डीएलएफ लिमिटेड के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स ने कहा है कि रॉबर्ट
वाड्रा और देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी के बीच विवादास्पद ट्रांजैक्शन पर
बोर्ड ने कोई चर्चा नहीं की। उन्होंने कहा है कि अगर आसान लोन और सस्ती डील के
आरोप बनते हैं, तो उनकी जांच
होनी चाहिए।
डीएलएफ के एक इंडिपेंडेंट डायरेक्टर और अर्न्स्ट ऐंड यंग इंडिया के पूर्व चेयरमैन के एन मेमानी ने कहा, 'किसी बोर्ड मीटिंग में यह मामला नहीं आया। हमें इस तरह का कोई मामला नहीं मिला है, जिसमें फेवर किया गया है। यह हमारे नोटिस में नहीं आया। हर सेल ट्रांजैक्शन पर विचार करना संभव नहीं है। हालांकि, हम पक्का करने की कोशिश करते हैं कि सभी ट्रांजैक्शन मार्केट प्राइस पर हों।'
एक दूसरे इंडिपेंडेंट डायरेक्टर डी. वी. कपूर ने कहा कि वह तब तक कुछ कहना नहीं चाहेंगे, जब तक कुछ साबित नहीं हो जाता। उन्होंने कहा, 'अगर इसके बाद कोई चीज सामने आती है, हमें इसकी जांच करनी चाहिए। यह लिस्टेड कंपनी है।' कपूर पूर्व पावर सेक्रेटरी हैं। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज और होंडा सिएल पावर प्रॉडक्ट्स के बोर्ड में भी शामिल हैं।
डीएलएफ के एक इंडिपेंडेंट डायरेक्टर और अर्न्स्ट ऐंड यंग इंडिया के पूर्व चेयरमैन के एन मेमानी ने कहा, 'किसी बोर्ड मीटिंग में यह मामला नहीं आया। हमें इस तरह का कोई मामला नहीं मिला है, जिसमें फेवर किया गया है। यह हमारे नोटिस में नहीं आया। हर सेल ट्रांजैक्शन पर विचार करना संभव नहीं है। हालांकि, हम पक्का करने की कोशिश करते हैं कि सभी ट्रांजैक्शन मार्केट प्राइस पर हों।'
एक दूसरे इंडिपेंडेंट डायरेक्टर डी. वी. कपूर ने कहा कि वह तब तक कुछ कहना नहीं चाहेंगे, जब तक कुछ साबित नहीं हो जाता। उन्होंने कहा, 'अगर इसके बाद कोई चीज सामने आती है, हमें इसकी जांच करनी चाहिए। यह लिस्टेड कंपनी है।' कपूर पूर्व पावर सेक्रेटरी हैं। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज और होंडा सिएल पावर प्रॉडक्ट्स के बोर्ड में भी शामिल हैं।
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