभी नॉर्थ ईस्ट के लोगों के विषय में सोचा ही नहीं होगा। ये उनकी प्रायॉरिटी लिस्ट में आया ही नहीं होगा। मैंने दो साल पहले नॉर्थ ईस्ट के सभी सीएम को लेटर लिख कर हर स्टेट से 200 महिला पुलिसकर्मी को गुजरात भेजने की गुजारिश की थी। मेरी सोच थी कि नॉर्थ ईस्ट की इंग्लिश स्पीकिंग पुलिस गुजरात में टूरिजम पुलिसिंग को डिवेलप करती।
मोदी ने कहा कि गुजराती सबसे अच्छे टूरिस्ट होते हैं। आप कहीं भी जाइए आपको केम छो... मिल जाएगा। फाइवस्टार होटल में बैठकर लोग घर का डिब्बा खोलकर थेपला और ढोकला खाते मिल जाएंगे। उन्होंने कहा - टेररिज्म डिवाइड्स ऐंड टूरिजम यूनाइट्स।
मोदी ने कहा कि कोई भी पॉलिसी बनाने में पब्लिक पार्टिसिपेशन होना चाहिए। विकास के लिए आउट ले से बढ़कर आउटकम पर जाना होगा और सोशल ऑडिट करना होगा। टेक्नॉलॉजी पर जोर देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में जहां से ऑप्टिकल फाइबर गुजरेगा वहीं पर बस्तियां बसेंगी।
मोदी ने कहा कि एक बार मुझे पीएम ने महंगाई कंट्रोल करने के लिए एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा। मैंने रिपोर्ट दी पर दो साल हो गए उसमें कुछ हुआ नहीं। फिर कहा कि एक बार मेरी पीएम से बात हुई... मैंने कहा कि जेएनयूआरएम को नेक्स्ट जनरेशन के लिए सोचना चाहिए। कई आइडिया भी दिए। उन्होंने कहा रिपोर्ट बना कर दो, मैंने दी, कहा कि प्लानिंग कमिशन को बताओं मैंने बताया, कहा कि सैम पित्रोदा को बताओ मैंने बताया...मैं बताते बताते थक गया पर कुछ हुआ नहीं।
मोदी ने कहा कि एक पत्रकार ने मुझसे पूछा कि क्या चुनाव जल्दी आएंगे? मैंने कहा चुनाव जल्दी आएंगे या नहीं, उसका निर्णय तो करना पड़ता है ना, जो सरकार निर्णय ना करने के लिए मशहूर हो वहां वे ये निर्णय करेंगे ये सोचना ही बेकार है। उन्होंने कहा कि कोई भी क्रिमिनल नेता नहीं चाहता। दिल्ली में बैठी सरकार को जनता की नब्ज की पहचान नहीं है वरना ऐसा ऑर्डिनेंस लाने की गलती नहीं करते। पीएम की पगड़ी उछाल दी वह अलग। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार तब जाएगा जब एक बार तय कर लें कि इस पाप में पड़ना ही नहीं है, यह ऊपर से तय करना होगा।
मोदी पहले भी यूथ वोटर्स पर जोर देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि 18 साल का होना और वोटर बनना भी सेलिब्रेट होना चाहिए। इलेक्शन कमिशन से चिट्ठी जानी चाहिए। ऐसा माहौल बनाना चाहिए। मोदी ने बात बात में बताया कि मैं वर्कहॉलिक हूं। मैं सोशल मीडिया में बहुत ऐक्टिव हूं


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