Monday, July 29, 2013

राज्यसभा सांसद बनने के लिए बजट 100 करोड़ रुपये

 करप्शन के आरोपों से चौतरफा घिरी यूपीए सरकार पर अब उसके अपने ही नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। हरियाणा के कद्दावर जाट नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने दावा किया है कि रेल मंत्री की कुर्सी सिर्फ योग्यता पर नहीं बल्कि दान से मिलती है। चौधरी किस दान की ओर इशारा कर रहे थे इस पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चौधरी ने कहा कि पिछली बार उनका रेल मंत्री बनना तय था, लेकिन आखिरी मौके पर पत्ता साफ हो गया। उन्होंने खास अंदाज में कहा कि गोल करने ही वाला था कि रेफरी ने सीटी बजा दी। इतना ही नहीं चौधरी ने कहा कि आज लोग 100 करोड़ देकर राज्यसभा सांसद बन रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व महासचिव के बयान ने मनमोहन सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। अब यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या केंद्र में मंत्रियों की कुर्सी पैसे देकर खरीदी जाती हैं। हरियाणा के यमुनानगर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में पहले पायदान पर हैं लेकिन कुर्सी सिर्फ पायदान से नहीं अन्य दानों से मिलती है। हालांकि, यह दान क्या है उन्होंने स्पष्ट नहीं किया।
चौधरी ने कहा कि मुझसे एक व्यक्ति ने कहा कि राज्यसभा सांसद बनने के लिए मेरा बजट 100 करोड़ रुपये का था, लेकिन मेरा काम 80 करोड़ रुपये में ही हो गया। मैंने 20 करोड़ रुपये बचा लिए। हालांकि, यहां भी उन्होंने उस व्यक्ति का नाम नहीं बताया

चौधरी के इस बयान पर सियासत भी तेज हो गई है। बयान पर कांग्रेस सांसद पी.एल. पूनिया ने कहा कि राज्यसभा में जो लोग आते हैं वे अपनी समाजसेवा के दम पर आते हैं। उनमें से बहुत से तो ऐसे होते हैं जो 1 लाख रुपये तक नहीं दे सकते, 100 करोड़ तो दूर की बात है। फिर भी, अगर उन्हें किसी विशेष मामले की जानकारी है तो इस बारे में वही कुछ बता पाएंगे।
वहीं, बीजेपी के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह ने जो बात कही है, उससे जाहिर है कि कांग्रेस पूरी तरह करप्ट है। लोग इस बात को पहले से ही जानते हैं, लेकिन चौधरी बीरेंद्र सिंह के इस बयान उस बात को पक्का कर दिया है।
हरियाणा के जींद में 20 अगस्त को कांग्रेस की रैली है। रैली में सोनिया गांधी भी आएंगी। हरियाणा के प्रभारी शकील अहमद भी मौजूद रहेंगे। रैली में आने के लिए चौधरी ने मुख्यमंत्री हुडा को अगल से निमंत्रण नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी की शादी नहीं है जो मैं एक-एक को अलग से निमंत्रण दूं। जिसे आना होगा वह आएगा। जींद की इसी रैली की तैयारियों के सिलसिले में चौधरी यमुनानगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निमंत्रण देने गए थे। कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में चौधरी के दिल का दर्द बाहर आ गया।
रेल मंत्री और पैसे के बल पर राज्यसभा बनने की बात कह कर चौधरी ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ईमानदारी को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।
चौधरी बीरेंद्र सिंह लम्बे समय से हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुडा की राजनीति को कमजोर करने में जुटे हुए हैं। जींद की रैली में सोनिया गांधी के सामने शक्ति प्रदर्शन करके चौधरी अपनी राजनीति को नई उड़ान देना चाहते हैं।

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