गुरुवार को हैदराबाद
में हुए आतंकी हमले से पूरा देश दहल उठा। हालांकि अब तक किसी आतंकी समूह ने इसकी
जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन
माना जा रहा है कि इसके पीछे इंडियन मुजाहिदीन का हाथ है। यह सवाल भी पूछा जा रहा
है कि क्या इसके पीछे अफजल की फांसी का बदला लेने का मकसद तो नहीं है? इस बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी तो नहीं है, लेकिन हालात उसी तरफ इशारा कर रहे हैं।
हैदराबाद धमाकों के बाद केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे कहा कि दो दिन पहले से ही इस बात की जानकारी थी कि ब्लास्ट हो सकते हैं। गौरतलब है कि संसद हमला मामले के अपराधी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के बाद ही सीमा पार से आतंकी समूहों ने बदला लेने का ऐलान शुरू कर दिया था। खुफिया एजेंसियों ने कश्मीर में लश्कर-ए-तोयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों की तरफ से भेजे जे रहे कई संदेश भी रिकॉर्ड किए जिनमें अफजल गुरु और अन्य लोगों की मौत का बदला लेने को कहा गया था।
खुफिया अधिकारियों के मुताबिक कश्मीर में हालांकि तनाव काफी ज्यादा था, फिर भी उनका मानना था कि हमले देश के अन्य शहरों को निशाना बनाकर भी दिए जा सकते हैं। हैदराबाद हमलों को जिस तरह से अंजाम दिया गया उससे भी साफ है कि मकसद अधिक से अधिक लोगों को हमले की चपेट में लाने का था
हैदराबाद धमाकों के बाद केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे कहा कि दो दिन पहले से ही इस बात की जानकारी थी कि ब्लास्ट हो सकते हैं। गौरतलब है कि संसद हमला मामले के अपराधी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के बाद ही सीमा पार से आतंकी समूहों ने बदला लेने का ऐलान शुरू कर दिया था। खुफिया एजेंसियों ने कश्मीर में लश्कर-ए-तोयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों की तरफ से भेजे जे रहे कई संदेश भी रिकॉर्ड किए जिनमें अफजल गुरु और अन्य लोगों की मौत का बदला लेने को कहा गया था।
खुफिया अधिकारियों के मुताबिक कश्मीर में हालांकि तनाव काफी ज्यादा था, फिर भी उनका मानना था कि हमले देश के अन्य शहरों को निशाना बनाकर भी दिए जा सकते हैं। हैदराबाद हमलों को जिस तरह से अंजाम दिया गया उससे भी साफ है कि मकसद अधिक से अधिक लोगों को हमले की चपेट में लाने का था