Sunday, February 14, 2010

हजारों भक्तों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाकर शिव मंदिरों में पूजा-पाठ किया।


उत्तर प्रदेश में महाशिवरात्रि के मौके पर इलाहाबाद में चल रहे विश्वप्रसिद्ध माघ मेले में शुक्रवार को हजारों भक्तों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाकर शिव मंदिरों में पूजा-पाठ किया। वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर समेत प्रदेश के सभी शिव मंदिरों में तड़के से ही पूजा-अर्चना का दौर जारी रहा। इलाहाबाद में गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में डुबकी लगाकर तट पर स्थित मनकामेश्वर व अन्य शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना की। हिंदुओं में ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन संगम में स्नान करके भगवान शिव की पूजा करने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इलाहाबाद जोन के आईजी चंद प्रकाश ने संवाददाताओं से कहा कि करीब दो लाख श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में डुबकी लगाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर माघ मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये किए गए हैं। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए हजारों शिव भक्त रात से ही डेरा डाले हुए थे। शुक्रवार तड़के से शिव भक्तों का हुजूम बाबा विश्वनाथ को बेल, धतूरा और दूध का अर्पण कर रहा था। इस मौके पर काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए। वाराणसी के एसपी (सिटी) विजय भूषण ने संवाददाताओं को बताया कि महाशिवरात्रि के मद्देनजर काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। मंदिर और उसके आस-पास 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। साथ ही मंदिर परिसर में कैमरा और मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है।

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