Tuesday, May 18, 2010

एक गोत्र में शादियों पर बैन लगाने की मांग का समर्थन

योग गुरु बाबा रामदेव ने एक गोत्र में शादियों पर बैन लगाने की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हिन्दू विवाह अधिनियम में संशोधन की मांग कर रही खाप पंचायतों को यह मुद्दा संविधान के दायरे में रहकर अहिंसक तरीके से उठाना चाहिए। रामदेव ने दावा किया कि यह बात वैज्ञानिक दृष्टि से साबित हो चुकी है कि खून के रिश्ते में या एक ही गोत्र में शादी करने से संतान में स्वास्थ्य संबंधी खतरे बढ़ जाते हैं। उन्होंने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में कहा,'शादियां उन लोगों के बीच नहीं होनी चाहिए जिनमें आपस में खून का संबंध है या फिर जिनका एक गोत्र है। समाज ऐसी शादियों की रजामंदी नहीं देता है और इस तरह की शादियां वैज्ञानिक नजरिये से भी सही नहीं हैं।' उन्होंने कहा कि इस तरह की शादियों का अहिंसक तरीके से विरोध होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'खाप पंचायतें अपनी मांगों को संवैधानिक और अहिंसक तरीके से रखती हैं तो फिर हमारे कानून के जानकारों को हिन्दू विवाह अधिनियम में जरूरी संशोधनों सहित उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए।'

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