सरकारी मकान और उसके बाद किराए के मकान को लेकर
उठे विवाद को देखते हुए दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद
केजरीवाल ने फिर गाजियाबाद के कौशांबी स्थित फ्लैट में जाने का मन बना लिया है। वह
सिविल लाइंस स्थित जिस बंगले में किराए पर जाने वाले थे, उसके मालिक नरेन भीखूराम जैन ने अरविंद को
फोन पर सूचित कर दिया है कि बंगले का विवाद कोर्ट में पहुंच गया है, इसलिए किसी परेशानी से बचने के लिए अभी वह किराएदार बनकर न आएं। संभावना
है कि कुछ दिन में केजरीवाल अपने पुराने फ्लैट में शिफ्ट हो जाएंगे।
केजरीवाल अभी तिलक लेन स्थित सरकारी आवास में रह रहे हैं। यह मकान शासन ने उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने के बाद अलॉट किया था। उनके सीएम पद से हटने के बाद पीडब्ल्यूडी ने उन्हें मकान खाली करने का नोटिस जारी कर रखा है। अभी कुछ दिनों पहले पुरानी दिल्ली के कारोबारी नरेन भीखूराम जैन का मकान उन्होंने किराए पर लिया था। इसके बाद नरेन के बड़े भाई वीरेंद्र जैन यह कहकर कोर्ट में चले गए कि इस बंगले को लेकर परिवार में विवाद चल रहा है, इसलिए उसे किराए पर नहीं दिया जा सकता। मामला फिलहाल हाई कोर्ट में है।
इस मसले पर नरेन का दावा है कि यह बंगला उनका निजी है और उसको लेकर कोई विवाद नहीं है। मामला कोर्ट में जा चुका है, इसलिए उन्होंने केजरीवाल को फोन कर कह दिया है कि किसी भी विवाद से बचने के लिए अभी वह इस बंगले में रहने के लिए न आएं। नरेन के अनुसार, वैसे वह इस बंगले में केजरीवाल को 'मेहमान' के रूप में ठहराना चाहते थे, लेकिन विवाद से बचने के लिए अभी इसे टाल दिया गया है।
दूसरी ओर मकान की किचकिच से बचने के लिए केजरीवाल फिर से कौशांबी स्थित अपने पुराने फ्लैट में रहने के लिए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नागेंद्र शर्मा के अनुसार, पार्टी किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहती, इसलिए उन्होंने वापस अपने पुराने फ्लैट में जाने का निर्णय ले लिया है। नागेंद्र के अनुसार, उन्हें इस बात की सूचना मिली है कि एनडीएमसी अपने इलाके के निर्वाचित सदस्यों को मकान, कार और ऑफिस की सुविधा देने का मन बना रही है, लेकिन इसमें अभी वक्त लग सकता है, इसलिए केजरीवाल फिलहाल कौशांबी लौट रहे हैं।
केजरीवाल अभी तिलक लेन स्थित सरकारी आवास में रह रहे हैं। यह मकान शासन ने उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने के बाद अलॉट किया था। उनके सीएम पद से हटने के बाद पीडब्ल्यूडी ने उन्हें मकान खाली करने का नोटिस जारी कर रखा है। अभी कुछ दिनों पहले पुरानी दिल्ली के कारोबारी नरेन भीखूराम जैन का मकान उन्होंने किराए पर लिया था। इसके बाद नरेन के बड़े भाई वीरेंद्र जैन यह कहकर कोर्ट में चले गए कि इस बंगले को लेकर परिवार में विवाद चल रहा है, इसलिए उसे किराए पर नहीं दिया जा सकता। मामला फिलहाल हाई कोर्ट में है।
इस मसले पर नरेन का दावा है कि यह बंगला उनका निजी है और उसको लेकर कोई विवाद नहीं है। मामला कोर्ट में जा चुका है, इसलिए उन्होंने केजरीवाल को फोन कर कह दिया है कि किसी भी विवाद से बचने के लिए अभी वह इस बंगले में रहने के लिए न आएं। नरेन के अनुसार, वैसे वह इस बंगले में केजरीवाल को 'मेहमान' के रूप में ठहराना चाहते थे, लेकिन विवाद से बचने के लिए अभी इसे टाल दिया गया है।
दूसरी ओर मकान की किचकिच से बचने के लिए केजरीवाल फिर से कौशांबी स्थित अपने पुराने फ्लैट में रहने के लिए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नागेंद्र शर्मा के अनुसार, पार्टी किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहती, इसलिए उन्होंने वापस अपने पुराने फ्लैट में जाने का निर्णय ले लिया है। नागेंद्र के अनुसार, उन्हें इस बात की सूचना मिली है कि एनडीएमसी अपने इलाके के निर्वाचित सदस्यों को मकान, कार और ऑफिस की सुविधा देने का मन बना रही है, लेकिन इसमें अभी वक्त लग सकता है, इसलिए केजरीवाल फिलहाल कौशांबी लौट रहे हैं।