Thursday, February 3, 2011

खाकी वर्दी को दागदार करने वाले


पुलिस पर जब खुद नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल होने, घूस मांगने और अपराध की शिकायत करने पर भोले-भाले लोगों को पीटने के आरोप हों तो क्राइम पर रोक कैसे लग सकती है। ऐसे ही 3 मामलों में खाकी वर्दी को दागदार करने वाले 2 दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मियों को बुधवार को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया जबकि नशीले पदार्थ की तस्करी के आरोप में रंगे हाथों पकड़े गए सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मंगलवार को पुलिसवालों के परिवार के लोगों के अपराध शामिल होने का मामला सामने आया था। एसएसपी ने कहा कि अपराध में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा, चाहे वह कोई भी क्यों न हो। तस्करी में शामिल सिपाही गिरफ्तार हापुड़ के निजामपुर तिराहे के पास से पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने के आरोप में एक सिपाही और शराब तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से पुलिस ने 250 ग्राम हेरोइन बरामद की है। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इस हेरोइन की कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई गई है। गिरफ्तार सिपाही ने स्वीकार किया कि उसके संबंध पिछले काफी वक्त से तस्करों से रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि अब शासन को रिपोर्ट भेजकर उसकी बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार किया गया सिपाही कविनगर थाने की लालकुआं चौकी पर तैनात था और इन दिनों वह पुलिस लाइन में रिजर्व की ड्यूटी कर रहा था। हापुड़ पुलिस को सूचना मिली थी कि निजामपुर तिराहे पर कुछ तस्कर नशीले पदार्थों की डीलिंग करने के लिए आने वाले हैं। इस पर बुधवार को सवेरे ही तिराहे के आसपास पुलिस मुस्तैद थी। सवेेरे जैसे ही 2 व्यक्ति आए और उन्हें तीसरे व्यक्ति ने 2 पैकिट दिए, वैसे ही पुलिस ने उन्हें घेर लिया। हालांकि पैकिट देने वाला तो फरार हो गया पर उसे लेने वाले दोनों व्यक्तियों को दबोच लिया गया। उनके पास से करीब 250 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। दबोचे गए व्यक्तियों में एक सिपाही निकला जो खाकी वर्दी में था, जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो खाकी वर्दी वाले ने खुद को कविनगर थाने की लालकुआं चौकी पर तैनात कॉन्स्टेबल महेंद्र सिंह बताया। मूलरूप से कांठ का रहने वाला महेंद्र 8 जनवरी से पुलिस लाइन में आकर इन दिनों रिजर्व की ड्यूटी कर रहा था। पुलिस के अनुसार, पहले तो कॉन्स्टेबल ने बताया कि वह खुद ही नशीले पदार्थों की तस्करों को पकड़ने के लिए आया था पर बाद में उसने स्वीकार किया कि उसकी तस्करों से नजदीकियां रही हैं। उसके साथ गिरफ्तार युवक संजय कुमार दिल्ली के पांडव नगर मयूर विहार फेज-1 का रहने वाला है। उसने बताया कि नशीले पदार्थांे की तस्करी करने वाले संजय को वह पिछले एक साल से जानता था। वह इस हेरोइन का सौदा करने आया था। घुस मांगने वाला दरोगा सस्पेंड लोनी की पुष्प विहार कॉलोनी डीएलएफ में दहेज उत्पीड़न की दर्ज एफआईआर को समाप्त कर एफआर ( फाइनल रिपोर्ट ) लगाने के नाम पर 50 हजार रुपया घूस मांगने के आरोपी दरोगा को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि 2008 में सतीश चंद्र नाम के व्यक्ति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जांच में वह रिपोर्ट झूठी मिली और कोर्ट ने भी इसे समाप्त करने के आदेश दिए थे। इसके बावजूद मामले की जांच कर रहे दरोगा हरदयाल ने एफआर लगाने के नाम पर 50 हजार रूप की मां कर रहे थे। इससे पहले वह 500 रुपया भी उनसे ले चुका था। उन्होंने बताया कि बुधवार को सतीश ने दरोगा की शिकायत एसएसपी से की। एसएसपी रघुवीर लाल ने शिकायत की जांच करने के लिए खुद को सतीश का भाई बताकर मोबाइल फोन पर दरोगा से बात की। बातचीत में दरोगा ने 50 हजार रुपये मांग लिए। इस पर हरदयाल को सस्पेंड कर दिया गया। इस मामले में एसएसपी ने थानेदार ( लोनी ) से अपना काम ठीक से करने और अपने जूनियरों पर निगाह रखने की बात कही। साथ ही हिदायत दी है कि वे क्षेत्र में लंबित मामलों की समीक्षा कर कार्रवाई करें। मारपीट करने वाले दरोगा और सिपाही सस्पेंड कविनगर सी ब्लॉक में कार चोरी की रिपोर्ट पुलिस को देना एक कारोबारी को महंगा पड़ गया। चोरी की जांच करने गए दरोगा और सिपाही ने पहले तो कारोबारी पर ही कार चोरी करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने जब विरोध किया तो दरोगा और सिपाही ने कारोबारी से दुर्व्यवहार किया। इस दौरान ड्राइवर राकेश के बीच में बोलने पर पुलिसकर्मियों ने उसे जमकर पीटा और कारोबारी की पत्नी के साथ भी मारपीट की। बाद में मौके पर पहंुचे एसपी सिटी ए . के . विजेता की रिपोर्ट पर एसएसपी ने आरोपी दरोगा और सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। कविनगर सी ब्लॉक में दाल का कारोबार करने वाले दीपक गर्ग रहते हैं। मंगलवार रात में उन्होंने अपनी वैगनआर कार घर के गेट पर खड़ी की थी। बुधवार सवेरे कार गायब थी। इस पर उन्होेंने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर कार चोरी की रिपोर्ट दी। थोड़ी देर बाद ही कविनगर चौकी इंचार्ज चमनलाल और सिपाही सुरेंद्र मौके पर पहंुचे , जब उन्हें पता लगा कि कार गेट के बाहर खड़ी थी तो सिपाही सुरेंद्र ने कह दिया कार कहीं खुद तो नहीं चोरी कराई गई। इस पर कारोबारी ने नाराजगी जताई। इसके बाद भी चौकी इंचार्ज ने दोबारा ऐसा कहा तो वहां मौजूद उनके ड्राइवर राकेश ने विरोध कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि दोनों पुलिसकर्मियों ने राकेश के साथ मारपीट की। इस दौरान कारोबारी की पत्नी मनीषा ने जब ड्राइवर को बचाने का प्रयास किया तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ भी हाथापाई की। आरोप है कि इस बीच कारोबारी के रिश्तेदार मनोल गोयल आ गए लेकिन उनके साथ भी पुलिसकर्मियों ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसके बाद वहां के क्षेत्रवासी इकट्ठा हो गए। उधर , पुलिसकर्मियों के दुर्व्यवहार की शिकायत कारोबारी ने मेयर दमयंती गोयल और एसपी सिटी ए . के . विजेता से की। सूचना पर दोनों मौके पर पहंुचे। उन्होंेने नाराज कारोबारी और क्षेत्रवासियों को शांत कराया। एसपी सिटी ने पूरे मामले की जानकारी एसएसपी को दी। इसके बाद एसएसपी ने दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। एसएसपी का कहना था कि पुलिसकर्मियों को किसी से दुर्व्यवहार करने की छूट नहीं है। पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट एसपी सिटी से मांगी ग ई है।

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