यह मोदी का क्रेज था या फिर राजनीतिक उत्सुकता। मोदी को सुनने मुसलिम
समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में रैली में पहुंचे। जो रैली में नहीं पहुंच पाए
उन्होने अपने घरों व दुकानों में टीवी के सामने बैठ मोदी के भाषण को बड़े ध्यान से
सुना। मोदी के भाषण के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में उनके भाषण पर चर्चा
शुरू हो गई। मोदी के रैली में बोले गए हर बोल को तोला जाने लगा।
मोदी की यहां हुई विजय शंखनाद रैल को हुए 24 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में अब भी उनके भाषण को लेकर चर्चा जारी है। लिसाड़ी गेट निवासी सलीम बताते हैं कि जिस समय मोदी रैली में अपना भाषण दे रहे थे, शहर के मुस्लिम वर्ग के लोग भी अपने टीवी के सामने बैठ कर उनका भाषण बड़े ध्यान से सुन रहे थे। पूरे भाषण के दौरान मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के मोहल्ले व बाजार खाली नजर आए। भाषण समाप्त होने के बाद लोगों ने घर से बाहर निकल कर उस पर चर्चा शुरू कर दी। मुसलमानों की नुमाइंदगी करने वाले एक शख्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों की तरफ से मोदी के द्वारा रैली में बोले गए हर शब्द की व्याखा बड़ी बारीकी से की गई है। इस बात के पीछे उनकी मंशा यह जानने की है कि अल्पसंख्यकों के बीच अन्य पार्टियों की तरफ से मोदी का जो खौफ दिखाया जा रहा है वह कहां तक सच है। वे यह जानना चाहते थे कि इस तथ्य के पीछे कुछ सचाई है या फिर यह अन्य दलों का राजनीतिक खेल है। गौरतलब है कि रविवार को माधवकुंज शताब्दीनगर में नरेन्द्र मोदी की विजय शंखनाद रैली में 14 संसदीय क्षेत्र से उनके समर्थक आए थे। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष का दावा है कि रैली में मेरठ के अलावा गाजियाबाद, सहारनपुर, हापुड़, गढ़मुक्तेशवर व बागपत से भी मुसलमान आए थे। इनको रैली में आगे स्थान नहीं मिल पाया तो उन्होने पीछे खड़े होकर ही मोदी का भाषण सुना था।
मोदी की यहां हुई विजय शंखनाद रैल को हुए 24 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में अब भी उनके भाषण को लेकर चर्चा जारी है। लिसाड़ी गेट निवासी सलीम बताते हैं कि जिस समय मोदी रैली में अपना भाषण दे रहे थे, शहर के मुस्लिम वर्ग के लोग भी अपने टीवी के सामने बैठ कर उनका भाषण बड़े ध्यान से सुन रहे थे। पूरे भाषण के दौरान मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के मोहल्ले व बाजार खाली नजर आए। भाषण समाप्त होने के बाद लोगों ने घर से बाहर निकल कर उस पर चर्चा शुरू कर दी। मुसलमानों की नुमाइंदगी करने वाले एक शख्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों की तरफ से मोदी के द्वारा रैली में बोले गए हर शब्द की व्याखा बड़ी बारीकी से की गई है। इस बात के पीछे उनकी मंशा यह जानने की है कि अल्पसंख्यकों के बीच अन्य पार्टियों की तरफ से मोदी का जो खौफ दिखाया जा रहा है वह कहां तक सच है। वे यह जानना चाहते थे कि इस तथ्य के पीछे कुछ सचाई है या फिर यह अन्य दलों का राजनीतिक खेल है। गौरतलब है कि रविवार को माधवकुंज शताब्दीनगर में नरेन्द्र मोदी की विजय शंखनाद रैली में 14 संसदीय क्षेत्र से उनके समर्थक आए थे। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष का दावा है कि रैली में मेरठ के अलावा गाजियाबाद, सहारनपुर, हापुड़, गढ़मुक्तेशवर व बागपत से भी मुसलमान आए थे। इनको रैली में आगे स्थान नहीं मिल पाया तो उन्होने पीछे खड़े होकर ही मोदी का भाषण सुना था।
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