मुंबई आतंकी हमलों के दौरान आतंकवादियों को समाचार चैनलों से नहीं बल्कि लश्कर-ए-तैयबा के स्थानीय नेटवर्क से दिशा निर्देश मिल रहे थे। यह बात बीबीसी की एक विशेष रिपोर्ट में कही गई है। बीबीसी पर सोमवार शाम को प्रसारित होने वाली इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार ने आतंकवादियों की पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं से लगातार होती बातचीत के जो सबूत सौंपे हैं, उनसे भी यह साफ हो जाता है कि आतंकवादियों को पल-पल पर दिशा निर्देश मिल रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक इन दिशा निर्देशों से यह साफ हो जाता है कि लश्कर-ए-तैयबा के मुंबई स्थित नेटवर्क की इसमें अहम भूमिका रही है। स्थानीय सहयोग के बगैर इतनी सटीक जानकारी हासिल करना मुमकिन नहीं था। गौरतलब है कि अब तक भारत सरकार और प्रशासन की तरफ से कहा जाता रहा है कि मुंबई हमला बाहर से आए आतंकियों के एक समूह की कारगुजारी था और स्थानीय संपर्कों की इसमें कोई भूमिका नहीं थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि संभव है, हमले में स्थानीय मुस्लिमों की भूमिका की बात आना सरकार के लिए सुविधाजनक न हो।
Sunday, June 28, 2009
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