Monday, June 23, 2014

शिरडी के साईं बाबा को भगवान मानने से इनकार

शंकराचार्य स्‍वामी स्‍वरूपानंद सरस्‍वती ने शिरडी के साईं बाबा को भगवान मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि साईं की पूजा करना हिन्दू धर्म को बांटने की साजिश है और जो शिरडी के साईं बाबा की पूजा को बढ़ावा दे रहे हैं वे चाहते हैं कि हिन्दू धर्म कमजोर हो। शंकराचार्य ने कहा कि ऐसे लोग भारत को हिन्दू प्रधान नहीं देखना चाहते हैं। स्वरूपानंद ने कहा कि साईं बाबा के नाम पर कमाई की जा रही है और हिन्दू धर्म को बांटने के लिए विदेशी ताकतें भी हावी हैं।
उन्होंने कहा, 'हिन्दू धर्म में अवतार और गुरु की पूजा होती है। हिन्दू धर्म में जो 24 अवतार हुए उनमें कलियुग में केवल बुद्ध और कल्कि का अवतार हुआ। ऐसे में साईं की पूजा का कोई मतलब नहीं है। साईं न तो अवतार हैं और न ही गुरु के रूप में हम आंक सकते हैं। गुरु आदर्शवादी होता है। लेकिन साईं में ऐसा क्या था? हम मांसाहारी को गुरु नहीं मान सकते। साईं का मंदिर बनाना कहीं से भी सही नहीं है। मंदिर के नाम पर केवल कमाई की जा रही है।' स्वरूपानंद ने कहा कि ब्रिटेन हिन्दुओं को बांटना चाहता है।
उन्होंने कहा कि साईं को हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है, लेकिन साईं की पूजा मुस्लिम कहां करते हैं? यदि मुसलमान भी पूजा करते तब हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात समझ में आती। स्‍वामी स्‍वरूपानंद ने लोकसभा चुनाव के दौरान 'हर हर मोदी, घर घर मोदी' के नारे पर भी आपत्ति जताई थी। इसके बाद बढ़ते बवाल को देख मोदी ने लोगों से हर हर मोदी का नारा नहीं लगाने की अपील की थी।

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