Thursday, November 11, 2010

हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की बैठक को सोमवार तक के लिए स्थगित


देश की दो सबसे बड़ी पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की बैठक को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में संचार मंत्री ए. राजा को हटाए जाने की मांग करते हुए बीजेपी, एआईडीएमके समेत विपक्षी सदस्य अध्यक्ष की कुर्सी के नजदीक आ गए और नारेबाजी करने लगे। इसके तुरंत बाद कांग्रेस के भी कुछ सदस्य सोनिया के खिलाफ संघ के पूर्व सरसंघचालक के. एस. सुदर्शन की विवादास्पद टिप्पणी पर नारेबाजी करने लगे। सुदर्शन के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सीआईए की एजेंट बताया था और सोनिया को राजीव और इंदिरा गांधी के हत्या के पीछे जिम्मेवार बताया था। बीजेपी, जेडीयू, सपा, शिवसेना, लेफ्ट, एआईडीएमके ने सरकार से कॉमनवेल्थ गेम्स और आदर्श हाउसिंग घोटाले का मुद्दा भी उठाया। शोर शराबा थमता नहीं देख लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद बैठक दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे सदन की बैठक दोबारा शुरू होने पर भी सदन में भारी हंगामे की स्थिति रही और उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने कुछ ही मिनट बाद बैठक सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।
राज्यसभा में हंगामे के कारण आज दूसरे दिन भी प्रश्नकाल नहीं चल सका। सदन में भारी शोरगुल के कारण कुछ भी साफ सुनाई नहीं दे सका। इसके चलते सभापति हामिद अंसारी ने बैठक शुरू होने के महज दो मिनट के भीतर ही दोपहर 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। उच्च सदन की बैठक शुरू होते ही सत्यव्रत चतुर्वेदी और मैबेल रिबेलो समेत कांग्रेस सदस्य उस अखबार को दिखाते हुए सभापति की कुर्सी के करीब पहुंच गए जिसमें संघ के पूर्व सरसंघचालक सुदर्शन की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के बारे में की गई टिप्पणियों का जिक्र था। दोपहर बाद भी राज्यसभा की बैठक हंगामे के कारण सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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