खराब मौसम की वजह से
केदारनाथ यात्रा पर दो दिन की अस्थायी रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन का कहना है
कि मौसम को देखते हुए यात्रा रोकी गई है और मौसम विभाग की सलाह के बाद फिर से शुरू
कर दी जाएगी। इससे पहले रूद्रप्रयाग के जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर
केदारनाथ और लिनचौनी से श्रद्धालुओं को गौरीकुंड पहुंचा दिया है। गौरतलब है कि
मंदिर के कपाट चार मई को ही खुले थे।
रूद्रप्रयाग के डिस्ट्रिक्ट इन्फर्मेशन ऑफिसर ने एनबीटी को बताया कि केदारनाथ समेत पैदल मार्ग से सभी तीर्थयात्रियों को वापस गौरीकुंड-सोनप्रयाग लाया जा चुका है। खास बात है कि केदारनाथ मार्ग में सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पैदल रास्ता अब भी खतरनाक बना हुआ है। कई जगहों पर भूस्खलन होने से भारी मात्रा में पत्थर और मिट्टी सड़क पर आ गई है। केदारनाथ में रविवार को पंडित जसराज का कार्यक्रम भी होना था, जो बारिश की वजह से स्थगित करना पड़ा। इसके अलावा केदारनाथ में रविवार को डीजीसीए के अधिकारी दौरा भी करने वाले थे।
इससे पहले केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी भीमाशंकर लिंग ने भी यात्रा के लिए किए गए इंतजामों को नाकाफी बताया। उन्होंने श्रद्धालुओं को अपनी यात्रा कम से कम एक हफ्ते टालने की सलाह दी। लिंग ने कहा कि मंदिर की तरफ आने वाले रास्तों की हालत खराब है, जिसकी वजह से यात्रा खतरनाक हो सकती है। मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते को पूरा होने में अभी सात-आठ दिन और लगेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सफाई दी कि यात्रा को सिर्फ रविवार तक के लिए स्थगित किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सोमवार से यात्रा फिर से शुरू हो सकती है। वहीं बदरीनाथ में भूस्खलन के कारण सड़क की सफाई कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई। बदरीनाथ के पास रविवार तड़के एक वाहन के पलट जाने से गढ़वाल मंडल विकास निगम के एक कर्मचारी समेत चार लोग घायल हो गए। ये 10 तीर्थयात्री बदरीनाथ से वापस लौट रहे थे। गंभीर रूप से घायल तीन तीर्थयात्रियों को इलाज के लिए श्रीनगर बेस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
रूद्रप्रयाग के डिस्ट्रिक्ट इन्फर्मेशन ऑफिसर ने एनबीटी को बताया कि केदारनाथ समेत पैदल मार्ग से सभी तीर्थयात्रियों को वापस गौरीकुंड-सोनप्रयाग लाया जा चुका है। खास बात है कि केदारनाथ मार्ग में सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पैदल रास्ता अब भी खतरनाक बना हुआ है। कई जगहों पर भूस्खलन होने से भारी मात्रा में पत्थर और मिट्टी सड़क पर आ गई है। केदारनाथ में रविवार को पंडित जसराज का कार्यक्रम भी होना था, जो बारिश की वजह से स्थगित करना पड़ा। इसके अलावा केदारनाथ में रविवार को डीजीसीए के अधिकारी दौरा भी करने वाले थे।
इससे पहले केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी भीमाशंकर लिंग ने भी यात्रा के लिए किए गए इंतजामों को नाकाफी बताया। उन्होंने श्रद्धालुओं को अपनी यात्रा कम से कम एक हफ्ते टालने की सलाह दी। लिंग ने कहा कि मंदिर की तरफ आने वाले रास्तों की हालत खराब है, जिसकी वजह से यात्रा खतरनाक हो सकती है। मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते को पूरा होने में अभी सात-आठ दिन और लगेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सफाई दी कि यात्रा को सिर्फ रविवार तक के लिए स्थगित किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सोमवार से यात्रा फिर से शुरू हो सकती है। वहीं बदरीनाथ में भूस्खलन के कारण सड़क की सफाई कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई। बदरीनाथ के पास रविवार तड़के एक वाहन के पलट जाने से गढ़वाल मंडल विकास निगम के एक कर्मचारी समेत चार लोग घायल हो गए। ये 10 तीर्थयात्री बदरीनाथ से वापस लौट रहे थे। गंभीर रूप से घायल तीन तीर्थयात्रियों को इलाज के लिए श्रीनगर बेस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
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