Wednesday, March 31, 2010

हम अपने बच्चों के फैसले से बेहद खुश, सानिया मिर्जा की ममी नसीमा

'शादियां जन्नत में तय होती हैं और हम अपने बच्चों के फैसले से बेहद खुश हैं,' यह कहना है टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की ममी नसीमा का। जैसे ही यह खबर आई कि सनिया मिर्जा एक्स पाकिस्तानी कप्तान-क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी करने जा रही है, भारत और पाकिस्तान में काफी लोग भौंचक रह गए। खास कर काफी युवा लोगों का दिल टूट गया। सब यह पूछने लगे कि अभी तो सानिया की अपने बचपन के मित्र सोहराब मिर्जा से सगाई टूटी ही थी, बीच में शोएब मलिक कहां से आ गया। आपको बता दें कि जनवरी में सोहराब से सगाई टूटने के बाद सानिया फरवरी में दुबई में एक टूर्नामेंट में भाग लेने गई थीं। हालांकि अभी उसकी कलाई की चोट पूरी तरह ठीक नहीं हुई है, पर पहले से अब उसकी चोट काफी बेहतर है, इसलिए वह कुछ टूर्नामेंट में भाग लेती रहती हैं।
शोएब मलिक पर इस साल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में शर्मनाक हार के बाद एक साल का बैन लगा दिया है। उनके पूर्व कप्तान मुहम्मद यूसुफ ने तो इन आरोपों से आजिज आ कर कल ही रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है। उस दौरान मौच फिक्सिंग के आरोप पर शोएब सहित लगभग पूरी ही टीम पर बैन लगा दिया गया है। शोएब ने अपना एक आशियाना दुबई में भी बना रखा है। वहीं जब सानिया टेनिस खेल रही थीं तब शोएब की मुलाकात सानिया से हुई। दोनों इसे लव एट फर्स्ट साइट का ही मामला मान रहे हैं। हालांकि इससे पहले करीब छह महीने से दोनों की कैजुअल जान पहचान थी। गत फरवरी में हुई इस मुलाकात में दोनों के टूटे दिलों के लिए मरहम का सा काम किया। सानिया अपनी सगाई टूटने से दुखी थी तो शोएब एक्स मिस इंडिया और ऐक्ट्रेस सयाली भगत से दोस्ती खत्म होने से दुखी थे। उससे भी पहले शोएब का नाम हैदराबाद की ही आयशा सिद्दकी के साथ भी जुड़ा था। उसने कहा था कि शोएब ने उससे शादी की है, पर शोएब ने सिर्फ टेलिफोन पर सगाई की ही बात कही थी। बहरहाल, इस मुलाकात में दोनों का प्यार परवान चढ़ा। दोनों ने एक-दूसरे को समझा-जांचा। एक-दूसरे के साथ दुबई की रोमांटिक जगहों की सैर की और अपने परिवार वालों की अपनी शादी करने के फैसले की खबर दी। गत हफ्ते शोएब की मां हैदराबाद पहुंचीं और रिश्ते के लिए सानिया की मां नसीमा और पिता इमरान मिर्जा से बात की। हां, होते ही कल इस बात की घोषणा कर दी गई कि दोनों इसी अप्रैल में शादी कर रहे हैं। शोएब के जीजा इमरान मलिक के अनुसार इस सात अप्रैल को उसका पूरा परिवार इंडिया जा रहा है। जहां 10 या 11 को हैदराबाद में शादी होगी। उसके बाद दावते वलीमा (रिसेप्शन) 16 या 17 अप्रैल को लाहौर में होगा। इसके बाद यह जोड़ा दुबई में सेटल होगा। सानिया का जन्म मुंबई में 15 नवंबर 1986 को हुआ था। शोएब पहली फरवरी 1982 को पाकिस्तनानी शहर सियालकोट में जन्मे हैं। शोएब ने कहा है कि सानिया अपने देश के लिए जब तक चाहे खेलती रह सकती है। सानिया ने भी कम से कम लंदन ओलिंपिक 2012 तक तो खेलने की इच्छा जताई ही है। वैसे, ऐसा अगर हुआ तो शायद यह पहला मौका होगा जब पति-पति अलग-अलग देशों की ओर से खेलेंगे।

Monday, March 29, 2010

उनसे पूछा गया कि आखिर खुफिया तंत्र फेल क्यों रहा।


गुलबर्ग सोसायटी दंगा मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शनिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से दो दौर में पूरे नौ घंटे तक कड़ी पूछताछ की। मोदी रात नौ बजे से कुछ पहले दूसरे दौर की पूछताछ के लिए जब एसआईटी के दफ्तर में घुसे तो वह पूरे आत्मविश्वास से लबरेज थे, लेकिन देर रात 1.10 मिनट पर जब वह बाहर निकले तो उनकी हालत कुछ दूसरी ही थी। बताया जाता है कि मोदी ने पहले दौर की पूछताछ के दौरान अधिकारियों से कुछ बहस भी की थी। सूत्रों के मुताबिक SIT के अधिकारी मोदी से किसी दूसरे आरोपी की तरह पेश आए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी की इस पूछताछ से ही तय होगा कि उन पर एफआईआर दर्ज होगी या नहीं क्या क्या पूछा गया SIT अधिकारियों ने मोदी पर अयोध्या से लौट रहे कारसेवकों और गोधरा में ट्रेन जलने को लेकर सवाल दागे। उनसे पूछा गया कि आखिर खुफिया तंत्र फेल क्यों रहा। गोधरा कांड के बाद हुए दंगों और पुलिस की भूमिका पर भी मोदी से जवाब तलब किए गए। उनसे 2002 में चुनाव के दौरान भड़काऊ स्पीच पर भी जवाब मांगा गया। उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने पुलिस चीफ और अधिकारियों को कुछ खास निर्देश दिए थे। गौरतलब है कि तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि उन्हें गोधरा में मारे गए 59 कारसेवकों के बदले लोगों को अपनी भड़ास निकालने देने का निर्देश मिला था। बताया जाता है कि मोदी ने इस सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया।

Friday, March 26, 2010

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे किसी राजनीतिज्ञ के खिलाफ जांच का आदेश नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे किसी राजनीतिज्ञ के खिलाफ जांच का आदेश नहीं दे सकता क्योंकि यह काम जांच एजेंसियों का है। अदालत ने यह बात सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका खारिज करते हुए दी। चामलिंग पर ज्ञात स्त्रोतों से अधिक संपत्ति जुटाने का आरोप है। चीफ जस्टिस के. जी. बालाकृष्णन की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय डिविजन बेंच ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट प्रॉसिक्यूशन का निर्देश देता है तो यह अभियुक्त के लिए गंभीर पूर्वाग्रह पैदा करेगा जिसके दूरगामी असर हो सकते हैं। हो सकता है कि आखिरकार सुप्रीम कोर्ट को ही अभियुक्त के खिलाफ मुकदमा चलाना पड़े। डिविजन बेंच ने याचिकाकर्ता विपक्ष के नेता कुंगामिना लेपचा से कहा कि अगर उन्हें ऐसी कोई शिकायत है तो वह संबंधित जांच एजेंसी से संपर्क साधें। ऐसे मामलों में जांच शुरू करने का जिम्मा स्पष्ट तौर पर राज्य पुलिस, सीबीआई या केंद्रीय सतर्कता आयोग जैसी जांच एजेंसियों का है। अदालत ने कहा कि कोई व्यक्ति उसी मामले में सीधे रिट याचिका दायर कर सकता है, जहां मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हुआ हो। उसने याचिकाकर्ता की यह दलील नहीं मानी कि जनता के धन का गबन मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि अगर आप सोचते हैं कि आपके पास अपनी बात के सपोर्ट में पर्याप्त सामग्री है तो आप उन्हें सीआरपीसी से जुड़े प्रावधानों के तहत संबंधित एजेंसियों के सामने रखकर जांच की मांग कर सकते हैं।

Tuesday, March 23, 2010

शादी से पहले सेक्स अपराध नहीं

शादी से पहले सेक्स अपराध नहीं है। लिव-इन रहना भी अपराध नहीं है। ऐसा सुप्रीम कोर्ट ने कहा है। चीफ जस्टिस के. जी. बालाकृष्णन, जस्टिस दीपक वर्मा और जस्टिस बी. एस. चौहान की बेंच ने मंगलवार को कहा, 'जब दो लोग साथ रहना चाहते हैं, तो इसमें अपराध क्या है। क्या यह कोई अपराध लगता है? साथ रहना कोई अपराध नहीं है। यह अपराध हो ही नहीं सकता।' कोर्ट ने तो यहां तक कहा कि मिथॉलजी के मुताबिक भगवान कृष्ण और राधा भी साथ रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसा कोई कानून नहीं है जो लिव-इन रिलेशनशिप या शादी से पहले सेक्स को रोकता हो। सुप्रीम कोर्ट ने यह बात साउथ की मशहूर ऐक्ट्रेस खुश्बू के एक मामले में कही। खुश्बू पर 22 क्रिमिनल केस दर्ज हैं। उन्होंने इन मामलों को खारिज करने के लिए अपील की थी। ये सभी मामले खुश्बू के 2005 के उस इंटरव्यू के बाद दर्ज हुए थे, जिसमें उन्होंने शादी से पहले सेक्स को सही बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रखा। विरोधी वकील का तर्क था कि ऐक्ट्रेस के बयान शादी से पहले सेक्स को बढ़ावा देते हैं। इससे नौजवानों पर असर पड़ेगा और देश के नैतिक मूल्यों में गिरावट आएगी। कोर्ट ने जीवन और स्वतंत्रता के मूल अधिकार का हवाला देते हुए वकील से पूछा कि बताइए, किस सेक्शन के तहत कौन सा अपराध हुआ है। साथ रहना तो जीने का अधिकार है।

Monday, March 22, 2010

लगातार बढ़ता वित्तीय घाटा खतरे की बात

विश्व बैंक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट 'वैश्विक आर्थिक परिदृश्य' में कहा गया है कि भारत सहित अनेक दक्षिण एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के लिए लगातार बढ़ता वित्तीय घाटा खतरे की बात है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भी अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि मंदी के दौर में बनाए गए रियायतों के बजट का समय अब बीत चुका है। ऐसे में, भारत तेजी से विकास तभी कर सकता है, जब वह राजकोषीय घाटे पर अंकुश लगाए। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को यह महसूस करना चाहिए कि उसकी अर्थव्यवस्था संभावनाओं से भरी है। ऐसा मत बनाने पर ही वह आर्थिक सुधारों और व्यापक आर्थिक नीतियों को लागू कर सकता है। इससे उसे अपनी ऊंची विकास दर कायम रखने में मदद मिलेगी। राहत की बात है कि हमारे वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने इन बातों को समझा है। इसी आधार पर उन्होंने 2010-11 के आम बजट में राजस्व घाटा (रेवेन्यू डेफिसिट) तथा राजकोषीय घाट (फिस्कल डेफिसिट) को कम करने का लक्ष्य रखते हुए राजस्व और राजकोषीय मजबूती का रोड मैप प्रस्तुत किया है। आम भाषा में किसी वित्तीय वर्ष में कुल सरकारी आय और कुल सरकारी व्यय का अंतर राजस्व घाटा या बजटीय घाटा कहलाता है। जबकि, किसी वित्तीय वर्ष के राजस्व घाटे और सरकार द्वारा लिए गए ऋण पर ब्याज तथा अन्य देयताओं के भुगतान का योग राजकोषीय घाटा कहलाता है। 13वें वित्त आयोग की सिफारिशों की राह पर चलते हुए वित्त मंत्री ने वर्ष 2010-11 के लिए राजस्व घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के चार फीसदी के स्तर पर तथा राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 5.5 फीसदी पर लाने का लक्ष्य रखा है जबकि चालू वित्त वर्ष 2009-10 में राजस्व घाटा जीडीपी के 5.3 फीसदी तथा राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.9 फीसदी रहने का अनुमान है। यह राजस्व और राजकोषीय घाटा पिछले दो दशकों में सबसे ज्यादा है। यही वजह है कि वित्त मंत्री ने राजकोषीय घाटे को 2012-13 में जीडीपी के 4.1 फीसदी पर लाने और राजस्व घाटे को वर्ष 2013-14 तक शून्य करने का लक्ष्य रखा है।

Saturday, March 20, 2010

मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये की माला पहनी= राजनाथ सिंह

गाजियाबाद के सांसद राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी प्रदेश की मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये की माला पहनी है। प्रदेश की जनता के साथ-साथ मधुमक्खियों ने भी मुख्यमंत्री की इस हरकत का विरोध करते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। राजनाथ दिल्ली से मुरादाबाद जाते समय कुछ देर के लिए यहां पर रुके। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता महंगाई से जूझ रही है, लेकिन मुख्यमंत्री को माला पहनने से ही फुर्सत नहीं है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि कहा कि मुख्यमंत्री की रैली में मधुमक्खियों के विरोध दर्ज कराने के मामले में डीआईजी को जांच के आदेश दे दिए गए हैं, किंतु समझ में नहीं आता है कि वो अधिकारी कैसे जांच करेगा कि मधुमक्खियां किस राजनैतिक दल की थी। उनके बयान और चार्जशीट कैसे दर्ज होगी और उन्हें किस प्रकार की सजा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये की माला पहनी= राजनाथ सिंह

गाजियाबाद के सांसद राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी प्रदेश की मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये की माला पहनी है। प्रदेश की जनता के साथ-साथ मधुमक्खियों ने भी मुख्यमंत्री की इस हरकत का विरोध करते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। राजनाथ दिल्ली से मुरादाबाद जाते समय कुछ देर के लिए यहां पर रुके। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता महंगाई से जूझ रही है, लेकिन मुख्यमंत्री को माला पहनने से ही फुर्सत नहीं है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि कहा कि मुख्यमंत्री की रैली में मधुमक्खियों के विरोध दर्ज कराने के मामले में डीआईजी को जांच के आदेश दे दिए गए हैं, किंतु समझ में नहीं आता है कि वो अधिकारी कैसे जांच करेगा कि मधुमक्खियां किस राजनैतिक दल की थी। उनके बयान और चार्जशीट कैसे दर्ज होगी और उन्हें किस प्रकार की सजा मिलेगी।

अगर मामा गांव में दिखा तो उसे गोली मार दी जाएगी।

एक प्रेमी जोड़े के खिलाफ पंचायत ने ऐसा फरमान जारी कर दिया कि सुन कर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं। युवक के मामा से कहा गया कि वह फरार प्रेमी जोड़े को पंचायत के सामने पेश करे, जहां दोनों की आंखें निकाली जाएंगी। इसके बाद अगर मामा गांव में दिखा तो उसे गोली मार दी जाएगी। मामा ने लड़की को तो उसके घरवालों के हवाले कर दिया, लेकिन भांजे को पेश नहीं किया। मंगलवार को मामा जब गांव पहुंचा तो गांव वालों ने उस पर हमला कर दिया। उसने किसी तरह भागकर जान बचाई। प्रेमी युगल एक ही समुदाय का है। मौके पर पहुंची पुलिस ने 2 लोगों को पकड़ लिया, लेकिन गांव वालों ने पुलिस पर हमला कर उन्हें छुड़ा लिया। एसपी देहात के मुताबिक फायरिंग और पथराव में दादरी सीओ समेत 4 पुलिसकर्मी और दर्जनों ग्रामीण घायल हो गए। घटना घोड़ी-बछेड़ा गांव की है। पीड़ित ने दादरी कोतवाली में 17 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। पुलिस के मुताबिक घोड़ी गांव निवासी मेंहदी हसन बीएसपी से जुड़ा है। आरोप है कि उनका भांजा कुछ दिनों पहले पड़ोसी की लड़की को लेकर भाग गया था। इसके बाद गांव में पंचायत हुई। दादरी सीओ राहुल कुमार ने बताया कि पंचों ने फैसला किया कि मेंहदी हसन दोनों को पकड़कर पंचायत में लाएगा, जहां दोनों की आंखें निकाली जाएंगी। इसके बाद मेंहदी अगर गांव में आया तो उसे गोली मार दी जाएगी। मेंहदी ने पुलिस से सुरक्षा मांगी, उसे एक पुलिसकर्मी मिल भी गया। मेंहदी ने युवती को एक हफ्ते में उसके घरवालों के पास पहुंचा दिया। पंचों ने उस पर भांजे को गायब करने का आरोप लगाया। मंगलवार को मेंहदी के गांव में पहुंचते ही उनकी कार पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया और गोलियां चला दीं। किसी तरह उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और 2 लोगों को पकड़कर थाने लाने लगी। इस पर रास्ते में सैकड़ों लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया और दोनों को छुड़ा लिया। पुलिस किसी तरह जान बचाकर भागी। दादरी सीओ राहुल कुमार का कहना पुलिस पर लगभग 50 से 60 राउंड गोलियां चलाई गईं।

Friday, March 12, 2010

राजनीति में आने की इच्छा रखने वाली महिलाओं के पास एक ही विकल्प है कि वह 'मर्द' बन जाएं।

विनम्र स्वभाव और मीठे बोल बोलने वाले मौलाना सईदुर रहमान आज़मी नदवी उत्तर भारत के सबसे बड़े मदरसे नदवा-तुल उलेमा के मुखिया हैं। लेकिन जैसे ही उनसे महिला आरक्षण बिल के बारे में पूछा जाता है, उनकी आवाज़ में कुछ तल्खी आ जाती है। वह कहते हैं- इस्लाम महिला को परदा त्यागने, पब्लिक में भाषण देने (तकरीर)और अपना हक मांगने की इज़ाजत नहीं देता। इस्लाम में महिलाओं के लिए स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं- बुर्के में घर में रहो और घर की देखभाल करो। उनका कहना है कि अच्छे माहौल में पली-बढ़ी 'खवातीन' के लिए राजनीति सही पेशा नहीं है। नदवी के मुताबिक- महिलाएं शिक्षा हासिल करने और राष्ट्र की सेवा करने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन वह तुरंत इस बात से भी इनकार करते हैं कि महिलाएं के राजनीति में आने के मुद्दे पर सहमत होंगे।
मौलाना कहते हैं कि चुनावों में खड़े होना कोई आसान काम नहीं है। राजनीति में आने की इच्छा रखने वाली महिलाओं के पास एक ही विकल्प है कि वह 'मर्द' बन जाएं। गौरतलब है कि मौलाना ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सीनियर मेंबर हैं।
वहीं, देवबंद दारूल उलूम पहले ही इस पर कड़ा रवैया अपना चुका है। दारुल उलूम ने राजनीति में जाने की इच्छुक महिलाओं के गैर इस्लामिक व्यवहार पर उन्हें सज़ा देने की बात कही है। 5 साल पहले भी देवबंद दारूल उलूम ने चुनाव लड़ने वाली महिलाओं के खिलाफ फतवा जारी किया था और उन्हें दंड देने की बात कही थी।

अगर आम की फसल बेहतरीन हुई तो आम इस बार आलू से भी सस्ते

मौसम ऐसा ही रहा तो कई बरस बाद आम अबकी बार भरपूर होंगे। आम के बौराने और अमिया बनने की प्रक्रिया यूपी के मैंगो बेल्ट इलाके में इतनी अच्छी चल रही है कि फलों का राजा हर किसी पर मेहरबान होगा। मलिहाबाद का दशहरी आम चीन, जापान, पाकिस्तान, ब्रिटेन, अमेरिका और दूसरे देशों को एक्सपोर्ट होता है। पिछले अनुभवों को ध्यान में रखकर आम की बागवानी करने वाले किसानों ने बौर आने से पहले ही कीट नाशक दवाओं का इस्तेमाल किया है। पेड़ों में समय से पहले ही बौर आ गया था। उस वक्त पड़ी ज्यादा ठंड भी बौरों के लिए फायदेमंद साबित हुई। गौरतलब है कि पिछले साल आम की बौर खराब हो गई थी, जिससे उपज काफी कम हुई। अच्छा आम बहुत महंगा बिका। लोअर ग्रेड का आम भी 25 रुपये तक पहुंच गया था। पद्मश्री से सम्मानित किसान करीमुल्ला ने एनबीटी को बताया कि अगर अगले तीन हफ्तों तक कुदरत की मेहरबानी बनी रही तो मैंगो बेल्ट एरिया कच्चे आम की फसल की सुगंध से महक उठेगा। डर सिर्फ दहिया रोग से है और आम के किसानों को इस मामले में सावधानी अभी से बरतनी पड़ेगी। अगर आम की फसल बेहतरीन हुई तो आम इस बार आलू से भी सस्ते बिकेंगे। इससे उम्मीद की जा रही है कि लखनऊ में आम प्रति किलोग्राम पांच से सात रुपये तक में बिक सकते हैं।

Monday, March 8, 2010

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तस्वीरों वाले विज्ञापनों पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च

देश के कई सूबों की कांग्रेस सरकारें सोनिया गांधी की तस्वीरों वाले विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च तो कर देती है लेकिन इसका औचित्य बताने में अचकचा जाती हैं। दिल्ली सरकार ने सवा दो साल में यूपीए और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तस्वीरों वाले विज्ञापनों पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए। मंदी के दौर में ( 27 मई 2007 से 28 अगस्त 2009 तक)हुए इस खर्च के बारे में आरटीआई के तहत पूछा गया कि सोनिया गांधी के फोटो किस आधार, योग्यता, पद आदि के कारण छापे गए हैं, तो जवाब था कि इसकी कोई जानकारी नहीं है। हिसार के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश वर्मा आरटीआई दायर की थी। उन्होंने दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा की कांग्रेस सरकार से भी सोनिया गांधी की तस्वीरों वाले विज्ञापनों पर सूचना मांगी थी। हरियाणा जन सूचना अधिकारी का विज्ञापनों में सोनिया गांधी की तस्वीरें छापने का औचित्य पूछे जाने पर जवाब है, उनकी तस्वीरें भारत सरकार का पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी)समय-समय पर प्रकाशित करने के लिए भेजता है। इसी का अनुकरण राज्य में किया जा रहा है। इस बारे में कोई लिखित आदेश नहीं है। अधिकारी ने अपने जवाब में यह भी लिखा कि सार्वजनिक जीवन में जो आदर्श होते हैं, उनकी तस्वीरें विज्ञापन के साथ लगाई जाती हैं। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार के सूचना एवं प्रचार निदेशालय ने मई 2007 से अगस्त 2009 के बीच यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से जुड़े 7,483 वर्ग सेंटीमीटर विज्ञापनों पर एक करोड़ 90 लाख 55 हजार 837 रुपये खर्च किए। दिल्ली सरकार के सूचना एवं प्रचार निदेशालय में जन सूचना अधिकारी नलिन चौहान ने अपने जबाव में केवल दो वर्ष तीन महीने का ब्यौरा उपलब्ध कराया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से जुड़े विज्ञापन के आधार एवं योग्यता के बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं होने की बात कही। आरटीआई के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2007-08 में 27 मई 2007 को एक ही दिन में सोनिया गांधी से जुड़े तीन अलग-अलग विज्ञापनों पर 23 लाख 53 हजार 909 रुपये खर्च किए गए। जबकि वित्त वर्ष 2007-08 की अवधि में 32 लाख 83 हजार 552 रुपये खर्च हुए। वर्ष 2007 में ही 17 जून को पांच लाख दो हजार 21 रुपये, एक जुलाई को 90 हजार 843 रुपये तथा 29 जुलाई 2007 को 33 हजार 679 रुपये खर्च किए गए। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2008-09 में कांग्रेस प्रमुख से संबंधित विज्ञापन पर एक करोड़ 31 लाख 50 हजार 575 रुपये खर्च हुए, जबकि वित्त वर्ष 2009-10 में 28 अगस्त 2009 को सोनिया गांधी के विज्ञापन पर 29 लाख 24 हजार 810 रुपये खर्च किए गए। वित्त वर्ष 2008-09 में सोनिया गांधी के विज्ञापन पर दो अक्टूबर 2008 को नौ लाख 18 हजार 427 रुपये, 26 जनवरी 2009 को गणतंत्र दिवस के दिन दो अलग अलग विज्ञापनों में 61 लाख 26 हजार 665 रुपये, जबकि 30 जनवरी 2009 को महत्मा गांधी के पुण्यतिथि के दिन दो विज्ञापनों पर 61 लाख पांच हजार 483 रुपये खर्च किए गए।

Thursday, March 4, 2010

योग गुरु स्वामी रामदेव बलात्कारी और भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा है कि बलात्कारी और भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ जल्द कोर्ट में मुकदमा चलाया जाना चाहिए और इस तरह के गंभीर अपराध करने वालों को मौत की सजा दी जानी चाहिए। यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ राष्ट्र विरोधी गतिविधि का मुकदमा चलाया जाना चाहिए और तीन महीने के अंदर इसकी सुनवाई पूरी की जानी चाहिए। उन्होंने अपने राजनीतिक संगठन भारत स्वाभिमान की पंजाब इकाई की बैठक की अध्यक्षता की।