Wednesday, October 21, 2009

विंडोज-7 के बारे में जो शुरुआती सिग्नल मिले हैं, वे बेहद एक्साइटिंग

बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट आपके कंप्यूटर के लिए नया दिल लाई है। कंप्यूटर का दिल यानी ऑपरेटिंग सिस्टम। यह नया दिल धड़कन के साथ-साथ चेहरा-मोहरा और हर हरकत बदल देगा। तीन साल पहले आए विंडोज विस्टा के सुपर फ्लॉप शो के बाद विंडोज-7 के बारे में जो शुरुआती सिग्नल मिले हैं, वे बेहद एक्साइटिंग है। जो करिश्मा आपने आई-फोन पर देखा वह, आपके लैपटॉप या पीसी की स्क्रीन पर दिखेगा। टचस्क्रीन वाले कंप्यूटरों पर नया यूजर एक्सपीरियंस मिलेगा और माउस और की-बोर्ड के अलावा स्क्रीन को छूकर भी काम कर सकेंगे। साथ ही पीसी को पहले से ज्यादा तेज, सेफ और स्मार्ट बनाने के लिए भी इसमें फीचर्स का ढेर है। विंडोज-7 का आना इसलिए अहम नहीं है, क्योंकि इसमें कई गजब के फीचर हैं। यह एक ऐसी खिड़की खोलेगा जो टेक्नॉलजी की दुनिया को नया आकाश दिखा सकती है। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के डाइरेक्टर ( विंडोज क्लाइंट) जी. रमेश कहते हैं कि होम ग्रुप, प्ले-टु, डाइरेक्ट एक्सेस, स्नैप, जंप लिस्ट जैसे फीचर्स की मदद से लोगों को अपने काम नए ढंग से करने में आसानी होगी, साथ ही बिजनस यूजर्स के लिए भी विंडोज-7 में कई कॉस्ट सेविंग फीचर हैं। अब तक का रिस्पॉन्स उत्साह बढ़ाने वाला रहा है। बिल गेट्स के उत्तराधिकारी स्टीव बामर को उम्मीद है कि अब अपशगुनों का सिलसिला खत्म होगा। विस्टा ऐसा फ्लॉप हुआ कि लोगों को बताने में शर्म आने लगी कि वे इस पर काम करते हैं, कई लोगों ने तो विस्टा हटाकर फिर से एक्सपी लगवाया। इंटरनेट की दुनिया में एमएसएन ने गूगल और याहू के आगे सिर झुका दिया। आई पॉड के आगे माइक्रोसॉफ्ट का प्लेयर जून गूंगा ही हो गया। ई-मेल और इंटरनेट देखने के लिए लोग अब कंप्यूटर के मोहताज नहीं, आई-फोन जैसे तमाम स्मार्टफोन ने नए रास्ते खोल दिए। इस पर माइक्रोसॉफ्ट ने मोबाइल के लिए अपना ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज मोबाइल पेश किया। लेकिन वहां भी बात नहीं बन रही। वेब ब्राउजरों में इंटरनेट एक्सप्लोरर का 2004 तक हिस्सा 90 फीसदी था जो अब 65 पर आ गिरा है। इतने गम कम नहीं थे कि मंदी के चलते कंप्यूटरों की बिक्री पर भी ब्रेक लग गए। हालत यह हो गई है कि माइक्रोसॉफ्ट की कमाई पर ही एक अरब डॉलर का ब्रेक लगा है। ये आखिरी झटका सबसे खतरनाक है, न सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट के लिए बल्कि पूरी पीसी इंडस्ट्री के लिए। गार्टनर का अनुमान है कि 2009 में पीसी की डिमांड दो पर्सेन्ट कम रहेगी। अब जबकि मंदी ठंडी पड़ने लगी है, कंप्यूटर में एक ऐसे एक्साइटिंग धमाके का इंतजार था जो पूरे सेगमेंट में जान डाल दे। विंडोज-7 को आज पेश किया जाएगा... 2009 के सबसे बड़े टेक्नॉलजी शाहकार के तौर पर। विंडोज 7 के 7 किलर फीचर 1. बंद करने और स्टार्ट करने में लगेगा कम वक्त 2. टच स्क्रीन, जिसमें माउस बनेगी आपकी उंगली 3. फाइल्स को पासवर्ड से प्रोटेक्ट कर होम ग्रुप के साथ शेयर कर सकेंगे 4. किसी भी ड्राइव में सेव की गई फाइलों को एक क्लिक से एक्सेस 5. ज्यादा जरूरी आइकन जोड़ने की सुविधा, माउस टच से विंडो प्रिव्यू 6. पसंदीदा प्रोग्राम की लिस्ट तक सीधे एक्सेस, एक्सप्लोरर-8 पर वेबसाइट्स की लिस्ट 7. मोबाइल, कैमरा, प्रिंटर के साथ पीसी का आसान कनेक्शन

Saturday, October 17, 2009

क्रिकेटर के बैग से विस्फोटक बरामद

देश में आतंक का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। अब इस आतंक ने क्रिकेटरों को भी अपने आगोश में लिया है। बेंगलुरु में एक चौंकाने और चिंता जताने वाली घटना सामने आई है। बेंगलुरु पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के एक क्रिकेटर के आरडीएक्स के साथ गिफ्तार किया है। शनिवार को इस क्रिकेटर के बैग से विस्फोटक बरामद किए गए। चिन्नास्वामी स्टेडिम में चल रहे सी.के. नायडू क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेने आए जम्मू-कश्मीर के क्रिकेट खिलाड़ी परवेज रास्सौल को पुलिस ने अरेस्ट किया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस क्रिकेटर के बैग से आरडीएक्स बरामद किया गया है। पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस क्रिकेटर के बैकग्राउंड के बारे में डिटेल रिपोर्ट मांगी है।

Wednesday, October 14, 2009

30 साल की एक टीचर और 15 साल के छात्र का प्यार


30 साल की एक टीचर और 15 साल के छात्र का प्यार कुछ इस तरह परवान चढ़ा कि दोनों घर से फरार हो गए और जिंदगी बसर करने लगे। हालांकि पुलिस ने उन्हें लगभग 5 महीने बाद पकड़ लिया। दोनों रोहतक में किराए के एक फ्लैट में पति-पत्नी बनकर रह रहे थे। जहां टीचर ने एक स्कूल में जॉब कर ली थी, वहीं किशोर एक होटल में बैरा बन गया था। पुलिस ने महिला टीचर को जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार शालीमार गार्डन सी ब्लॉक में स्थित एक स्कूल में मैथ की टीचर का 11वीं क्लास के एक स्टूडेंट से प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। 15 मई को लास्ट एग्जाम होने के बाद 16 मई को टीचर और छात्र दोनों घर से भाग गए थे। जनकपुरी में रहने वाले छात्र के परिवार ने जब छानबीन की, तो उन्हें असलियत का पता लगा। इसके बाद उन्होंने महिला टीचर के खिलाफ छात्र को बहला फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट साहिबाबाद थाने में दर्ज कराई थी। 2 दिन पहले पुलिस को सूचना मिली कि दोनों रोहतक में एक किराए के फ्लैट में पति-पत्नी के रूप में रहे रहे हैं। फ्लैट का किराया देने और अन्य खर्च को पूरा करने के लिए जहां महिला ने एक स्कूल में टीचर की जॉब कर ली, वहीं छात्र पास ही के एक होटल में वेटर की नौकरी करने लगा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को पकड़ लिया। बाद में वो उन्हें लेकर साहिबाबाद आ गई। क्षेत्र के चौकी इंचार्ज आर. पी. सिंह के अनुसार चूंकि छात्र नाबालिग है और उसके परिवार की ओर से रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी इसलिए उसे परिवार को सौंप दिया गया, जबकि महिला टीचर को नाबालिग को बहला फुसलाकर ले जाने के आरोप में जेल भेज दिया गया है।

Monday, October 12, 2009

5 बार से ज्यादा इस्तेमाल करने पर दूसरे बैंक को ट्रांजैक्शन चार्ज देना होगा।

दूसरे बैंकों के एटीएम के इस्तेमाल पर पाबंदी के दिन करीब आ गए हैं। आगामी गुरुवार यानी 15 अक्टूबर से यह पाबंदी लग जाएगी। इसके तहत कोई भी शख्स दूसरे बैंक के एटीएम से एक बार में 10 हजार रुपये से ज्यादा राशि नहीं निकाल पाएगा और दूसरे बैंक के एटीएम का फ्री इस्तेमाल महीने में 5 बार से ज्यादा नहीं कर पाएगा। 5 बार से ज्यादा इस्तेमाल करने पर दूसरे बैंक को ट्रांजैक्शन चार्ज देना होगा। अगस्त में भारतीय रिजर्व बैंक ने कर्मशल बैंकों से कहा था कि वे थर्ड पार्टी एटीएम यूज पर अक्टूबर के मध्य से पाबंदी लगाएं। आरबीआई ने यह निर्देश इंडियन बैंक असोशिएशन (आईबीए)की सिफारिश के आधार पर दिए थे। आईबीए ने अपनी सिफारिश में कहा था कि ग्राहकों द्वारा दूसरे बैंकों के एटीएम के फ्री इस्तेमाल से बैंकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आईबीए की सिफारिश के मुताबिक, कोई भी बैंक में सेविंग अकाउंट रखने वाला ग्राहक एक महीने में सिर्फ 5 दफा दूसरे बैंकों के एटीएम का फ्री इस्तेमाल कर सकता है। 5 बार से ज्यादा इस्तेमाल पर उनसे चार्ज लिया जाएगा। करंट अकाउंट रखने वाले ग्राहकों को दूसरे बैंक के एटीएम के इस्तेमाल पर हर बार पैसे देने होंगे। आईबीए ने यह सिफारिश भी थी कि कोई भी ग्राहक दूसरे बैंक के एटीएम से 1 बार में कम से कम 10 हजार रुपये निकाले, पर छोटे ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने ऐलान किया था कि इस साल 1 अप्रैल से दूसरे बैंकों से अकाउंटस के बारे में जानकारी प्राप्त करने और पैसे निकालने पर ग्राहकों से चार्ज नहीं लगेगा। पर थर्ड पार्टी एटीएम ट्रांजेक्शन की सूरत में बैंक संबंधित बैंकों से 18-20 रुपये प्रति महीना चार्ज कर सकते हैं। पर बाद में इस पर बंदिश लगाने की सिफारिश की गई है और आगामी गुरुवार से यह व्यवस्था लागू होने जा रही है।

शिल्पा शेट्टी पर उनके रेस्तरां के पूर्व बॉस ने 60 लाख पाउंड (करीब 44 करोड़ रुपये) का मुकदमा ठोक दिया

बॉलिवुड ऐक्ट्रिस शिल्पा शेट्टी पर उनके रेस्तरां के पूर्व बॉस ने 60 लाख पाउंड (करीब 44 करोड़ रुपये) का मुकदमा ठोक दिया है। फास्ट फूड रेस्टोरेंट टिफिन बाइट्स के संस्थापक 42 वर्षीय जमाल हिरानी ने दावा किया कि शिल्पा का रास्ता साफ करने के लिए उन्हें जबरन निकाला गया। इससे पहले उन्होंने एक इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल में साढ़े दस लाख पाउंड का दावा करते हुए मुकदमा दायर किया था। लंदन इवनिंग स्टैंडर्ड ऑनलाइन ने यह जानकारी दी है। हिरानी ने अब हाई कोर्ट में 60 लाख पाउंड का मुकदमा दायर किया है। हिरानी ने आरोप लगाया है कि उन्हें जबरन कंपनी से निकाला गया। इससे कंपनी को बंद करने और उसे नए नाम से खोलने का रास्ता साफ हो गया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ गलत आरोप लगाए गए। यह मेरी कंपनी थी और मुझे ही हटा दिया गया। रियेलिटी शो बिग ब्रदर में भाग लेने के बाद ब्रिटेन में काफी जाना पहचाना नाम बन चुकी शिल्पा शेट्टी हाल ही में कंपनी की सह अध्यक्ष बनी थीं। इसके लिए शिल्पा और उनके मंगेतर राज कुंद्रा ने कंपनी के 33 फीसदी शेयर खरीदने के लिए 60 लाख पाउंड का भुगतान किया था। उधर, शिल्पा के प्रवक्ता ने इस विवाद पर कहा कि यह मामला शिल्पा और राज के कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने से पहले का है। शिल्पा को निष्पक्ष फैसले की उम्मीद है।

Friday, October 9, 2009

दिखावा इकानॉमी क्लास का, सफर बिजनेस क्लास में

पायलटों ने मंत्रियों के कथित किफायत अभियान की पोल खोल दी है। उनका कहना है कि अगर मंत्री जी नाराज होते हैं, तो इसके लिए हमें जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। वजह यह है कि मंत्री महोदय किफायत अभियान को चमकाने के लिए अपनी बुकिंग तो इकॉनमी क्लास में करवाते हैं, लेकिन वे सफर विमान के बिजनस क्लास में ही करना चाहते हैं। इंडियन कमर्शल पायलट्स असोसिएशन (आईसीपीए) द्वारा एयर इंडिया के सीएमडी अरविंद जाधव को लिखे गए एक विरोध पत्र से इसका खुलासा हुआ है। पत्र में कहा गया है कि मंत्री लोग फ्लाइट में बुकिंग तो करवाते हैं इकॉनमी क्लास में, लेकिन फिर दबाव डालने लगते हैं कि उन्हें 'जे' क्लास यानी बिजनस क्लास में अपडेट कर दिया जाए। उनकी फरमाइश पूरी न हो, तो वे अक्सर बखेड़ा खड़ा करते हैं। इससे पायलटों पर दबाव पड़ता है। पायलटों की गुजारिश है कि मंत्री महोदय की नाराजगी के लिए हमें कसूरवार न माना जाए।

बाकी कुछ बचा तो, मंहगाई मार गई

सड़क किनारे लगने वाली सब्जी की दुकान पर परसादी लाल ने जब एक आलू उठाकर भाव पूछा तो 8 रुपये पाव दाम सुनते ही हाथ से आलू छूट गया। सब्जी वाला जो परसादी की तरह ही परेशान लग रहा था पूछ बैठा, क्या हुआ? बस परसादी के सब्र का बांध टूट गया। आग लगे जा रही है महंगाई में। हम आलू की खेती में बर्बाद होकर दिल्ली में आकर मजूरी कर रहे हैं और वही आलू अब 8 का पाव बिक रहा है। सब्जी वाले को परसादी अपना सा लगा। बोला - बानी से पहचान गया कि अपने उधर का ही है। बताने लगा कि प्याज सात का पाव और नीबू 6 का एक है। कौन खरीदेगा? महंगाई पर शुरू हुई चर्चा चुनावों तक जा पहुंची और चुनावों से नेताओं के ऐश और जनता के संघर्षों पर बात होने लगी। 13 अक्टूबर को हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। तीनों जगह कांग्रेस की सरकारें हैं। जब चुनावों की घोषणा हुई थी तो कांग्रेस तीनों जगह जोरदार जीत के दावे कर रही थी। मगर जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, कांग्रेस को असली चुनौती समझ में आने लगी है। कांग्रेस को विपक्ष की चिंता नहीं क्योंकि तीनों राज्यों में विपक्ष मजबूत नहीं है। असली खतरा उसे परसादी की इस भविष्यवाणी से लग रहा है कि वोट डालने जाएगा कौन? जनता गुस्से में है और जब जनता गुस्से में होती है तो वह यह तय करती है कि वोट किसे नहीं देना। यह नहीं देखती कि वोट कुएं में जा रहा है या खाई में। हालांकि कांग्रेस ऊपरी तौर पर यह कह रही है कि लोकसभा चुनाव में भी महंगाई थी। पार्टी के सीनियर नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि जनता महंगाई की वजह जानती है। महंगाई से कांग्रेस की संभावनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पर महंगाई से अंदर ही अंदर चिंतित कांग्रेस के नेता 11 साल पहले दिल्ली विधानसभा के चुनाव को याद कर रहे हैं, जिसमें प्याज ने बीजेपी को रुलाया था और उन्हें सत्ता में पहुंचाया था। तब प्याज 80 रुपये किलो बिक रहा था। बीजेपी को प्याज इतना महंगा पड़ा कि वह आज तक दिल्ली की सत्ता में वापसी नहीं कर सकी है। जनता के संपर्क में रहने वाले कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं को यह जानकारी है कि गरीबों, मजदूरों, किसानों, छोटे दुकानदारों और कम वेतन पाने वाले मुलाजिमों से लेकर मध्यम आय वर्ग तक में परसादी की तरह महंगाई के सवाल पर गुस्सा फैल रहा है। गुरुवार को एक बड़े नेता ने जब आलू-प्याज के भाव सुनकर दालों और चीनी के भाव मालूम किए तो उनके चेहरे पर भी शिकन पड़ गई। कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, वहां हमारी सरकारें हैं। वहां जमाखोरों पर छापे नहीं मारे जाना समझ के बाहर है। देश की राजधानी दिल्ली में अगर जमाखोरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए तो पूरे देश में असर पड़ेगा। कांग्रेस के सूत्र मान रहे हैं कि महंगाई तीनों राज्यों में पाटीर् की अच्छी संभावनाओं को खराब कर सकती है।

Tuesday, October 6, 2009

बकवास बंद कर। ' हमारा भी यही कहना है।

कंपनी मामलों के मंत्री सलमान खुर्शीद को यह बात नहीं पच रही कि प्राइवेट कंपनियों के अधिकारियों को भारी - भरकम सैलरी मिलती है। योजना आयोग के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नौकरशाह मोंटेक सिंह अहलूवालिया भी इस मामले में खुर्शीद से इत्तफाक रखते हैं और कहते हैं कि कंपनियों के CEOs को 'Indecent salaries' ( उल - जलूल वेतन ) नहीं दिया जाना चाहिए। जिम्मेदार पदों पर बैठे इन लोगों से ऐसी बेमतलब की बयानबाजी की अपेक्षा नहीं की जाती। प्राइवेट कंपनी के अधिकारी जो भारी - भरकम सैलरी लेते हैं तो वह पैसा सरकार की जेब से नहीं जाता। यह पैसा उन्हें उनकी काबलियत और योग्यता के आधार पर मिलता है। यह पारिश्रमिक होता है कंपनी के लिए मुनाफा कमाने , कारोबार बढ़ाने और हजारों लोगों को रोजगार देने का। यह पैसे उन्हें अधिसंख्य सरकारी नौकरों की तरह कुर्सी तोड़ने , बेवजह काम लटकाने और जनता के पैसे की बर्बादी करने के लिए नहीं मिलते। यह उनकी मेहनत की कमाई है जिसपर वह पूरा टैक्स चुकाते हैं।

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यहां आंकड़े देने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि हर नागरिक यह जानता है कि हमारे सांसदों और मंत्रियों पर कितना खर्च होता है। देश को चलाने के नाम पर करोड़ों रुपये संसद में स्वाहा होते हैं लेकिन आम आदमी तक रुपये में दस पैसा भी नहीं पहुंचता। दिल्ली के जिन सरकारी बंगलों में हमारे नेता रहते हैं , वहां जमीन की कीमत अरबों नहीं तो करोड़ों में तो है ही। क्यों नहीं सभी सांसदों - मंत्रियों के लिए बहुमंजिला इमारत बना दी जाए और सबको एक - एक अपार्टमेंट दे दिया रहने के लिए ? ऐसा क्या करते हैं आप जिसके लिए जनता के पैसे की दीवाली मना रहे हैं ? फ्री में चलो , फ्री में उड़ो , फ्री में ठहरो। पता है , यह पैसा टैक्स देने वाले की जेब से आ रहा है ? कांग्रेस और केंद्र सरकार में सादगी के नाम पर जो तमाशा हो रहा है यह किसी से छिपा नहीं है। लेकिन उसी सरकार के मंत्री फाइव स्टार होटल में रहते हैं। छाती ठोककर कहा कि किसी से मांग नहीं रहे हैं , अपनी जेब से खर्च उठा रहे हैं। तभी फिर एक खुलासा हो गया कि जिन होटलों में माननीय मंत्री ठहरे थे , उनमें सरकारी खर्च पर रहने की मनाही है और इन होटलों के एमपैनलमेंट के लिए कोशिश की गई थी। यानी , यह खुलासा न होता तो होटल सरकारी पैनल में आ जाते और सरकार द्वारा भुगतान करने का अड़ंगा भी खत्म हो जाता। वैसे , अबतक किसी को पता नहीं कि दोनों मंत्रियों ने अपने फाइव - स्टार होटल प्रवास का कितना बिल चुकाया है। सलमान खुर्शीद ने लोकसभा चुनाव में अपने हलफनामे में 2.61 करोड़ की संपत्ति होने की बात कही थी। खुर्शीद नामी और बेहद कामयाब वकील हैं इसलिए इसमें कोई अनोखी बात नहीं है। केस लड़ने के लिए वह मोटी फीस भी जरूर लेते होंगे। कल को कोई उनसे कहे कि आप तो जन - प्रतिनिधि हैं , आपको पैसे की क्या जरूरत , आप हर केस की फीस सिर्फ दस रुपये लीजिए। लेंगे ? नहीं न ! फिर दूसरों को नसीहत क्यों दे रहे हैं। पैसा कमाना तो आदमी का मौलिक अधिकार होना चाहिए। अगर आप किसी गलत तरीके से नहीं कमा रहे हैं तो इसकी सीमा क्यों होनी चाहिए ? यहां भ्रष्टाचार की तो अभी तक बात भी नहीं छेड़ी गई है। नरेगा में फर्जीवाड़े के नाम पर अरबों रुपये के वारे - न्यारे , सांसद - विधायक निधि में कमीशनखोरी , बड़े - बड़े ठेकों में हिस्सा ... हर सर्वे , हर बहस , हर नुक्कड़ पर सबसे ज्यादा भ्रष्ट की चर्चा हो तो नेताओं को नाम सबसे ऊपर आता है। जन - प्रतिनिधि अब खुद तो धन - प्रतिनिधि बन गए हैं लेकिन कोई और पैसे कमाए यह उनसे बर्दाश्त नहीं। एक लोकप्रिय म्यूजिक चैनल पर दो अजीब से प्राणी दिखाई देते हैं। इसमें छोटा प्राणी बड़े वाले से चुहल करता नजर आता है और झल्लाकर बड़े को कहना पड़ता है , ' बकवास बंद कर। ' हमारा भी यही कहना है।

एक कंप्यूटर इंस्टिट्यूट की टीचर के साथ सोमवार रात बदमाशों ने गैंग रेप किया।

एक कंप्यूटर इंस्टिट्यूट की टीचर के साथ सोमवार रात बदमाशों ने गैंग रेप किया। घटना के समय रात लगभग 8:30 बजे टीचर के साथ उसका परिचित भी था जिसे बदमाशों ने मारपीट कर भगा दिया। पुलिस ने मामले को दो पुलिस स्टेशन के सीमा विवाद में उलझाए रखा। सुबह जाकर अधिकारियों के हस्तक्षेप पर नांगलोई पुलिस स्टेशन ने मामला दर्ज किया। सुलतानपुरी के मुंडका इलाके की रहने वाली 21 साल की सीमा (परिवर्तित नाम) नांगलोई बुद्ध विहार स्थित एक कंप्यूटर इंस्टिट्यूट में पढ़ाती है। रोजाना की तरह कल भी वह इंस्टिट्यूट गई हुई थी। रात में इंस्टिट्यूट से वह सत्यप्रकाश नाम के लड़के के साथ निकली। कुछ ही दूरी पर 4-5 बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, बदमाशों ने सत्यप्रकाश के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके चलते वह वहां से भाग निकला। बदमाशों ने सीमा को दबोच लिया। सड़क किनारे झाड़ियों में बदमाशों ने उसके साथ गैंग रेप किया। बाद में बदमाश उसे बदहवास हालत में पास के रेलवे ट्रैक कर फेंक कर भाग गए। घटना में करीब आधा दर्जन बदमाश शामिल बताए जा रहे हैं। पीड़ित टीचर ने सुलतानपुरी पुलिस स्टेशन में घटना की शिकायत की, लेकिन वहां की पुलिस ने मामले को नांगलोई थाने की सीमा का बताकर पल्ला झाड़ लिया। नांगलोई पुलिस का कहना था कि लड़की जिस रेलवे ट्रैक पर मिली है, वह सुलतानपुरी के इलाके में आता है। उधर सुलतानपुरी पुलिस का कहना था कि घटना नांगलोई इलाके में हुई है, लिहाजा मामला उधर का बनता है। इस तरह पीड़ित को सुबह तक टरकाया जाता रहा। आखिर सुबह जाकर अधिकारियों के हस्तक्षेप पर नांगलोई पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया। रात से लापता चल रहे सत्यप्रकाश को भी पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

Sunday, October 4, 2009

अपराधी अफजल गुरु को फांसी देने के मामले में कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी।

संसद पर हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु को फांसी देने में हो रही देरी से खफा आरएसएस ने मर्सी पिटिशन के निपटारे की समय सीमा तय करने की मांग की है। संघ ने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 72 में राष्ट्रपति को इस संबंध में विशेष और असीमित अधिकार दिए गए हैं। राष्ट्रपति द्वारा मर्सी पिटिशन स्वीकार कर लिए जाने के बाद उसके निपटारे की कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। मर्सी पिटिशन के निपटारे की समय सीमा तय नहीं किए जाने पर संघ के मुखपत्र पांचजन्य में कहा गया है, 'मैडम प्रेजीडंट, फांसी मत लटकाओ, फांसी पर लटकाओ, फांसी पाए अपराधी सरकार की प्रॉपर्टी नहीं हैं।' गौरतलब है कि मर्सी पिटिशन के निपटारे की समय सीमा तय नहीं होने के कारण उसका निपटारा होने तक फांसी नहीं दी जा सकती। ऐसे में न सुप्रीम कोर्ट उन पर दबाव डाल सकता है, न ही सरकार। वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम ने कहा कि फांसी की सज़ा पर तामील नहीं करना या उसे टालना अपराधियों के हौसला बढ़ाने के समान है। नई यूपीए सरकार ने साफ कर दिया है कि संसद हमला मामले के अपराधी अफजल गुरु को फांसी देने के मामले में कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी। मौत की सजा पाए अपराधियों के राष्ट्रपति से माफी की अपील के जितने भी मामले हैं उन सब पर क्रम से विचार होगा। गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया कि मौत की सजा पाए 28 कैदियों के मामले हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने गृह सचिव से इन मामलों पर सूची में क्रमानुसार विचार करने को कहा है जिससे याचिकाओं को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का फैसला किया जा सके'। बकौल चिदंबरम, 'गृह सचिव पहला मामला देखेंगे। फिर हम सूची में क्रम से बाद के कैदियों के मामले देखेंगे। अधिकारी मुझे एक-एक करके हर मामले के बारे में जानकारी देंगे।' जब उनसे पूछा गया कि आखिर अफजल गुरु की दया याचिका पर कब विचार किया जाएगा तो चिदंबरम ने कहा, 'अफजल की याचिका सूची में 22वें नंबर पर है। यह कई बार कहा जा चुका है और मैं चाहता हूं कि आप ये दो नंबर याद रखें - 28 में से 22वां।

पायलट और केबिन क्रू के एक सदस्य के बीच मारपीट हो गई।

शारजाह से लखनऊ जा रहे एयर इंडिया के विमान में शनिवार सुबह एक पायलट और केबिन क्रू के एक सदस्य के बीच मारपीट हो गई। दोनों घायल हो गए। एयरलाइन के एक अधिकारी ने बताया, 'इंडिया के आईसी-184 के एक पायलट और केबिन क्रू के एक सदस्य के बीच किसी मुद्दे को लेकर भिड़ंत हो गई। उन्होंने कहा कि घटना उस वक्त की है जब विमान पाकिस्तान के ऊपर उड़ रहा था। घटना सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई। उन्होंने कहा कि 106 यात्रियों और क्रू के सात सदस्यों के साथ विमान ने शारजाह के समय के अनुसार 12 बजकर 35 मिनट पर उड़ान भरी थी। विमान सुबह छह बजे लखनऊ पहुंचा जहां घटना की रिपोर्ट की गई। घटना की जांच पूरी होने तक एयरलाइन प्रबंधन ने पायलट और क्रू सदस्य को ड्यूटी से हटा दिया है। एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि पायलट एवं क्रू सदस्य द्वारा दावे एवं प्रतिदावे के बीच प्रबंधन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, जांच पूरी होने तक तक पायलट और केबिन क्रू को रोस्टर से हटा दिया गया है।