Thursday, February 18, 2016

जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई के लिए मार्च



जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) कैंपस में लगे देश विरोधी नारे मामले को लेकर जेल में बंद जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई के लिए मार्च निकाला।
जेएनयू के छात्रों ने कन्हैया की गिरफ्तारी के विरोध में मंडी हाउस से जंतर-मंतर तक मार्च शुरू निकाला। कन्हैया कुमार के समर्थन में जेएनयू के पूर्व छात्र और बुद्धिजीवियों के मार्च में नामी गिरामी लोग भी शामिल थे।
मार्च में शामिल युवाओं ने टीशर्ट पहनी हुई थी, जिस पर लिखा था, 'मेरा यार कन्हैया'। यह टीशर्ट मार्च के दौरान 100-150 रुपये में मिल रही थी और बड़ी मात्रा में उपलब्‍ध थी।
इस मार्च में स्वराज अभियान के अगुआ व पूर्व आप नेता योगेंद्र यादव भी मार्च में शामिल होने की खबर है। इस मार्च के देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे।

Friday, February 12, 2016

पुलिस ने दीप्ति से पूछताछ की



नामी गिरामी शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर दीप्ति सरन अपने गाजियाबाद स्थित घर पहुंच गई है। उसे पुलिस ने हरियाणा के पानीपत जिले से ढ़ूढ़ निकाला है।
गाजियाबाद के कविनगर स्थित अपने घर पहुंचने पर पुलिस ने दीप्ति से पूछताछ की, लेकिन शुरुआत में दीप्ति ने कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं दी है, लेकिन बाद में पूरा खुलासा किया।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर दीप्ति ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसका चार बदमाशों ने अपहरण किया था। उसे कार में बिठाकर हरियाणा के नरेला लेकर गए और वहां पर छोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने उसकी आंखों में पट्टी बांध रखी थी। दीप्ति के मुताबिक, अपहरणकर्ताओं ने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। बदमाश आपस में बात भी कम कर रहे थे।
वहीं, परिजनों का कहना है कि दीप्ति पूरी तरह से स्वस्थ व सुरक्षित है। परिजनों ने यह भी बताया है कि दीप्ति ने किसी राहगीर के फोन से घर पर अपने सुरक्षित होने की जानकारी दी थी।
इससे पहले गाजियाबाद पुलिस ने उसे हरियाणा के पानीपत जिले से ढूंढ़ निकाला। सूत्रों के मुताबिक, वह सुबह से ही अपने परिजनों से भी संपर्क में थी। बताया जा रहा है कि दीप्ति ने अपने भाई से फोन पर बात भी की थी। अपहरण क्यों, कैसे और कब हुआ? पुलिस यह जानने में जुट गई है।
गौरतलब है कि दीप्ति के अपहरण से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था। ऑटो में सवार हुई इंजीनियर दीप्ति का अपहरण दिल्ली से सटे वैशाली मेट्रो स्टेशन से बताया गया है।
इंजीनियर दीप्ति के अपहरण से UP में हड़कंप, सीएम तक की नींद उड़ी
इंजीनियर दीप्ति के अपहरण ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक की नींद उड़ा दी थी। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि राज्य की पुलिस इस मामले को प्राथमिकता से ले रही है।
वहीं स्नैपडील ने #HelpFindDipti के नाम से एक सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू की थी और लोगों से अपील की थी कि दीप्ति से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी मिलने पर ट्विटर पर डाइरेक्ट मैसेज के जरिये शेयर करें।
स्नैपडील पर भी चली दीप्ति को खोजने की अपील
दीप्ति के अपहरण के बाद उसके ऑफिस के सहकर्मियो ने स्नैपडील की साइट पर उसे तलाशने के लिए अपील डाली थी। इस अपील में उसकी फोटो के साथ पूरी डिटेल लिखी गई थी। साथियों ने कहा कि दीप्ति के बारे में यदि कोई भी जानकारी मिलती है तो तत्काल बताया जाए। इस बारे में स्नैपडील के सह संस्थापक कुनाल बहल का कहना था कि हम अपनी टीक के सदस्य दीप्ति के अपहरण की इस खबर से काफी परेशान हैं।
मुख्यमंत्री ने भी किया ट्वीट
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर दीप्ति को तलाशने के लिए गाजियाबाद पुलिस से सर्च ऑपरेशन चलाने व उसे जल्द से जल्द बरामद करने के लिए कहा था।
बताया जा रहा है कि 24 वर्षीय दीप्ति शाम को गुड़गांव में स्थित स्नैपडील के ऑफिस से गाजियाबाद स्थित अपने घर के लिए निकली। रात करीब 8 बजे दीप्ति गाजियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन पर उतरी और हमेशा की तरह शेयर्ड ऑटो लेकर गाजियाबाद के बस स्टैंड की तरफ चल दी। बताया जा रहा है कि यहां पर उतरने के बाद उसके पिता या भाई उसे अपने साथ घर ले जाते थे।
घर पर किया था फोन, ऑटो गैंग पर शक
ऑटो में बैठने के बाद दीप्ति ने अपने घर पर फोन किया और बताया कि वह रास्ते मे हैं। इसके बाद उसने बैंगलुरु में अपने दोस्त को फोन किया, जिसने पुलिस को कथित तौर पर बताया कि ऑटो ड्राइवर दीप्ति को जबरन किसी दूसरी जगह ले जा रहा था और दीप्ति उसे ऐसा करने पर डांट रही थी। इसके बाद से दीप्ति का फोन बंद है। ऐसे में गाजियाबाद में सक्रिय ऑटो गैंग पर भी शक जताया जा रहा है।
पुलिस जांच से असंतुष्ट परिजनों ने किया प्रदर्शन
स्नैपडील कंपनी की सीएस दीप्ति सरना के अपहरण के 24 घंटे बीतने के बावजूद उसका सुराग न लग पाने पर परिजनो व लोगो का सब्र जवाब दे गया। इसके चलते बृहस्पतिवार देर रात करीब सवा दस बजे लोग एकत्र होकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे और हापुड़ रोड पर दोनो तरफ से जाम लगा दिया।
इस दौरान आक्रोशित लोगो ने पुलिस व सरकार विरोधी नारे भी लगाए। कुछ ही देर में जाम से वाहनो की कई किमी लंबी कतार लग गई थी। देर रात तक खबर लिखे जाने तक पुलिस अधिकारी मौके पर लोगो को समझाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन लोग जाम नही खोल रहे थे।
मेरठ आईजी पहुंचे घटना की जांच करने
दीप्ति अपहरण कांड के बाद बृहस्पतिवार रात आईजी मेरठ जोन सुजीत पांडे गाजियाबाद पहुंचे और घटना स्थल की जांच की। उन्होने वैशाली मेट्रो स्टेशन से लेकर राजनगर एक्सटेंशन तिराहा, मोरटी गांव, नंदग्राम व राजनगर एक्सटेंशसन का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ गाजियाबाद के सभी पुलिस अधिकारी मौजूद थे। उन्होने पुलिस को इस मामले को जल्द से जल्द खुलासे के निर्देश दिए हैं।