अन्ना हजारे के आंदोलन में अब भले वह आग नहीं रही लेकिन आज भी वह देश में सबसे भरोसेमंद शख्सियत हैं। ताजा सर्वे से पता चलता है कि देश में भरोसेमंद शख्स के मामले में अन्ना और ब्रैंड में नोकिया का कोई मुकाबला नहीं। अन्ना हजारे को सबसे भरोसेमंद शख्स का खिताब लगातार दूसरी बार मिला है।
'ट्रस्ट रिसर्च अडवाइजरी' ने 'द ब्रैंड ट्रस्ट रिपोर्ट 2013' टाइटल से इस सर्वे को अंजाम दिया है। सर्वे में जहां अन्ना हजारे सबसे भरोसेमंद शख्स के रूप में उभरे हैं तो मोबाइल हैंड सेट बनाने वाली कंपनी नोकिया सबसे भरोसेमंद ब्रैंड के रूप में उभरी है। 'ट्रस्ट रिसर्च अडवाइजरी' के एग्जेक्युटिव चीफ एन. चंद्रमौली ने कहा कि अन्ना लगातार दूसरी बार इस पोजिशन पर मजबूती से कायम हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को इस सर्वे में 12वीं पोजिशन मिली है। बापू साउथ इंडिया के सुपर स्टार रजनीकांत से काफी आगे हैं। रजनीकांत 35वें नंबर पर हैं। इस सर्वे में 1,100 मोस्ट ट्रस्टेड ब्रैंड 211 कैटिगरी में रखे गए थे। इसमें शख्सियत, गैजिट, कंज्यूमर प्रॉडक्ट, रीटेल टेक्नॉलजी, बैंकिंग, सरकारी संस्थान, टेलिकॉम और एयरलाइंस के साथ अन्य कैटिगरी थी।
Tuesday, January 29, 2013
Sunday, January 27, 2013
जिन लोगों ने एक आतंकी की सजा माफ करने की मांग की, वही लोग NAC में बैठकर देश का भविष्य तय कर रहे हैं।'
सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली नैशनल अडवाइजरी काउंसिल (NAC) के दो मेंबर्स ने मुंबई हमलों के गुनहगार अजमल
आमिर कसाब को बचाने की कोशिश की थी। इस बात का खुलासा जनता पार्टी अध्यक्ष
सुब्रमण्यम स्वामी ने किया है। आरटीआई के जरिए मिली जानकारी के हवाले से उन्होंने
बताया कि कसाब की फांसी माफ करने के लिए 203 लोगों ने
राष्ट्रपति के पास अर्जी भेजी थी, जिनमें 2 अर्जियां NAC मेंबर्स की भी थी।
इंग्लिश न्यूज पेपर द पायनियर की खबर के मुताबिक आरटीआई से साफ हुआ है कि NAC की मौजूदा मेंबर अरुणा रॉय और पूर्व मेंबर हर्ष मंदर उन काई सारे पत्रकारों और सोशल ऐक्टिविस्टों में शामिल हैं, जिन्होंने कसाब की फांसी की सजा माफ करने की मांग की थी। सोशल ऐक्टिविस्ट निखिल डे भी कसाब की फांसी की सजा माफ करने की अपील करने वालों में से एक थे, मगर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इन सभी अर्जियों को खारिज कर दिया था, जिसके बाद बीते साल 21 नवंबर को कसाब को फांसी दे दी गई थी।
शुक्रवार को जनता पार्टी प्रेजिडेंट सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया कि उनकी पार्टी के एक मेंबर ने इस बारे में आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी। उन्होंने मीडिया को आरटीआई के तहत मिले लेटर की कॉपी देते हुए कहा, 'जिन लोगों ने एक आतंकी की सजा माफ करने की मांग की, वही लोग NAC में बैठकर देश का भविष्य तय कर रहे हैं।'
इंग्लिश न्यूज पेपर द पायनियर की खबर के मुताबिक आरटीआई से साफ हुआ है कि NAC की मौजूदा मेंबर अरुणा रॉय और पूर्व मेंबर हर्ष मंदर उन काई सारे पत्रकारों और सोशल ऐक्टिविस्टों में शामिल हैं, जिन्होंने कसाब की फांसी की सजा माफ करने की मांग की थी। सोशल ऐक्टिविस्ट निखिल डे भी कसाब की फांसी की सजा माफ करने की अपील करने वालों में से एक थे, मगर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इन सभी अर्जियों को खारिज कर दिया था, जिसके बाद बीते साल 21 नवंबर को कसाब को फांसी दे दी गई थी।
शुक्रवार को जनता पार्टी प्रेजिडेंट सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया कि उनकी पार्टी के एक मेंबर ने इस बारे में आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी। उन्होंने मीडिया को आरटीआई के तहत मिले लेटर की कॉपी देते हुए कहा, 'जिन लोगों ने एक आतंकी की सजा माफ करने की मांग की, वही लोग NAC में बैठकर देश का भविष्य तय कर रहे हैं।'
Sunday, January 20, 2013
किराए की कोख
28 साल की कनिमोई 2 बच्चों
की मां हैं। वह दूसरी बार किराए की कोख के लिए कमर कस रही हैं। इस फैसले के लिए
कनिमोई के पास पर्याप्त कारण हैं। दो महीने पहले कनिमोई के ऑटो ड्राइवर पति की मौत
हो गई। पिता का साया उठने के बाद दोनों बच्चों के लिए मां ही अंतिम सहारा रही। जब
पहली बार 3 साल पहले किराए की मां बनी तो उन्हें उसके एवज
में 3 लाख रुपए देने का वादा किया गया था। लेकिन मिले 2
लाख रुपए।
शराबी पति के इलाज में कनिमोई ने कर्ज लेकर पैसे खर्च किए थे। 2 लाख की रकम उसे चुकाने में खत्म हो गई। कनिमोई ने कहा कि इस बार जो पैसे मिलेंगे उसे बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करूंगी। जल्द ही कनिमोई को सिटी फर्टिलिटी क्लिनिक से किराए की कोख मिलने वाली है। चेन्नै में किराए की कोख का बाजार बड़ी तेजी से पसर रहा है। 10 साल पहले यहां के क्लिनिकों में महज 2 महिलाएं किराए की कोख संभालने वाली थीं। वहीं आज की तारीख में यहां के 13 हॉस्पिटलों में किराए की मां की संख्या 150 हो गई है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं छोटे शहरों और गांवों से आती हैं। चेन्नै फर्टिलिटी रिसर्च सेंटर में पहली बार 2001 में किराए की मां ने बच्चे को जन्म दिया था।
आज की तारीख में केवल देश ही नहीं विदेश से भी संतान की चाहत में कपल्स चेन्नै की ओर रुख कर रहे हैं। किराए की कोखों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फर्टिलिटी एक्सपर्ट हॉस्पिटल की डॉक्टर प्रिया सेल्वराज कहती हैं कि किराए की कोख को लेकर हमारे देश में फिलहाल कोई कानून ही नहीं है। सरकार के पास किराए की कोख या फर्टिलिटी क्लिनिकों की रजिस्ट्री तक नहीं है।
जो महिलाएं पैसे के लिए किराए की कोख संभालती हैं उनकी सुरक्षा को लेकर कोई कानून नहीं होने की वजह से कई तरह की समस्याएं पैदा हो रही हैं। इन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के खतरों का भी सामना करना होता है। ज्यादातर महिलाओं को ब्रोकर क्लिनिक में पैसे का लालच देकर छोटे शहरों और गांव से ला रहे हैं।
शराबी पति के इलाज में कनिमोई ने कर्ज लेकर पैसे खर्च किए थे। 2 लाख की रकम उसे चुकाने में खत्म हो गई। कनिमोई ने कहा कि इस बार जो पैसे मिलेंगे उसे बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करूंगी। जल्द ही कनिमोई को सिटी फर्टिलिटी क्लिनिक से किराए की कोख मिलने वाली है। चेन्नै में किराए की कोख का बाजार बड़ी तेजी से पसर रहा है। 10 साल पहले यहां के क्लिनिकों में महज 2 महिलाएं किराए की कोख संभालने वाली थीं। वहीं आज की तारीख में यहां के 13 हॉस्पिटलों में किराए की मां की संख्या 150 हो गई है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं छोटे शहरों और गांवों से आती हैं। चेन्नै फर्टिलिटी रिसर्च सेंटर में पहली बार 2001 में किराए की मां ने बच्चे को जन्म दिया था।
आज की तारीख में केवल देश ही नहीं विदेश से भी संतान की चाहत में कपल्स चेन्नै की ओर रुख कर रहे हैं। किराए की कोखों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फर्टिलिटी एक्सपर्ट हॉस्पिटल की डॉक्टर प्रिया सेल्वराज कहती हैं कि किराए की कोख को लेकर हमारे देश में फिलहाल कोई कानून ही नहीं है। सरकार के पास किराए की कोख या फर्टिलिटी क्लिनिकों की रजिस्ट्री तक नहीं है।
जो महिलाएं पैसे के लिए किराए की कोख संभालती हैं उनकी सुरक्षा को लेकर कोई कानून नहीं होने की वजह से कई तरह की समस्याएं पैदा हो रही हैं। इन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के खतरों का भी सामना करना होता है। ज्यादातर महिलाओं को ब्रोकर क्लिनिक में पैसे का लालच देकर छोटे शहरों और गांव से ला रहे हैं।
Saturday, January 19, 2013
अभी ठीक सेकाम करना शुरू भी नहीं किया था कि इस ऑफिस के उजड़नेकी नौबत
टीम अन्ना के दिल्ली ऑफिस ने अभी ठीक सेकाम करना शुरू भी नहीं किया था कि इस ऑफिस के उजड़नेकी नौबत आ गई है। अब इसे बचाने की कोशिश हो रही है।ऑफिस के लिए किराए का इंतजाम भी नहीं हो पा रहा है।पहले एक साल तक हर महीने 1 लाख रुपये का इंतजाम कियागया था। लेकिन कोऑर्डिनेशन टीम मेंबर्स की आपसीखींचतान के बाद अब इंतजाम करने वाली मेंबर ने अपने हाथखींच लिए। आलम यह है कि एक कोर मेंबर को इस ऑफिस मेंमीटिंग करने से भी मना कर दिया गया।
नवंबर के दूसरे हफ्ते में अन्ना हजारे ने सर्वोदय एन्क्लेव मेंदिल्ली ऑफिस का उद्घाटन किया था। उससे पहले ऑफिस कीजगह को लेकर काफी विवाद हो चुका था। टीम अन्ना के कई मेंबर और वॉलंटियर्स कौशांबी में ऑफिस चाहते थेजहां महीने का किराया 18 हजार रुपये था और मेट्रो के नजदीक भी। लेकिन सर्वोदय एन्क्लेव में ऑफिस बनायागया जहां किराया 50 हजार रुपये महीने है। किरन बेदी ने इसी जगह को फाइनल करने के लिए स्पॉन्सर भी ढूंढलिया था। गुजरात के एक सीए ने एक साल तक हर महीने ऑफिस के लिए 1 लाख रुपये देने का वादा किया।
यह किरन बेदी के ही पहचान के थे और उन्हीं के जरिए मदद की पेशकश की थी। इस डोनर पर भी सवाल उठेकि उनका नाम कोऑर्डिनेशन कमिटी को क्यों नहीं बताया जा रहा है। ऑफिस खुले हुए महज एक महीना ही हुआथा कि मकान मालिक को नोटिस दे दिया गया कि जनवरी अंत तक यह ऑफिस खाली कर देंगे। सूत्रों के मुताबिककिरन बेदी ने पिछले महीने मकान मालिक को नोटिस दिया। साथ ही टीम को भी बता दिया कि वह अब किरायेका इंतजाम नहीं करेंगी। इसके बाद अब टीम अन्ना के एक मेंबर की तरफ से सभी को मेसेज भेजकर किराए काइंतजाम करने की अपील की जा रही है।
नवंबर के दूसरे हफ्ते में अन्ना हजारे ने सर्वोदय एन्क्लेव मेंदिल्ली ऑफिस का उद्घाटन किया था। उससे पहले ऑफिस कीजगह को लेकर काफी विवाद हो चुका था। टीम अन्ना के कई मेंबर और वॉलंटियर्स कौशांबी में ऑफिस चाहते थेजहां महीने का किराया 18 हजार रुपये था और मेट्रो के नजदीक भी। लेकिन सर्वोदय एन्क्लेव में ऑफिस बनायागया जहां किराया 50 हजार रुपये महीने है। किरन बेदी ने इसी जगह को फाइनल करने के लिए स्पॉन्सर भी ढूंढलिया था। गुजरात के एक सीए ने एक साल तक हर महीने ऑफिस के लिए 1 लाख रुपये देने का वादा किया।
यह किरन बेदी के ही पहचान के थे और उन्हीं के जरिए मदद की पेशकश की थी। इस डोनर पर भी सवाल उठेकि उनका नाम कोऑर्डिनेशन कमिटी को क्यों नहीं बताया जा रहा है। ऑफिस खुले हुए महज एक महीना ही हुआथा कि मकान मालिक को नोटिस दे दिया गया कि जनवरी अंत तक यह ऑफिस खाली कर देंगे। सूत्रों के मुताबिककिरन बेदी ने पिछले महीने मकान मालिक को नोटिस दिया। साथ ही टीम को भी बता दिया कि वह अब किरायेका इंतजाम नहीं करेंगी। इसके बाद अब टीम अन्ना के एक मेंबर की तरफ से सभी को मेसेज भेजकर किराए काइंतजाम करने की अपील की जा रही है।
Wednesday, January 16, 2013
महिला सशक्तीकरण कांग्रेस के टॉप एजेंडे में
राजधानी में बहुचर्चित गैंग रेप के बाद महिला सशक्तीकरण कांग्रेस के
टॉप एजेंडे में है। पार्टी इस मुद्दे पर गंभीर दिखने के लिए जयपुर में होने वाले
चिंतिन शिविर से संदेश देने की भी कोशिश करेगी। बताया जा रहा है कि सरकार से कहा
जाएगा कि महिला रिजर्वेशन बिल पर तेजी से काम करने का साथ ही सरकारी और प्राइवेट
नौकरियों में 50 फीसदी महिला
आरक्षण की संभावना तलाशे।
पार्टी का मानना है कि देश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तात्कालिक कदम उठाने से बेहतर है कि इस बारे में दूरगामी प्रभाव वाले कदम उठाए जाएं। पार्टी के मैनेजर नया नारा 'देश की महिलाओं का सम्मान, बाद में होगा भारत निर्माण' दे रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चिंतन शिविर में इस बाबत एक रिजॉल्यूशन लाया जाएगा और सरकार से इस स्लोगन को स्वीकार करने की गुजारिश की जाएगी। कांग्रेस पार्टी इस बारे में अपने सहयोगियों से भी बात करेगी ताकि जल्द ही सरकार इस बारे में कदम उठा सके।
सूत्रों का कहना है कि सोनिया के भाषण में भी महिलाओं को सशक्तीकरण करने पर विशेष जोर होगा। चिंतन शिविर में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निर्देश दिया जाएगा कि महिलाओं से जुड़े मुद्दे को प्राथमिकता दी जाए और उस पर तेज गति से काम किया जाए। पार्टी ने पहली बार इस तरह के मसलों की स्टडी के लिए एक कमिटी बनाई है। इसकी रिपोर्ट पर भी चिंतिन शिवर में चर्चा की जाएगी।
पार्टी का मानना है कि देश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तात्कालिक कदम उठाने से बेहतर है कि इस बारे में दूरगामी प्रभाव वाले कदम उठाए जाएं। पार्टी के मैनेजर नया नारा 'देश की महिलाओं का सम्मान, बाद में होगा भारत निर्माण' दे रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चिंतन शिविर में इस बाबत एक रिजॉल्यूशन लाया जाएगा और सरकार से इस स्लोगन को स्वीकार करने की गुजारिश की जाएगी। कांग्रेस पार्टी इस बारे में अपने सहयोगियों से भी बात करेगी ताकि जल्द ही सरकार इस बारे में कदम उठा सके।
सूत्रों का कहना है कि सोनिया के भाषण में भी महिलाओं को सशक्तीकरण करने पर विशेष जोर होगा। चिंतन शिविर में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निर्देश दिया जाएगा कि महिलाओं से जुड़े मुद्दे को प्राथमिकता दी जाए और उस पर तेज गति से काम किया जाए। पार्टी ने पहली बार इस तरह के मसलों की स्टडी के लिए एक कमिटी बनाई है। इसकी रिपोर्ट पर भी चिंतिन शिवर में चर्चा की जाएगी।
Monday, January 7, 2013
पिता द्वारा अपनी ही दो नाबालिग बेटियों का बलात्का
मध्य प्रदेश के सतना
जिले की तहसील रामनगर के जगनगरा गांव में एक पिता द्वारा अपनी ही दो नाबालिग
बेटियों का बलात्कार करने का ममाला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार
कर लिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जगनगरा में रहने वाला राजकुमार कुशवाहा पेशे से मजदूर है और उसकी पत्नी की वर्ष 2007 में टीबी के कारण मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद राजकुमार ने अपनी ही दो नाबालिग बेटियों के साथ बलात्कार करना शुरू कर दिया। दोनो बेटियां लोकलाज के डर से यह बात किसी को बता नहीं पाईं।
सूत्रों के अनुसार अपने पिता की हरकतों से नाराज बेटियों ने यह बात अपनी सहेलियों को बताई और सहेलियों ने स्कूल की टीचर को इस बात की जानकारी दी। टीचर ने राजकुमार के भाई को यह बात बताई और उसके भाई की सूचना के बाद पुलिस ने दोनो लड़कियों के बयान लेकर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है
पुलिस सूत्रों के अनुसार जगनगरा में रहने वाला राजकुमार कुशवाहा पेशे से मजदूर है और उसकी पत्नी की वर्ष 2007 में टीबी के कारण मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद राजकुमार ने अपनी ही दो नाबालिग बेटियों के साथ बलात्कार करना शुरू कर दिया। दोनो बेटियां लोकलाज के डर से यह बात किसी को बता नहीं पाईं।
सूत्रों के अनुसार अपने पिता की हरकतों से नाराज बेटियों ने यह बात अपनी सहेलियों को बताई और सहेलियों ने स्कूल की टीचर को इस बात की जानकारी दी। टीचर ने राजकुमार के भाई को यह बात बताई और उसके भाई की सूचना के बाद पुलिस ने दोनो लड़कियों के बयान लेकर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है
जल्द ही 6 के बजाए 9 सस्ते सिलिंडरों का तोहफा
एलपीजी उपभोक्ताओं को
सरकार जल्द ही 6 के बजाए 9
सस्ते सिलिंडरों का तोहफा देने जा रही है लेकिन इसके लिए वह रसोई
गैस की कीमत में कुछ इजाफा कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने सस्ते सिलिंडर दिए जाने के प्रस्ताव को कुछ शर्तों
के साथ मंजूरी दे दी है, जिसे पेट्रोलियम मंत्रालय ने भी
मान लिया है। अब यह प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट की बैठक में पेश हो सकता है। सरकार
सिलिंडरों के कैप बढ़ाने के फैसले का ऐलान केंद्रीय बजट से पहले करना चाहती है।
गौरतलब है कि सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा कि देश में रसोई गैस
और डीजल की कीमत अब भी कम है। उन्होंने इनकी कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत भी दिए
हैं।
सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि उसे सस्ते सिलिंडर की संख्या बढ़ाने पर आपत्ति नहीं है लेकिन वह इससे होने वाले 5 हजार करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई नहीं करेगा। इसका इंतजाम पेट्रोलियम मंत्रालय को ही करना होगा। पेट्रोलियम मंत्रालय के एक उच्चाधिकारी के मुताबिक, इस घाटे की भरपाई के दो ही उपाय हैं। पहला, सब्सिडी वाले सिलिंडरों की कीमत बढ़ाई जाए। दूसरा, डीजल या केरोसिन की कीमतों में कुछ इजाफा किया जाए
सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि उसे सस्ते सिलिंडर की संख्या बढ़ाने पर आपत्ति नहीं है लेकिन वह इससे होने वाले 5 हजार करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई नहीं करेगा। इसका इंतजाम पेट्रोलियम मंत्रालय को ही करना होगा। पेट्रोलियम मंत्रालय के एक उच्चाधिकारी के मुताबिक, इस घाटे की भरपाई के दो ही उपाय हैं। पहला, सब्सिडी वाले सिलिंडरों की कीमत बढ़ाई जाए। दूसरा, डीजल या केरोसिन की कीमतों में कुछ इजाफा किया जाए
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