Tuesday, June 17, 2014

सबसे बड़ी चुनौती पार्टी को फूट

आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ विधायक दिल्ली में सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे सकते हैं। दिल्ली में 49 दिनों तक सरकार चलाने वाले अरविंद केजरीवाल के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती पार्टी को फूट से बचाने की होगी।
'आप' के एक विधायक ने अपना नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर बताया, 'पार्टी के कई विधायक दिल्ली में सरकार बनाने के लिए बीजेपी को समर्थन दे सकते हैं। स्थायी सरकार दिल्ली की जनता के हित में है और हमारा मानना है कि बीजेपी यह मुहैया करा सकती है।'
हालांकि उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने जा रहे विधायकों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इससे पहले आम आदमी पार्टी के विधायकों ने पार्टी नेतृत्व से कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली में सरकार बनाने की अपील की थी। हालांकि कांग्रेस ने दिल्ली में दूसरी बार 'आप' को समर्थन नहीं देने का फैसला किया।
एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में केजरीवाल ने बीजेपी पर पार्टी के 8 विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था, 'बीजेपी के लोग हमारे विधायकों से संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने पिछले चार-पांच दिनों में हमारे आठ विधायकों से संपर्क साधा है और वे उन्हें तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि हमारे विधायक किस मिट्टी के बने हैं।'
पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने 'आप' के विधायकों के पाला बदले जाने की संभावनाओं को खारिज कर दिया। सिसोदिया ने बताया, 'पार्टी विधायकों के अलग होने को लेकर चिंतित नहीं है। हमें यह जानकारी उन्हीं विधायकों से मिली है, जिनसे बीजेपी ने संपर्क किया। अगर हमें यह जानकारी किसी तीसरे पक्ष से मिली होती तो हमें चिंतित होने की जरूरत होती, लेकिन हमारे विधायक इस बारे में हमें जानकारी देते रहे हैं इसलिए पार्टी को इस बारे में कोई चिंता नहीं है।'

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