स्विट्जरलैंड की एक महिला रामेश्वरम मंदिर की सबसे रहस्यमयी दाता हैं। एलिजाबेथ जीगलर नाम की यह महिला पिछले तीन साल से रामनाथस्वामी मंदिर को हर साल करीब चार लाख रुपये दान दे रही हैं। हाल में तो उन्होंने मंदिर को 2.08 करोड़ रुपये भेजे हैं। लेकिन मंदिर के अधिकारियों ने उन्हें कभी नहीं देखा। मंदिर के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की चेयरपर्सन भानुमति नचियार के मुताबिक, ऐसा लगता है कि एलिजाबेथ अक्सर मंदिर आती रहीं हैं और यहां के देवता रामनाथस्वामी व देवी पर्वतवर्धिनी की पूजा करती रही हैं। लेकिन मैंने उन्हें कभी नहीं देखा। 2006 में जब भानुमति ने चेयरपर्सन का पद संभाला तो उन्हें फाइलों में एलिजाबेथ का 12 अक्टूबर 2004 का लिखा पत्र मिला। इसमें एलिजाबेथ ने मंदिर को दान देने की इच्छा व्यक्त की थी। भानुमति ने फैक्स से एलिजाबेथ के खत का जवाब भेजा और उन्हें दान की रकम भेजने के लिए बैंक अकाउंट का ब्यौरा दिया। एलिजाबेथ ने पूरी तत्परता के साथ तुरंत चार लाख रुपये भेजे। तब से वह हर साल रुपये भेज रही हैं। भानुमति के मुताबिक, हमारी यह अदृश्य दाता हर साल चार से पांच लाख रुपये भेज रही हैं। सबको यह जरूर मालूम है कि एलिजाबेथ जिनीवा में वकील हैं। कुछ महीने पहले एलिजाबेथ ने फैक्स भेजकर कहा कि मैं मोटी रकम दान करना चाहती हूं। जवाब मिलते ही 19 फरवरी को उन्होंने 2.08 करोड़ रुपये भेजे। किसी को इतनी बड़ी रकम आने की उम्मीद नहीं थी। एलिजाबेथ ने रकम खर्च किए जाने के बारे में कुछ निदेर्श भी भेजे। उन्होंने कहा कि दैनिक पूजा के साथ-साथ ये रुपये महाशिवरात्रि और रुद्र पूजा (दोनों पर्व साल में एक बार) के अलावा 11 दिसंबर को कम से कम 101 गरीब लोगों को भोजन कराने पर खर्च किए जाने चाहिए। हालांकि यह नहीं बताया कि 11 दिसंबर की तारीख का उनके जीवन में क्या महत्व है।
Sunday, June 7, 2009
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