Wednesday, December 22, 2010
भांजी के साथ करीब एक महीने तक गैंगरेप
सरकार ने गुर्जरों के साथ छलावा किया
Tuesday, December 21, 2010
कोई भी व्यक्ति बिना पैसे दिए पुलिस में सिपाही या दरोगा नहीं बन सकता।
केंद्रीय गृह सचिव गोपाल कृष्ण पिल्लै ने पुलिस भर्ती में भ्रष्टाचार की बात को स्वीकार करते हुए कहा है कि देश के लगभग हर राज्य में ऐसा हो रहा है। कोई भी व्यक्ति बिना पैसे दिए पुलिस में सिपाही या दरोगा नहीं बन सकता। गृह सचिव सोमवार को पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे। गृह राज्यमंत्री अजय माकन भी मौजूद थे। पिल्लै ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 39 हजार सिपाही भर्ती किए गए हैं। उनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और योग्यता पर आधारित थी। उन्होंने
देशभर में पुलिस की दुर्दशा पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई संदेश नहीं है कि देश में इस समय जो भी पुलिस बल है, उसका बहुत ही दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण भी स्तरीय नहीं है। गृह सचिव ने कहा कि कानून-व्यवस्था का दायित्व संभालने वाले सभी संगठनों को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। आने वाले वर्षों में देश में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बदलेगी। हालात काफी उग्र होंगे। जिस तरह देश में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है, उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आने वाले कुछ दशकों में भी कानून-व्यवस्था की संतोषजनक स्थिति नहीं होगी। अगर हमें स्थिति को व्यवस्थित रखना है, तो फिर हमें नई रणनीतियां तैयार करनी होंगी। गृह राज्यमंत्री अजय माकन का कहना था कि अब समय आ गया है कि पुलिस फोर्स को अपनी क्षमताओं को बढ़ाने पर विचार करना होगा क्योंकि रोज नई तरह की चुनौतियां सामने आ रही हैं।
सीबीआई से डरते नहीं
2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सीबीआई की ओर से पूछताछ के लिए समन मिलने के बाद पूर्व टेलिकॉम मिनिस्टर ए. राजा ने कहा है कि वह सीबीआई से डरते नहीं हैं और जांच में पूरा सहयोग करेंगे। इससे पहले हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ ने खबर दी थी कि समन मिलते ही अचानक राजा की तबीयत खराब हो गई और वह अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। हालांकि, बाद में कहा गया कि राजे रेग्युलर चेकअप के लिए गए थे। राजा ने कहा, 'मैं सीबीआई से नहीं डरता हूं। मैं वकील हूं। वकील के तौर पर मैं कानून का पालन करूंगा। मैं कानून से नहीं भागूंगा।' राजा ने अग्रिम जमानत याचिका दायर करने संबंधी खबरों को झूठ करार देते हुए कहा, ' मैं आरोपी नहीं हूं और इसलिए अग्रिम जमानत के लिए आवेदन करने का सवाल ही नहीं है।'
सीबीआई ने घोटाले के बारे में पूछताछ के लिए राजा के साथ-साथ कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया सहित अन्य को भी नोटिस भेजकर हाजिर होने के लिए कहा है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई राजा से उनके निवेश, रकम के स्रोत और पिछले कुछ वर्षों के बैंक ट्रांजैक्शंस के बारे में पूछताछ करना चाहती है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा आज कांग्रेस महाधिवेशन में दिए गए बयान कि दोषी को बख्शा नहीं जाएगा पर राजा ने कहा कि वह इस बारे में टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हैं। डीएमके अध्यक्ष एम. करुणानिधि के साथ शनिवार को हुई बैठक के बारे में उन्होंने कहा, ' यह एक नेता और एक कार्यकर्ता के बीच बैठक थी। कार्यकर्ता का अपने नेता से मिलना सामान्य है।' इसी बीच सीबीआई का समन मिलते ही अचानक राजा की तबीयत खराब हो गई। सूत्रों के मुताबिक राजा सेहत के ही आधार पर अंतरिम जमानत पाने की भी कोशिश कर रहे हैं।
Monday, December 13, 2010
हवलदार ने कार के अंदर दो लोगों को लड़की से दुराचार करते देखा था।
हवलदार को सर्विस पिस्टल मिलती है। इसके बावजूद उस पुलिस कर्मी ने हथियार निकलकर उन दोनों को चैलेंज करने और असहाय लड़की को उनके कब्जे से तुरंत छुड़ाने की कोशिश न कर अपने एसएचओ को फोन कॉल करने में अपनी खैरियत समझी। इस वारदात के मुजरिमों की तलाश कर रहे एसएचओ गजेंद्र कुमार ने दल-बल के साथ फेज-1 में उस जगह पहुंचने के बाद कार में मौजूद रामा और चंदपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लड़की को आजाद कराया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हवलदार की कॉल मिलने के बाद मौके पर एसएचओ के पहुंचने में करीब 10-15 मिनट लगे थे। इस दौरान मुलजिम वहशत दिखाते रहे और हवलदार कार से कुछ दूरी पर खड़ा होकर एसएचओ के आने का इंतजार करता रहा था। डीसीपी छाया शर्मा ने बताया कि रामा और चंद्रपाल की गिरफ्तारी के बाद उनके इकबाले-जुर्म पर 15 साल के नाबालिग लड़के और मणि उर्फ डब्बू को गिरफ्तार किया गया। इन दोनों ने रेप नहीं किया था, लेकिन अपहरण के वक्त ये दोनों भी कार में थे। लड़की के अपहरण के बाद रास्ते में ये दोनों कार से उतर गए थे। कार में लड़की के पास सेलफोन था। अपहरण के बाद पुलिस उसके सेलफोन पर कॉल कर रही थी, जिसे वह पिक नहीं कर पा रही थी। इस वारदात की पहली कॉल लड़की के पड़ोसी रवि ने रात 10:24 बजे की थी। कॉल के दौरान उसने हड़बड़ी में सेक्टर 20 बोल दिया, जिसे पुलिस ने अमन विहार का इलाका समझा। बाद में साफ हुआ कि वारदात सुल्तानपुरी में हुई थी। डीसीपी छाया शर्मा के मुताबिक कॉल मिलते ही पुलिस वालों को निर्देश दिए गए कि गली-गली में जाकर कार की खोज करें। आउटर डिस्ट्रिक्ट की सभी बीट के सब पुलिस वालों और हर थाने के एसएचओ को सड़क पर उतारा गया। बाइक पर पैट्रोलिंग करने वाले सभी पुलिसकर्मी भी कार को खोज रहे थे। ऑपरेशन ब्लैक रोज की तरह बैरिकेडिंग लगाई गई। दूसरे जिलों की पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया। पहली कॉल में रवि कार का मेक या नंबर नहीं बता सका था। इसी दौरान इस अपहरण के चश्मदीद एक टेंट वाले ने रवि को बताया कि कार का नंबर अंत में 4097 है। रात 11:05 बजे रवि ने फिर पुलिस को कॉल कर काली कार का यह नंबर बताया। हालांकि उसने गलती से कार का मेक गलत बता दिया। उसने एसेंट की जगह एस्टीम बताया था। गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त रामा (28) सुल्तानपुरी के 'ई' ब्लॉक और चंद्रपाल (23) 'पी' ब्लॉक का रहने वाला है। दोनों ड्राइवर हैं। डब्बू 'सी' ब्लॉक में रहता है। इन तीनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इनकी टीआईपी (शिनाख्ती परेड) कराने के लिए पुलिस कोर्ट में प्रार्थनापत्र दायर करेगी। नाबालिग लड़के को ऑब्जर्वेशन होम भेजा गया है। रेप केस में सात साल सजा होने के कारण जुवेनाइल ऐक्ट के प्रावधान के तहत उसे भी गिरफ्तार किया गया है। रामा ने कार कुछ दिन पहले डेढ़ लाख रुपये में एक कार डीलर से खरीदी थी। आरटीओ ऑफिस में इस कार के मालिक के तौर पर वजीरपुर में रहने वाले एक शख्स का नाम दर्ज है। उनका कहना है कि चार महीने पहले उन्होंने यह कार बेच दी थी। सुल्तानपुरी के लोगों के मुताबिक, रामा पहले भी महिलाओं से छेड़छाड़ करता रहता था। सोमवार आधी रात उसने एक लड़की से छेड़छाड़ की थी।