Tuesday, December 21, 2010

कोई भी व्यक्ति बिना पैसे दिए पुलिस में सिपाही या दरोगा नहीं बन सकता।

केंद्रीय गृह सचिव गोपाल कृष्ण पिल्लै ने पुलिस भर्ती में भ्रष्टाचार की बात को स्वीकार करते हुए कहा है कि देश के लगभग हर राज्य में ऐसा हो रहा है। कोई भी व्यक्ति बिना पैसे दिए पुलिस में सिपाही या दरोगा नहीं बन सकता। गृह सचिव सोमवार को पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे। गृह राज्यमंत्री अजय माकन भी मौजूद थे। पिल्लै ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 39 हजार सिपाही भर्ती किए गए हैं। उनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और योग्यता पर आधारित थी। उन्होंने
देशभर में पुलिस की दुर्दशा पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई संदेश नहीं है कि देश में इस समय जो भी पुलिस बल है, उसका बहुत ही दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण भी स्तरीय नहीं है। गृह सचिव ने कहा कि कानून-व्यवस्था का दायित्व संभालने वाले सभी संगठनों को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। आने वाले वर्षों में देश में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बदलेगी। हालात काफी उग्र होंगे। जिस तरह देश में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है, उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आने वाले कुछ दशकों में भी कानून-व्यवस्था की संतोषजनक स्थिति नहीं होगी। अगर हमें स्थिति को व्यवस्थित रखना है, तो फिर हमें नई रणनीतियां तैयार करनी होंगी। गृह राज्यमंत्री अजय माकन का कहना था कि अब समय आ गया है कि पुलिस फोर्स को अपनी क्षमताओं को बढ़ाने पर विचार करना होगा क्योंकि रोज नई तरह की चुनौतियां सामने आ रही हैं।

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