बहुजन समाज पार्टी
(बीएसपी) ने 'कुत्ते
के बच्चे' वाले बयान पर नरेंद्र मोदी का बचाव करने वाले
सांसद विजय बहादुर सिंह को पार्टी से निकाल दिया है। गौरतलब है कि मायावती ने तीन
दिन पहले ही लखनऊ में इसके संकेत दे दिए थे।
बीएसपी के सीनियर नेता के इस बयान पर मायावाती ने कहा था कि हर नेता को पार्टी अनुशासन में रहना होगा। माया ने विजय बहादुर को पार्टी छोड़ने की राय देते हुए दो टूक कहा था कि जिन्हें पार्टी के सिद्धांत और अनुशासन मंजूर नहीं हैं उन्हें खुद पार्टी छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि इस मामले की जांच हो रही है और उस नेता को पार्टी से बाहर भी किया जा सकता है। बुधवार को विजय बहादुर को पार्टी से निकालने का फैसला ले लिया गया।
बीएसपी सांसद ने मोदी के बयान का यह कहते हुए समर्थन किया था कि 'कुत्ते के बच्चे' वाली उनकी टिप्पणी से यह साबित होता है कि वह 'संवेदनशील' व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा था कि जो लोग उन पर हमला कर रहे हैं वे 'राष्ट्रविरोधी' हैं। बीएसपी सांसद ने मोदी की जमकर तरफदारी करते हुए कहा था, 'मोदी का बयान सौ फीसदी सही है। यह देश के पक्ष में दिया गया बयान है। वह राष्ट्रीय एकता और अहिंसा की बात कर रहे हैं। जो लोग उनके इस बयान का विरोध कर रहे हैं, वे राष्ट्रविरोधी हैं। मेरी उनसे अपील है कि वोटों के लिए ऐसा न करें।'
बीएसपी के सीनियर नेता के इस बयान पर मायावाती ने कहा था कि हर नेता को पार्टी अनुशासन में रहना होगा। माया ने विजय बहादुर को पार्टी छोड़ने की राय देते हुए दो टूक कहा था कि जिन्हें पार्टी के सिद्धांत और अनुशासन मंजूर नहीं हैं उन्हें खुद पार्टी छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि इस मामले की जांच हो रही है और उस नेता को पार्टी से बाहर भी किया जा सकता है। बुधवार को विजय बहादुर को पार्टी से निकालने का फैसला ले लिया गया।
बीएसपी सांसद ने मोदी के बयान का यह कहते हुए समर्थन किया था कि 'कुत्ते के बच्चे' वाली उनकी टिप्पणी से यह साबित होता है कि वह 'संवेदनशील' व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा था कि जो लोग उन पर हमला कर रहे हैं वे 'राष्ट्रविरोधी' हैं। बीएसपी सांसद ने मोदी की जमकर तरफदारी करते हुए कहा था, 'मोदी का बयान सौ फीसदी सही है। यह देश के पक्ष में दिया गया बयान है। वह राष्ट्रीय एकता और अहिंसा की बात कर रहे हैं। जो लोग उनके इस बयान का विरोध कर रहे हैं, वे राष्ट्रविरोधी हैं। मेरी उनसे अपील है कि वोटों के लिए ऐसा न करें।'
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