हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने अपने प्रफेसर्स पर अंडरग्रैजुएट स्टूडेंट्स के साथ
सेक्स करने से रोक लगा दी है। काफी कड़े शब्दों में लगाई इस
रोक में हालांकि यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट कर दिया है कि स्टूडेंट्स और टीचर्स के
उचित संबंधों पर उसे कोई ऐतराज नहीं है।
गुरुवार को जारी एक बयान में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि शिक्षा में सेक्स के आधार पर भेदभाव न हो, इसके लिए लागू कानून के मुताबिक नीतियों की समीक्षा के बाद यह फैसला किया गया है। अब तक नीति यह थी कि टीचर्स उन स्टूडेंट्स से सेक्स न करें जो उनके सीधे सुपरविजन में हैं। यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट कर दिया है कि अंडरग्रैजुएट स्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच न शारीरिक संबंधों के इजाजत होगी, न प्रेम संबंधों की।
गुरुवार को जारी एक बयान में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि शिक्षा में सेक्स के आधार पर भेदभाव न हो, इसके लिए लागू कानून के मुताबिक नीतियों की समीक्षा के बाद यह फैसला किया गया है। अब तक नीति यह थी कि टीचर्स उन स्टूडेंट्स से सेक्स न करें जो उनके सीधे सुपरविजन में हैं। यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट कर दिया है कि अंडरग्रैजुएट स्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच न शारीरिक संबंधों के इजाजत होगी, न प्रेम संबंधों की।
बॉस्टन के बाहर केंब्रिज के नजदीक स्थित यूनिवर्सिटी में
करीब 2400 टीचर्स और 6700 स्टूडेंट्स हैं। इस बारे में
फैसला करने वाली कमिटी के अध्यक्ष ऐलिसन जॉनसन ने कहा कि हम अपने फैसले से इस बात
पर जोर देना चाहते हैं कि प्रफेसर और अंडरग्रैजुएट स्टूडेंट्स के बीच संबंध
शैक्षणिक होने चाहिए
No comments:
Post a Comment