30 करोड़ के गमले...135 करोड़ के पौधे... कुछ की कीमत 2700 रुपये तक... । बात कॉमनवेल्थ गेम् की ही हो रही है। कॉमनवेल्थ गेम्स में फिजूलखर्जी का एक और उदाहरण सामने आया है। स्टेडियम की खूबसूरती बढ़ाने के नाम पर दिल्ली सरकार ने जिन महंगे गमलों और पौधों पर करोड़ों रुपये फूंक डाले, उन्हें दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कारणों से स्टेडियम के पास रखने तक से मना कर दिया है। कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए दिल्ली सरकार ने 30 करोड़ रुपये में 43 लाख गमले खरीदे। इसके अलावा 135 करोड़ रुपये के पौधे भी खरीदे गए हैं। इनमें से कुछ की कीमत 2700 रुपये तक है। इन गमलों को स्टेडियम के गेट और उनके पास रखा जाना था। लेकिन पुलिस कमिश्नर ने दिल्ली सरकार को गेम्स वेन्यू के गेट के पास सुरक्षा कारणों से कोई भी गमला न रखने की हिदायत दी है। बता दें कि स्टेडियम के अंदर गमलों को न रखने के बारे में आर्गनाइजिंग कमिटी और दिल्ली पुलिस पहले ही इनकार कर चुकी थी। अब इतनी भारी तादाद में अलग-अलग एजेंसियों से तैयार करवाए गए इन गमलों को गेम्स वेन्यूज़ के नजदीक के फ्लोईओवर्स के नीचे खपाया जा रहा है। गेम्स के लिए ये पौधे विशाखापत्तनम की अर्बन डेवलेपमेंट अथॉरिटी और देहरादून के फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से खासतौर पर तैयार करवाए गए हैं। दिल्ली पार्क ऐंड गार्डन्स सोसाइटी के सीईओ डीडी सिंह ने कहा कि कुछ पौधे विजाग से आ रहे हैं। ट्रांसपोर्ट के खर्चे के साथ उनकी कीमत 1700 रुपये बैठ रही है। दिल्ली की अलग-अलग एजेंसियां 50 लाख पौधे तैयार कर रही है। इसमें से दिल्ली पार्क सोसाइटी अकेले 8 लाख पौधे विशाखापत्तनम और देहरादून से खरीद रही है। इन सबकी लागत 135 करोड़ रुपये के करीब है ।
Friday, August 6, 2010
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