दक्षिण पश्चिम मॉनसून का चार महीने चलने वाला मॉनसून मेला बस शुरू होने ही वाला है। अंडमान के समुद्र में अनुकूल परिस्थितियां बनने लगी हैं, जो देश में बूंदों की बारात लाने वाले मॉनसून की मौसम प्रणाली को सक्रिय करेंगी। मौसम विभाग द्वारा के अनुसार, 'दक्षिणी अंडमान सागर और निकटवर्ती बंगाल की दक्षिणपूर्वी खाड़ी में अगले 24 घंटे के भीतर दक्षिण पश्चिम मॉनसून की शुरूआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।' पिछले सप्ताह मौसम विभाग ने कहा था कि बहुप्रतीक्षित मौसमी फुहारें 20 मई तक अंडमान सागर को भिगो सकती हैं। देश की खरबों डालर की अर्थव्यवस्था कृषि पर टिकी है और खेती की तमाम गतिविधियों का आधार चार माह का यह मॉनसून सत्र होता है। अंडमान में पहुंचने के बाद वर्षा लाने वाले बादलों को कारवां अगले दस दिन के भीतर आगे की तरफ बढ़ जाएगा और 30 मई के आसपास केरल पर इनकी रहमत बरसेगी। इस तटीय राज्य में मॉनसून की आमद सामान्य तिथि से दो दिन पहले होने का अनुमान है। पिछले महीने मौसम विभाग ने एक जून से मॉनसून सीजन की शुरूआत बताई थी और कहा था कि इस वर्ष मॉनसून सामान्य रहेगा। बीते बरस सूखे की मार झेल चुके देश के 23.5 करोड़ किसानों के लिए इस वर्ष सामान्य मॉनसून की भविष्यवाणी राहत देने वाली है। मॉनसून की अच्छी बारिश से धान, गन्ना, सोयाबीन और मक्का की बुआई समय पर हो सकेगी और फसल भी अच्छी होने का अनुमान है।
Monday, May 17, 2010
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